राजसमंद : जिले का नवाचार “प्रोजेक्ट सक्षम सखी” लाया रंग

  • एक ही दिन में 21 करोड़ रुपए के ऋण वितरित होने से एसएचजी की महिलाओं के खिले चेहरे
  • कलक्टर असावा ने दिन-रात प्रयास कर एडवांस ऑर्डर से कराई 15 लाख रुपए के उत्पादों की बिक्री
  • राजीविका के मेगा ट्रेड फेयर और क्रेडिट कैंप का हुआ भव्य आयोजन

राजसमंद (राजसमन्द टाइम्स) । राजीविका की एसएचजी की महिलाओं सशक्त बनाने के उद्देश्य से राजसमंद जिला कलक्टर का नवाचार ‘प्रोजेक्ट सक्षम सखी’ रंग लाया। शनिवार को राजसमंद स्थित द्वारकेश मेला ग्राउंड में ‘प्रोजेक्ट सक्षम सखी’ के तहत राजस्थान ग्रामीण आजीविका परिषद (राजीविका) का मेगा ट्रेड फेयर और क्रेडिट कैंप आयोजित हुआ जिसमें स्वयं सहायता समूहों को बैंकों और महिला निधि कोपरेटिव बैंक के माध्यम से 21 करोड़ रुपए के ऋण का वितरण हुआ। खास बात यह है कि जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा जब प्रोजेक्ट सक्षम सखी की शुरुआत की थी तब अधिकारियों को 11 करोड़ का ऋण जुटाने का लक्ष्य दिया था, लेकिन बैंकों ने भी इसमें बढ़ चढ़ कर उत्साह दिखाया और 11 करोड़ के बजाय 21 करोड़ रुपये का ऋण एसएचजी को वितरित किया। एक जिले से एक ही दिन में इतनी बड़ी ऋण राशि के वितरण से नया रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। कार्यक्रम में एसएचजी समूहों और बैंकों का भी सम्मान हुआ, तो वहीं एसएचजी के उत्पादों के स्टॉल भी लगाई गई जिनकी बिक्री हुई।

कार्यक्रम में राजसमंद सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी, नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ सहित शहर के पार्षद, कई जनप्रतिनिधि पहुंचे और महिलाओं का उत्साहवर्धन किया। इसी तरह जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा, एसपी मनीष त्रिपाठी, एडीएम नरेश बुनकर, जिला परिषद सीईओ बृज मोहन बैरवा, उपखंड अधिकारी बृजेश गुप्ता, जिला परिषद एसीईओ और राजीविका की जिला परियोजना प्रबंधक डॉ सुमन अजमेरा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

सांसद और विधायकों ने कहा- “आप हमारे रोल मॉडल, हम गौरवान्वित हैं…”

सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ ने कहा कि उन्हें एसएचजी की महिलाओं पर गर्व है, राजीविका ने महिला सशक्तिकरण का सपना साकार किया है, महिलाओं को निरंतर मेहनत कर आगे बढ़ते रहना है, इस दिशा में जनप्रतिनिधि भी आपके साथ हैं। उन्होंने सभी महिला सखियों को सफलता बधाई देते हुए कहा कि सरकार के प्रयास धरातल पर मूर्त रूप ले रहे हैं, जो महिलाएं एसएचजी में सफल हो गई है वे अब अन्य जरूरतमंद महिलाओं को भी इसमें जोड़े और लाभान्वित करें।

कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ ने कहा कि जब उन्हें पता चला कि आज एसएचजी को 21 करोड़ रुपये का ऋण वितरण हो रहा है तब उनकी भी खुशी का ठिकाना न रहा। उन्होंने कहा कि महिलाएं अब जागरूक हो गई है, महिलाएं उद्यम के माध्यम से अपने परिवार को आज संबल प्रदान कर रही है, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा ने जो महिला कल्याण का जो सपना देखा था वह अब धरातल पर दिखाई दे रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया के माध्यम से अब सीधे महिलाओं के खाते में पैसा पहुंचता है जिससे पारदर्शिता भी बढ़ी है।

राजसमंद विधायक श्रीमती दीप्ति माहेश्वरी ने कहा कि आप सभी एसएचजी की कर्मठ महिलाएं हमारे लिए रोल मॉडल हैं, ये महिलाएं न सिर्फ पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन कर रही है बल्कि अब आर्थिक रूप से भी अपना योगदान दे रही है। उन्होंने कहा कि 2014 में प्रधानमंत्री का पद संभालने के बाद से श्री नरेंद्र मोदी ने महिला सशक्तिकरण के कई प्रयास किए थे, यह यात्रा अब निरंतर आगे बढ़ते हुई यहाँ तक पहुंची है। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राजस्थान सरकार ने भी महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक कल्याण के लिए कई योजनाएं लागू की है जिससे धरातल पर सकारात्मक परिवर्तन आए हैं।

