शनिवार को छुट्टी के दिन सरकारी कार्यालयों में फिर चला स्वच्छता अभियान, कलक्टर-एसपी ने पुलिस लाइन में किया श्रमदान


“माय ऑफिस, क्लीन ऑफिस” अभियान


राजसमंद (राजसमन्द टाइम्स)। स्वच्छता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा के नवाचार ‘माय ऑफिस क्लीन ऑफिस’ के तहत जिले के समस्त सरकारी कार्यालयों में सुबह से ही सफाई कार्य शुरू हुआ जो दोपहर तक चला। कलक्टर असावा पुलिस लाइन पहुंचे और एसपी मनीष त्रिपाठी के साथ विशेष सफाई अभियान में भाग लेकर लाइन में श्रमदान किया।
अभियान के दौरान पुलिस लाइन परिसर की सफाई की गई और साफ-सफाई के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया। इस सामूहिक प्रयास से न केवल परिसर स्वच्छ हुआ, बल्कि सफाई के प्रति आमजन और कर्मचारियों में जागरूकता भी आई। जिला कलेक्टर असावा ने कहा कि स्वच्छ वातावरण सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभदायक नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों की कार्यक्षमता को भी बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के सकारात्मक प्रयास सभी के लिए एक प्रेरणा हैं और स्वच्छता को जीवनशैली का हिस्सा बनाना चाहिए।जिला पुलिस अधीक्षक त्रिपाठी ने कहा, “स्वच्छता अभियान से न केवल परिसर साफ हुआ है, बल्कि इससे पुलिसकर्मियों में एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ है। यह अभियान स्वच्छता के प्रति हमारे दायित्व की याद दिलाता है।” सभी अधिकारियों और कर्मचारियों से अपील की गई कि वे इस स्वच्छता अभियान को निरंतर बनाए रखें और स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाएं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि स्वच्छता केवल एक दिन की गतिविधि नहीं होनी चाहिए, बल्कि इसे एक सतत प्रक्रिया के रूप में अपनाया जाना चाहिए। इस प्रकार के प्रयासों से न केवल वातावरण स्वच्छ होगा, बल्कि लोगों में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना भी विकसित होगी।

कलेक्ट्रेट में किया अभियान का निरीक्षण : 
अभियान के दौरान जिला कलक्टर असावा कलक्टर पहुंचे और यहाँ श्रमदान करने के साथ-साथ हर कक्ष में जाकर सफाई कार्य की प्रगति देखी। जब वे पहुंचे तब कर्मचारी अपने अपने कक्ष की सफाई कर रहे थे, कलक्टर ने इस दौरान आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। साथ ही वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से जिले में ब्लॉक स्तर तक के कार्यालयों का सफाई कार्य उन्होंने देखा।
जिले में पदभार संभालने के बाद से ही जिला कलक्टर श्री बालमुकुंद असावा ने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति आमजन को जागरूक करने हेतु कई नवाचारों की शुरुआत की है। इनमें से उनकी एक नवीन पहल ‘माय ऑफिस, क्लीन ऑफिस’ अभियान की जिलेभर में सराहना हो रही है, जिसमें सरकारी कर्मचारी अपने-अपने कार्यालयों की सफाई में जुटे हुए हैं।
अभियान से आमजन को मिली प्रेरणा
कलेक्टर बालमुकुंद असावा की इन पहलों से जिले में स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है, और आमजन को भी इन अभियानों से प्रेरणा मिल रही है। स्वच्छता का मानव जीवन में अत्यधिक महत्व है क्योंकि यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होती है, बल्कि मानसिक और सामाजिक कल्याण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। स्वच्छ वातावरण हमें बीमारियों से बचाता है, क्योंकि गंदगी और अस्वच्छता कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियों का कारण बनती हैं। नियमित रूप से स्वच्छता का पालन करने से शरीर के रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है और कई गंभीर बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि से बचाव होता है।