राजसमंद (राजसमन्द टाइम्स)। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा ने मंगलवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक लेते हुए जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समस्त योजनाओं, गतिविधियों, विकास कार्यों, महत्वपूर्ण समस्याओं और भविष्य की योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने शत-प्रतिशत टीआईडी जनरेट करने, माँ वाउचर योजना से हर पात्र गर्भवती महिला को लाभान्वित करने, संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने, सोनोग्राफी में आ रही समस्याओं को दूर करने और अस्पतालों में समुचित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि 25 नवंबर को सभी चिकित्सालयों में एक विशेष अभियान चलाएं जिसके तहत अस्पताल के साथ-साथ 50 मीटर के रेडियस में सफाई सुनिश्चित करें।
बैठक में चिकित्सा अधिकारियों ने बताया कि कुछ जाँचें ऐसी है जिनके सैंपल उदयपुर आरएनटी मेडिकल कॉलेज भेजने पड़ रहे हैं, इस पर कलक्टर ने कहा कि आवश्यक जांच मशीनों की खरीद कर यह व्यवस्था करें कि सभी जाँचें यहीं हो जाए और सैंपल बाहर न भेजने पड़ें। उन्होंने दीपावली से पहले-पहले डायबटीज़ मे होने वाली एचबीएवनसी की जांच जिले में ही शुरू करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही बाकी अन्य एडवांस लेवल की जाँच भी जिले में शुरू करने के निर्देश दिए। इसके लिए आरएमआरएस में जांच उपकरणों के खरीद प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। कलक्टर ने कहा कि मरीजों को अनावश्यक निजी चिकित्सा संस्थानों या बाहरनहीं जाना पड़े, इसके लिए हर संभव उपाय सुनिश्चित करें।
आमजन को मिले गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा व्यवस्था
जिला कलक्टर असावा ने चिकित्सा अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि सभी मरीजों को बेहतर और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचना चाहिए और कोई भी व्यक्ति समुचित उपचार से वंचित नहीं रहना चाहिए। अस्पतालों में गुणवत्ता और सेवा की निगरानी सुनिश्चित की जाए, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत जिले के लगभग 85 फीसदी परिवार पात्रता रखते है इसलिए इसी अनुपात में चिकित्सा संस्थानो पर भर्ती होने वाले मरीजों को इस योजना का लाभ मिले इसके लिये व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा की जिला चिकित्सालयों तथा उप जिला चिकित्सालय के साथ ही जिन सीएचसी पर अधिक मरीज आते है वहां पर्ची के लिये अतिरिक्त कम्प्यूटर ऑपरेटर अथवा दवा वितरण केंद्र की आवश्यकता है तो तुरंत कार्यवाही करें जिससे मरीजों एवं परिजनों को अनावश्यक लम्बी कतारों में नहीं खड़ा होना पडे़।
मां वाउचर योजना से कोई पात्र गर्भवती महिला वंचित न रहे
उन्होंने जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए कहा की चिकित्सा संस्थानों में ओपीडी समय में चिकित्सा अधिकारी अपने कार्यस्थल पर रहे तथा रात्रि समय में ड्यूटी वाले चिकित्सकों के नाम संस्थान पर प्रदर्शित करवायें। साथ ही मां वाउचर योजना के लिये प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं को निःशुल्क सोनोग्राफी मिले इसके लिए आशा एवं एएनएम के माध्यम से नियमित ट्रैक कर उन्हें सोनोग्राफी के लिए प्रेरित करें। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को अपने क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं का अधिक से अधिक संस्थागत प्रसव राजकीय चिकित्सा संस्थानों में हो इसके लिये भी कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने चिकित्सा संस्थानों के लिये जिले में जारी नवाचार के तहत परफोरमेन्स इंडिकेटर में मां वाउचर एवं मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत चिकित्सा संस्थान द्वारा उपलब्धि को जोड़ने के लिये भी निर्देशित किया। बैठक में उन्होंने मुख्यमंत्री निशुल्क दवा योजना एवं मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना की ब्लॉकवार समीक्षा कर दिशा-निर्देश दिए।
तम्बाकू मुक्त अभियान, एंटी लार्वा गतिविधियां, एनीमिया मुक्त राजस्थान की हुई समीक्षा
बैठक में सीएमएचओ डॉ हेमन्त कुमार बिन्दल ने सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया। साथ ही सभी चिकित्सा संस्थानों में चिकित्सकीय उपकरणों की मैपिंग करने के निर्देश दिए जिससे अतिरिक्त उपकरणो को आवश्यकता वाले चिकित्सा संस्थानो को उपलब्ध करवाया जा सके। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर समीक्षा की तथा मिसिंग डिलीवरी को चिन्हित करने के साथ ही संस्थान के डेटा एन्टी ऑपरेटर से नियमित संवाद कर किये गये कार्यो का समय पर इन्द्राज करने के लिए निर्देशित किया।
उन्होंने गैर संचारी रोगों की रोकथाम के लिये संचालित गतिविधियों को लेकर गंभीरता के साथ कार्य करने के लिये कहा तथा मौसमी बीमारियों के लिये नियमित एंटी लार्वा गतिविधियां संपादित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने तम्बाकू मुक्त युवा अभियान 2.0 के तहत सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को अधिक से अधिक चालान के लिए निर्देशित किया।
बैठक में उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण डॉ नरेन्द्र यादव ने परिवार कल्याण कार्यक्रम व एनीमिया मुक्त राजस्थान को लेकर समीक्षा की। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ रामनिवास जाट ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर विस्तार से समीक्षा की। बैठक में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी आर.के जिला चिकित्सालय डॉ रमेश रजक, नाथद्वारा जिला चिकित्सालय डॉ कैलाश भारद्वाज, उपजिला चिकित्सालय भीम डॉ गिरधारी गुप्ता, जिला कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम आशीष दाधीच, जिला लेखा प्रबंधक नरेश जावरिया तथा सभी चिकित्सा चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थे।