नाथद्वारा विधायक विश्वराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि यह साबित हो रहा है कि राजीविका का गठन जिस उद्देश्य से किया गया था वह उद्देश्य पूरा हो रहा है। आगे भी निरंतर मेहनत करते हुए आगे बढ़े और देश को सशक्त करने में भूमिका निभाएं।

महिलाएं हैं अर्थव्यवस्था की धूरी : कलक्टर

जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने कहा कि महिलाएं हमारी अर्थव्यवस्था की धूरी हैं, उन्हें विचार आया था कि क्यों न जिले में ‘प्रोजेक्ट सक्षम सखी’ के रूप में एक नवाचार किया जाए जिसके तहत एसएचजी को सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं की मदद से अधिकाधिक सहयोग दिलाया जाए। इस विचार को साकार करने के उद्देश्य से यहाँ एक विशाल मेला और क्रेडिट कैंप लगाया गया ताकि न सिर्फ एसएचजी के उत्पादों की बिक्री हो बल्कि उन्हें बड़े स्तर पर ऋण भी वितरित किए जाएँ। उन्होंने कहा जिले में सभी 8 उपखंड क्षेत्र में 8524 एसएचजी का गठन किया जा चुका है जिनसे 1 लाख 25 हजार परिवार जुड़े हैं। जब राजीविका के उत्पाद बिकते हैं तो इन जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों को सीधा लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि एसएचजी की महिलाएं जिले में शानदार काम कर रही है, प्रशासन का प्रयास है कि उन्हें हर संभव प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराकर प्रोत्साहन प्रदान करें।

एसपी मनीष त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस लाइन में राजीविका की एक दुकान संचालित है जहां विविध प्रकार के उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध होते हैं, यहाँ नियमित रूप से उत्पादों की बिक्री हो रही है। उन्होंने राजीविका के एसएचजी के माध्यम से पुलिस लाइन में पुलिसकर्मियों के परिवारों हेतु स्किल डेवलपमेंट कैंप आयोजित कर विभिन्न उत्पादों का प्रशिक्षण देने की बात कही। एसपी त्रिपाठी ने राजस्थान पुलिस की सुरक्षा सखी योजना की भी सभी के साथ जानकारी साझा की और महिलाओं से इसमें जुडने का आह्वान किया।

सरिता कंवर की कहानी ने किया भावुक :

मंच से राज्यावास निवासी सरिता कंवर पति हिम्मत सिंह (भोलेनाथ स्वयं सहायता समूह) ने अपने संघर्ष और सफलता की कहानी जब प्रस्तुत की तो पूरा मंच और सभी उपस्थित जन भावुक हो गए। सरिता ने बताया कि समूह से जुडने से उसकी आर्थिक स्थिति बहुत ही कमजोर थी, परिवार ने जो दुकान लगाई थी उसमें 20 लाख रुपये का घाटा हो गया, कर्ज बहुत बढ़ गया, कोई भी पैसे देने के लिए तैयार नहीं था, कर्ज के कारण गहने भी बेचने पड़े, बच्चों को पढ़ाना भी मुश्किल हो गया, पूरे परिवार का एक-एक दिन जीना मुश्किल हो गया और जीवन में अब कोई उम्मीद नहीं बची थी। समूह से जुड़ने के बाद उन्हें पहले बुक कीपर का काम मिला, जिसका मुझे एक माह का 250 रू. मानदेय मिला।

तीन माह बाद परियोजना से टी1 की राशि 15000 रुपए आई जिसमें से उसने 10,000 का ऋण लिया और सिलाई मशीन खरीदी। जिसके बाद पुनः 15000 का ऋण लिया और दो सिलाई मशीन खरीदी। इसके बाद सिलाई सेन्टर खोला, क्लस्टर ऑफिस बनाया। क्लस्टर में लेखपाल का पद दिया गया और ग्राम संगठन में वीओए का काम मिला जिससे उसकी आमदनी बढ़ी। इसके बाद कई उत्पाद जैसे चाय मसाला, छाछ मसाला, हल्दी, धनिया, मिर्च, आलू चिप्स, पापड़ आदि बनाने लगी। घर पर डेयरी व्यवसाय भी शुरू किया। इन सभी प्रयासों से आज उसे काफी अच्छी आमदनी हो रही है, उसका बिजनेस लगातार बढ़ता जा रहा है, परिवार का सारा आर्थिक संकट दूर हो गया है जिसके लिए वह राजीविका की आभारी है।

