राजसमंद में राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन बुधवार को


जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने औद्योगिक संस्थानों और संगठनों के साथ बैठक लेकर की अधिकाधिक निवेश की अपील

केन्द्रक अभिकरण लघु उद्योग भारती की ओर से हुआ प्री-समिट का आयोजन

राजसमंद। राज्य में औद्योगिक विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा राइजिंग राजस्थान समिट के तहत क्रांतिकारी प्रयास किए जा रहे हैं। इस महत्वपूर्ण पहल में लघु उद्योग भारती को केंद्रक अभिकरण के रूप में अवसर प्रदान किया गया है। राजसमंद जिले में बुधवार 23 अक्टूबर को नाथद्वारा स्थित होटल दी मारुति नंदन ग्रांड में राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन होने जा रहा है, जहां देश-प्रदेश के निवेशक जुटेंगे।

राजसमंद में निवेश को बढ़ावा देने के लिए जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के मुख्य आतिथ्य में एक प्री-समिट के रूप में समस्त औद्योगिक संस्थाओं, संगठनों आदि की बैठक का आयोजन मार्बल गैंगसा एसोसिएशन सभागार में हुआ। जिला उद्योग एवं वाणिज्य केंद्र महाप्रबंधक भानु प्रताप सिंह और प्रबंधक रीको आर के गुप्ता ने बताया कि इस बैठक में मार्बल गैंगसा एसोसिएशन, माइनिंग ऑनर्स एसोसिएशन, ग्रेनाइट कटर एसोसिएशन और मिनरल ग्राइंडिंग एसोसिएशन आदि औद्योगिक संगठनों ने भाग लिया। इसके साथ ही लघु उद्योग भारती की विभिन्न इकाइयों जैसे राजसमंद, आमेट, देवगढ़, जेतपुरा, मोहि, करेड़ा, नाथद्वारा और राजसमंद महिला इकाई ने भी इस चर्चा में भागीदारी की।

जिला कलक्टर असावा ने राइजिंग राजस्थान समिट के महत्व को रेखांकित करते हुए जिले में अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने की अपील की। बैठक में जिले में निवेश की संभावनाओं और आगामी निवेश प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा की गई। सभी उपस्थित संगठनों ने औद्योगिक विकास के इस महत्त्वपूर्ण प्रयास में सक्रिय सहयोग का आश्वासन दिया। असावा ने कहा कि हमें राजसमंद जिले में राइजिंग राजस्थान के तहत अधिकाधिक निवेश लाना है ताकि यह जिला और अधिक समृद्ध बने, अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले। उन्होंने चर्चा के दौरान व्यवसायियों से समस्याओं और उनके समाधान पर भी चर्चा की। सभी ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि जिले में निवेश लाने की दिशा में सभी मिलकर सार्थक प्रयास करेंगे।

उन्होंने बैठक में बताया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से जिले में नए निवेश को आकर्षित करने और औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने का सुनहरा अवसर है। असावा ने कहा कि यह कार्यक्रम जिले की अर्थव्यवस्था के लिए मील का पत्थर साबित होगा और राजसमंद को एक समृद्ध औद्योगिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम कदम है। उन्होंने सभी अधिकारियों और संगठनों से कार्यक्रम की सफल आयोजन की दिशा में पूरा सहयोग करने का आह्वान किया।