जीभ के दो काम, पहला स्वाद बताना और दूसरा विवाद करवाना – मुनि अतुल

तप अभिनंदन समारोह आयोजित

राजसमन्द@राजसमन्द टाइम्स। भिक्षु विहार, केलवा में शनिवार को आचार्य महाश्रमण के शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार के सानिध्य में किरण देवी कोठारी के अठाई तप एवं एंजेल कोठारी के 11 तप के उपलक्ष्य में तप अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। इस दौरान महेंद्र कोठारी राजसमंद विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी को दर्शनार्थ लेकर पहुंचे।

मुनि अतुल कुमार ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में कहा स्वाद और विवाद में फालतू रस नहीं लेना चाहिए। जीभ के दो काम हैं पहला स्वाद बताना और दूसरा विवाद करवाना।स्वाद और विवाद को जीतना तपस्या का लक्ष्य होता है। ज़रूरत से ज़्यादा खाना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। ज़्यादा विवाद बढ़ाने से आपके संबंध खराब हो सकते हैं। तपस्या का मतलब शरीर को कष्ट देना नहीं होता है। तपस्या का मतलब है, किसी लक्ष्य को पाने के लिए किए जाने वाले अनुशासित प्रयास। तपस्या का मतलब है, मन की शांति, सौम्यता, मौन,आत्मसंयम और अंतःकरण की पवित्रता। तपस्या का मतलब है,अपने प्रति और दूसरों के प्रति मन का सकारात्मक व्यवहार। तपस्या का मतलब है, इंद्रियों पर नियंत्रण रखना। तपस्या का मतलब है, व्यर्थ नहीं बोलना और मौन रखना। तपस्या का मतलब है ,आत्मज्ञान प्राप्त करना। तप का मतलब है तपना। ठीक उसी तरह जैसे सोना आग में तपकर कुंदन बनता है, वैसे ही तप करने से भी सफलता मिलती है। तपस्या करने से जीवन से जुड़े सभी पाप नष्ट हो जाते हैं तपस्या करने से जीवन में ऊंचाइयां मिलती हैं। मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। मंगलाचरण महिला मंडल ने तप अभिनंदन से किया‌। कोठारी परिवार ने सामूहिक गीतिका का संगान किया। सभा अध्यक्ष प्रकाश बोहरा, भिक्षु विहार अध्यक्ष नरेंद्र कोठारी, महिला मंडल अध्यक्ष नीरू कोठारी,तेयुप अध्यक्ष दीपक कोठारी, महिला मंडल उपाध्यक्ष रत्ना कोठारी ,सभा सहमंत्री मुकेश कोठारी, एंजेल कोठारी, चंदा कोठारी,मोनिका जैन, शौर्य जैन, शांता देवी मादरेचा, प्रीति कोठारी, प्रकाश कोठारी, संगीता कोठारी, बिंदिया सांखला, मोनिका कोठारी, संपत सिंघवी (चारभुजा), विमला देवी चपलोत ने विचार रखे। सभा मंत्री ललित मेहता ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। क्रिएटिव ब्रेन अकैडमी स्कूल के प्रिंसिपल शीतल गुर्जर का सम्मान किया गया। सभा उपाध्यक्ष पूर्ण गांग ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन मुनि अतुल कुमार ने किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।