21 करोड़ का ऋण वितरण, इधर खरीददारी को उमड़े शहरवासी :

कार्यक्रम में एचडीएफसी बैंक ने 5 करोड़ 59 लाख, आईसीआईसीआई ने 3 करोड़ 25 लाख, पीएनबी ने 2 करोड़ 17 लाख, एसबीआई ने 1 करोड़ 46 लाख, इंडियन बैंक ने 1 करोड़ 45 लाख, कैनरा बैंक ने 1 करोड़ 43 लाख, बैंक ऑफ बड़ौदा ने 1 करोड़ 3 लाख, आरएमजीबी ने 98 लाख, यूबीआई ने 17 लाख 50 हजार, यूसीसीबी ने 5 लाख, आईओबी ने 3 लाख, सीबीआई बैंक ने 2 लाख का ऋण, महिला निधि ने 3 करोड़ 33 लाख, कुल लगभग 21 करोड़ का ऋण एसएचजी समूहों को स्वीकृत किया गया।

कार्यक्रम में रूपणमाता एसएचजी, तिरंगा एसएचजी, महादेव एसएचजी, राधेकृष्णा एसएचजी, सहयोगिनी उत्पादक समूह, चारभुजा समूह, वन उपज उत्पादक समूह, संजीवनी उत्पादक समूह, श्रीजी उत्पादक समूह, चेतना एसएचजी, गायत्री क्लस्टर, सेन्ड माता एसएचजी, गोराम किसान समूह, माँ शेरावली एसएचजी सहित अन्य समूहों ने अपनी स्टॉल लगा कर गुलाब के उत्पाद जैसे शर्बत, गुलकंद, गुलाबजल, मीनाकारी के प्रोडक्ट, शिबऑरी कृति, नमकीन, आचार, जूट बैग, मसाले, फ़ाइल कवर, सेनेटरी पैड, हैंडवाश, डिशवॉश, फ़िनाइल सहित कई प्रकार के उत्पाद विक्रय किया जिन्हें खरीदने के लिए शहरवासी पहुंचते रहे।

कलक्टर के प्रयास से मिले एडवांस ऑर्डर और बीके 15 लाख के उत्पाद :

जिला कलक्टर असावा अपने नवाचार प्रोजेक्ट सक्षम सखी की सफलता के लिए दिन-रात इस तरह लगे रहे कि 15 लाख रुपये के उत्पाद विक्रय करवा दिए। उन्होंने प्रोजेक्ट सक्षम सखी के लिए तीन सौ रुपए की लागत से बने दीपावली गिफ्ट हैम्पर का व्यापक प्रचार प्रसार किया। उन्होंने अपने कई परिचितों को फोन किया और ये उत्पाद खरीदने की अपील की। उनके प्रयास से विश्वभारती लाडनू, भारत विकास परिषद, जयपुर फेयर एवं ट्राइफेड, हिंदुस्तान स्पोर्ट्स, एनआरएलएम एवं एनयूएलएम रसोई, नगर निकायों सहित कई संस्थाओं ने एडवांस ऑर्डर बुक करवा लगभग 15 लाख की लागत के उत्पाद क्रय किए जिससे इन महिलाओं को प्रोत्साहन मिला है। जब कलक्टर ने मंच से इस बात की जानकारी दी तो सभी ने तालियाँ बजाकर उनके प्रयासों को सराहा।

राजीविका के ये टीम रही मौजूद :

राजीविका के जिला प्रबंधक वित्त कालू राम हिंगड़, वित्तीय समावेशन कमल कुमार मारु, जिला तकनीकी विशेषज्ञ मुकेश नवल, जिला प्रबंधक आजीविका मनीष मेवाड़ा, अजय माली, डीआरसी हेड प्रीति लोधा, वाई पी नॉन फार्म श्रेया हाजरा, लेखा पर्यवेक्षक हेमंत छीपा, केशियर रविशंकर तिवाड़ी, समस्त ब्लॉक एवं सीएलएफ स्तरीय स्टाफ व कैडर सहित बड़ी संख्या में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन दिनेश श्रीमाली एवं जिला प्रबंधक आईबीसीबी व एचआर भेरू लाल बुनकर ने किया। कार्यक्रम में राजीविका की सभी ब्लॉक टीमों का भी सम्मान किया गया।