प्रभु को पवित्रा अर्पण करना वैष्णव द्वारा की गई वर्ष भर की सेवा का प्रतीक है- विशाल बावा

श्रीजी प्रभु एवं श्री लाडले लाल प्रभु को पवित्रा एकादशी के अवसर पर धराई पवित्रा

पवित्रा द्वादशी,शनिवार को गुरु पवित्रा के अवसर पर गुरु को धराई जाएगी पवित्रा, रविवार को अधिक का छप्पन भोग मनोरथ

नाथद्वारा@राजसमन्द टाइम्स। पुष्टीमार्गीय प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथ जी की हवेली के तिलकायत पुत्र विशाल बावा ने पवित्रा एकादशी उत्सव के अवसर पर श्रीजी प्रभु एवं लाडले लालन जी को उत्थापन की झाँकी के दर्शन में पवित्रा धराई ।संध्या आरती दर्शन में विशाल बावा ने लाडले लाल प्रभु श्री नवनीत प्रिया जी एवं श्री मदन मोहन लाल प्रभु को हिंडोलने में विराजित कर हिंडोलना झूलाया एवं प्रभु को लाड लड़ाए। विशाल बावा ने पवित्रा एकादशी के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि पवित्रा वैष्णव जन द्वारा की गई वर्ष भर की सेवा का प्रतीक है इसलिए पवित्रा 360 तारों की होती है । यह 360 तारों के पवित्र सूत का सूत्र एक वर्ष के अंतर्गत 360 दिनों का प्रतीक है जो मानसी सेवा जैसे मूल फल को देने वाला है । जो मनुष्य विधान पूर्वक पवित्रा नहीं धराता है तो उसकी वार्षिकी सेवा निष्फल हो जाती है। यह पवित्रा समर्पण,प्रभु के भक्ति रत्न को प्रदान करता है तथा वैष्णवों की कीर्ति और पुण्य एवं सुख संपत्ति प्रदान करता है जो प्रभु स्वयं ही प्रदान कर देते हैं, इसलिए प्रभु की प्रेमलक्षणा भक्ति की सिद्धि के लिए ही पवित्रा धराएं, ना की कोई अन्य लौकिक फल की आकांक्षा से । यही सच्चे अर्थों में प्रभु की भक्ति समर्पण में पवित्रा धराना भक्ति का एक रूप है ।

रविवार को श्रीजी प्रभु में अधिक के छप्पन भोग का मनोरथ होगा एवं श्री लाडले लाल प्रभु श्रीजी में पधारेंगे जहां विशाल बावा प्रभु को छप्पन भोग अरोगाएंगे।

विशाल बावा प्रभु सेवा में मुंबई से शुक्रवार को नाथद्वारा आने पर मंदिर के अधिकारी सुधाकर उपाध्याय, श्रीनाथजी मंदिर के मुख्य प्रशासक भारत भूषण व्यास, तिलकायत के मुख्य सलाहकार अंजन शाह,मंदिर के सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य,मंदिर मंडल के संपदा अधिकारी ऋषि पांडे, तिलकायत के सचिव लीलाधर पुरोहित,पीआरओ एवं मीडिया प्रभारी गिरीश व्यास, राजेश्वर त्रिपाठी समाधानी उमंग मेहता,जमादार हर्ष सनाढ्य, कैलाश पालीवाल एवं अन्य वैष्णव जन उपस्थित थे ।