भूखे रहने से नहीं बल्कि मीठा बोलने से पति-पत्नी की उम्र ज़रूर बढ़ सकती है – मुनि अतुल

राजसमन्द (राजसमन्द टाइम्स)। युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि श्री अतुल कुमार के सानिध्य में करवा चौथ पर विशेष प्रवचन का आयोजन हुआ।

मुनि श्री अतुल कुमार ने अपने संबोधन में कहा करवा चौथ महिलाओं का एक प्रमुख त्यौहार है। जो कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। इस पर्व पर सुहागिन स्त्रियां पति की दीर्घायु स्वास्थ्य एवं सौभाग्य की प्राप्ति के लिए निराहार रहकर चंद्रोदय की प्रतीक्षा करती हैं। और शाम को चंद्रमा दर्शन के उपरांत भोजन करती हैं। मुनि श्री ने कहा भूखा रहने से किसी की उम्र बढ़े ये तो कहा नहीं जा सकता लेकिन मीठा बोलने से पति-पत्नी की उम्र ज़रूर बढ़ सकती है। आज के युग में हर एक रिलेशन में कुछ ना कुछ प्रॉब्लम है। किसी में कुछ, किसी में कुछ। प्रॉब्लम का एक कारण एक दूसरे पर तंज कसने की आदत। रिश्ता तब खराब होता है जब व्यक्ति एक दूसरे को हर बात पर ताने मारने लगे या तंज कसने लगें। खट्टी मीठी नोक झोंक हर रिश्ते के लिए जरूरी होती है। लेकिन ताने कसने की आदत व्यक्ति को आहत करती है। अगर आप किसी बात से परेशान हैं तो उसे अपने साथी के साथ साझा करें ना कि तंज कसें। जैसे तुम नहीं समझ सकती या तुम्हें समझ में नहीं आएगी मेरी परेशानी। ज़रूरी नहीं कि कड़वा बोलने वाला गलत बोल रहा है। किसी की भाषा इस तरह बन जाती है कि वो बोलता सही है मगर शब्दों के गलत समीकरण उनको कड़वा बना देते हैं। मधुर बोलने में कोई खर्चा नहीं होता है फिर भी लोग मीठा क्यों नहीं बोलते हैं ? जो लोग कड़वा बोलते हैं असल में वो अंदर से बीमार हैं या उनकी परवरिश कुछ ऐसे हालात में हुई है जिसने उन्हें ऐसा बना दिया है। फिर वो अपने आप को बदल नहीं पाते। उनको कड़वा बोलने की आदत पड़ जाती है। उन्हें भी पता नहीं चलता और जब पता चलता है तब तक बहुत देर हो जाती है और तब वह इस आदत का कुछ नहीं कर सकते। परंतु हमें ऐसे लोगों के साथ बहुत प्यार से पेश आना चाहिए। जैसे कि हम एक डॉक्टर हैं और वो हमारे एक बिगड़े हुए मरीज़। हमें उनके साथ मीठा बोलते रहना चाहिए। धीरे-धीरे वो भी बदल जाएंगे। हमें बहुत सब्र रखना होगा। मुनि श्री रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। प्रवचन में काफी अच्छी संख्या में लोग उपस्थित रहे।