सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता,आम से ख़ास बनना है तो तपना पड़ेगा- मुनि अतुल

तप अभिनंदन समारोह आयोजित

राजसमन्द@राजसमन्द टाइम्स। केलवा के भिक्षु विहार में युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार के सानिध्य में सोहन लाल कोठारी की पोती भूमिका कोठारी के अठाई तप के उपलक्ष्य में अभिनंदन समारोह आयोजित हुआ। तत्पश्चात् 78वें स्वतंत्रता दिवस पर झंडारोहण किया गया।

मुनि अतुल कुमार ने अपने संबोधन में कहा तप चित्त शुद्धि के लिए करना चाहिए।चित्त जितना शुद्ध होगा उसी अनुपात में मन स्थिर होता है।तप किए बगैर किसी को सिद्धि प्राप्त नहीं होती। इतिहास साक्षी है कि जैन धर्म के तीर्थंकर महावीर स्वामी और बौद्ध धर्म के प्रवर्तक गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति कई प्रकार की कठोर तपस्याओं से गुज़रने के बाद ही हुई। जीवन में जब चीजें सरलता से मिल जाएं तो उनका हम मूल्य नहीं समझते।जिस उपलब्धि को पाने के लिए हमें संघर्ष करना पड़े,असल महत्व वही रखती है।जिस प्रकार तपे बिना मोमबत्ती रोशनी नहीं देती,तपे बिना ज़ेवर नहीं बनता,तपे बिना कोयला हीरा नहीं बनता, तपे बिना खेत अनाज नहीं देते, तपे बिना लोहा आकार नहीं लेता,उसी तरह तपे बिना आदमी,खास नहीं बनता। किसी भी फील्ड में आगे बढ़ने के लिए तपना पड़ता है। सफलता का कोई शार्टकट नहीं होता है,आम से खास बनने के लिए तपना पड़ेगा।कई बार शार्टकट अपनाने से व्यक्ति को गंभीर परिणाम भोगने पड़ते हैं।हर एक व्यक्ति के लिए तपना जरूरी है। इससे ही जीवन में ऊंचाईयां हासिल होती हैं।मैं यह देखकर हैरान हो गया कि लोग आखिर तपना क्यों नहीं चाहते, पसीना बहाना क्यों नहीं चाहते, सीखने की प्रक्रिया पूरी क्यों नहीं करना चाहते। गुजरात के हीरा व्यापारी सावजी ढ़ोलकिया ने अपने पुत्र को सीधे ही अरबों-खरबों का मालिक नहीं बनाया, वरन् निचले पदों से धीरे-धीरे ऊपर आने को कहा।जब इतने धनी और नामी लोग तपने की प्रक्रिया का महत्व समझते हैं तो आम आदमी शार्टकट क्यों चाहता है। एक्ट्रेस एक्टिंग निखारने की बजाय अंग प्रदर्शन करके रोल पाना चाहती हैं। तपने को दुर्भाग्य नहीं, वरन् प्रवेश समझिए । यदि आप उत्तीर्ण हो गए तो बड़ी उपलब्धि आपका इंतजार कर रही है। मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। मंगलाचरण महिला मंडल ने तप गीत से किया। स्वागत वक्तव्य सभा सहमंत्री मुकेश कोठारी ने दिया।सभा उपाध्यक्ष पूर्ण गांग ने अभिनंदन पत्र का वाचन किया। मुस्कान जैन (पंजाब), रत्ना देवी कोठारी, संगीता कोठारी, पुष्पा देवी मादरेचा, गीता देवी कोठारी, राजेन्द्र कोठारी, विमला देवी चपलोत, उज्जवल कोठारी, तेयुप अध्यक्ष दीपक कोठारी, महिला मंडल अध्यक्ष नीरू कोठारी, मंत्री भावना बोहरा ने विचार रखे।सभा सहमंत्री हस्तीमल कोठारी ने आभार ज्ञापित किया।कार्यक्रम का संचालन मुनि अतुल कुमार ने किया।