महाराज श्री के सानिध्य में हुई मार्कंडेय पूजा, पुष्टि सृष्टि ने दी विशाल बावा को मंगल बधाइयां
नाथद्वारा@राजसमन्द टाइम्स। पुष्टिमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी की हवेली में आज शुक्रवार को वल्लभ कुल युवराज गो. चि.105 श्री विशाल बावा के जन्मोत्सव के उपलक्ष में प्रभु श्रीनाथजी को विशेष शृंगार धराया गया तथा दूध घर की विशेष सामग्री अरोगाई गई तथा तिलकायत श्री ने प्रभु श्री नाथ जी की आरती उतारी।
जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर वल्लभ कुल की रीत एवं परंपरा के अनुसार जन्मोत्सव के शुभ अवसर पर मार्कंडेय पूजा का विशेष रूप से विधान है, इसी परंपरा का निर्वाह के रूप में राजभोग के दर्शन के पश्चात मोतीमहल स्थित लाल छत पर मार्कंडेय पूजा का विशेष आयोजन किया गया। इस अवसर पर गो. ति.108 श्री राकेश जी महाराज श्री के सानिध्य में श्री विशाल बावा का मार्कंडेय पूजन हुआ तथा श्रीनाथ बैंड एवं गोविंद पलटन द्वारा मोती महल छत से श्री विशाल बावा को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।इस अवसर पर मुंबई से पुरोहित के रुप में आए मयूर एवं मंदिर के पुरोहित परेश नागर ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से मार्कंडेय पूजन कराया तथा सभी मंदिर सेवकों ने विशाल बावा पर अक्षत की वर्षा कर मंगल वाचन किया । इस अवसर पर वल्लभ कुल के बेटी जी पद्मिनी गोस्वामी, प्रियंवदा गोस्वामी एवं आराधिका गोस्वामी द्वारा श्री विशाल बावा की आरती उतारी गई। मार्कण्डेय पूजन पश्चात् श्री विशाल बावा ने तिलकायत श्री का आशीर्वाद लिया। पूजन पश्चात समस्त पुष्टि सृष्टि एवं सभी मंदिर सेवा वाले एवं विशिष्ट गणमान्य व्यक्तियों एवं संगठनों ने श्री विशाल बावा को दंडवत कर अनेक अनेक मंगल बधाइयां प्रेषित कर नज़राने भेंट किए ।
इस अवसर पर बावा श्री को बधाइयां देने के लिए विशेष रुप से श्रीनाथजी के बड़े मुखिया इंद्रवदन गिरनारा, श्री नवनीत प्रिया जी के मुखिया भगवानदास सांचीहर,घनश्याम साँचीहर, प्रदीप साँचीहर, अधिकारी श्री सुधाकर उपाध्याय, टेंपल बोर्ड सदस्य महेंद्र सिंघवी, परेश पारेख, धनराज नथवानी, समीर चौधरी, मंदिर मंडल सीईओ जितेंद्र ओझा, संपदा अधिकारी बृजेश गुप्ता, कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, महाराज श्री के सचिव लीलाधर पुरोहित, वैष्णव अंजन शाह, भावेश पटेल, पीआरओ एवं मीडिया प्रभारी गिरीश व्यास,राजेश्वर त्रिपाठी, समाधानी उमंग मेहता, कीर्तनया गली के जमादार अनिल सनाढ्य, श्रीनाथ गार्ड के कमांडिंग किशन सिंह,हर्ष सनाढ्य, कैलाश पालीवाल एवं सैकड़ों वैष्णव जन एवं सेवक उपस्थित थे।