राजसमन्द@RajsamandTimes। विश्व सामाजिक न्याय दिवस के अवसर पर अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश मनीष कुमार वैष्णव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं चाईल्ड लाईन के संयुक्त तत्वाधान में यशोदानन्दन गौतम द्वारा पीपली आचार्यन् गांव की आंगनबाड़ी केन्द्र एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
यशोदानन्दन गौतम द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुये बताया कि इस दिवस का मुख्य उद्देश्य वर्गो के बीच के संघर्ष को रोकना और -शांति बनाए रखना है। सामाजिक न्याय का अर्थ है लिंग, आयु, धर्म, संस्कृति के आधार पर भेदभाव की भावना को भुलकर समान समाज की स्थापना करना। समाज में फैली असमानता व सामाजिक भेदभाव के कारण ही सामाजिक न्याय की मांग और अधिक बढ जाती है।
सामाजिक न्याय का अर्थ है समाज का हर व्यक्ति वर्ग, जाति की वजह से विकास की दौड में पीछे न रह जावे यह तभी संभव हो सकता है जब समाज से भेदभाव को समाप्त किया जावे। भारत में आज भी कई लोग अपनी कई मूल जरूरतों के लिये न्याय प्रक्रिया को नही जानते है जिससे कई बार उनके मानवाधिकार का हनन होता है जिससे उनके अधिकारों से वंचित होना पडता है। इसी कारण सामाजिक न्याय दिवस मनाया जाता है।
गहरीलाल एवं अनिता वैरागी, सदस्य चाईल्ड लाईन ने बताया कि बालश्रम तथा बाल विवाह इस जिला का ज्वलंत मुद्दा है। इस हेतु सरकारी संस्था तथा गैर सरकारी संस्थाओं को आपसी समन्वय के साथ कार्यवाही कर राजसमंद जिला को बालश्रम तथा बाल विवाह मुक्त करवाया जा सकता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा प्रशासन तथा गैर सरकारी संगठन द्वारा बाल विवाह रूकवाने की कार्यवाही करवायी जाती है साथ ही उन्होंने चाईल्ड लाईन के हेल्पलाईन नम्बर 1098 के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर किशन लाल कुमावत एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, विद्यालय के अध्यापक उपस्थित रहें। ज्ञातव्य है कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशन में तालुका विधिक सेवा समितियो द्वारा जिलेभर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों का आयेाजन किया गया।