जिला स्तरीय गाँधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ
राजसमन्द @RajsamandTimes। राजस्थान सरकार के शांति एवं अहिंसा विभाग द्वारा आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय गाँधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। जिला स्तरीय गाँधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के संयोजक नारायण सिंह भाटी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा आमजन को गांधी विचार के अनुकूल राहत प्रदान करते हुए लाभकारी योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मानना है कि गाँधी जी के विचारों को जन.जन तक पहुँचाया जाए क्योंकि गाँधी अतीत ही नहीं वर्तमान भी है और भविष्य भी हैं। उन्होंने कहा कि शांति एवं अहिंसा के मार्ग पर चलकर ही मानव समाज का विकास सम्भव हैं।उन्होंने कहा कि दो दिन के प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य गाँधी दर्शन एवं गाँधी दर्शन पर आधारित सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाना हैं।
जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में गाँधी के विचार बेहद सामयिक हो गए हैं,नई पीढ़ी को गाँधी के बताए मार्ग पर चलने की जरूरत हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी का दर्शन हमें जीवन के हर क्षेत्र में बेहतर बनाता हैं और उनका बताया हुआ अहिंसा का मार्ग ही जीवन जीने का सर्वश्रेष्ठमार्ग हैं, जिसे आज पूरी दुनिया अपना रही हैं।उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का मुख्य उद्देश्य असहाय व्यक्ति की मदद करना हैं।
अहिंसा के मार्ग पर चलना वीरों का कामः डॉ विजेन्द्र कुमार शर्मा
मुख्य वक्ता के रूप में व्याख्यान देते हुए डॉक्टर विजेंद्र कुमार शर्मा ने महात्मा गाँधी के समूचे जीवन पर प्रकाश डाला और उनके जीवन की विभिन्न घटनाओं का उल्लेख करते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही।उन्होंने महात्मा गाँधी की शांति एवं अहिंसा नीति सत्य के साथ मेरे प्रयोग पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शांति विश्व कल्याण के लिए परम आवश्यक है तथा शांति की परिकल्पना के लिए शिक्षा परम आवश्यक है।
समाजसेवी हरिसिंह राठौड़ ने कहा कि महात्मा गाँधी ने सर्व समाज को साथ लेकर न सिर्फ देश को आजाद कराया बल्कि एक सूत्र में पिरोने का अतुलिय कार्य किया हैं। इसके बाद शिविर में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से दिलीप श्रीमाली ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना एवं चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रतिभागियों को दी।डॉ विभा शर्मा ने गाँधी चिंतन की प्रासंगिकताएं, आधुनिक विश्व व भारत के परिपेक्ष्य में विस्तार से बताया।
शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ के उप संयोजक बहादुर सिंह चारण ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पंचायती एवं नगरीय निकायों के वार्डों के चयनित सदस्यों ने शिविर में भाग लेकर गाँधी जी के विचारों को ग्रहण किया हैं। वे उसका अपने क्षेत्र में जाकर गाँधी दर्शन एवं सरकार की योजनाओं का युवाओं व आमजन में प्रचार प्रसार कर लाभांवित करेंगे।देश के सुप्रसिद्ध गाँधी विचारक प्रोफेसर सतीश राय कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे। उन्होंने महात्मा गाँधी के जीवन की विभिन्न घटनाओं को उल्लेखित करते हुए उनसे प्रेरणा लेने की बात कही। प्रोफेसर राय ने चंपारण सत्याग्रह, अफ्रीका में गाँधी को रेल से उतारे जाने की घटनाए असहयोग आंदोलन भारत छोड़ो आंदोलन के किस्से आदि पर विस्तार से जानकारी दी। माधवलाल अहीर,विजय प्रकाश सनाढ्य,कमल मानव ने भी विचार व्यक्त किए।इसके बाद सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग,महिला एवं बाल विकास विभाग,स्वायत्त शासन विभाग, एविविएनएल तथा कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया। शाम को शिक्षा विभाग द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी।
शिविर में अतिरिक्त जिला कलक्टर रामचरन शर्मा जिला परिषद सीईओ उत्साह चौधरी, शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ संयोजक नारायण सिंह भाटी, उप संयोजक बहादुर सिंह चारण,पीसीसी सदस्य शांती लाल कोठारी, नगरपरिषद सभापति अशोक टांक, उपसभापति चुंगीलाल पंचोली, योगेश उपाध्याय आदि उपस्थित थे। प्रशिक्षण का संचालन दिनेश श्रीमाली एवं चावली चौधरी ने किया।