उदयपुर@RajsamandTimes। पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर की ओर से विलुप्त लोक कलाओं पर संभाग स्तरीय नेशनल फॉक फेस्टिवल का आयोजन बुधवार, 2 अक्टूबर को बंजारा रंगमंच शिल्पग्राम में किया जाएगा। साथ ही लीथोग्राफी चित्र प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी।
पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के निदेशक फुरकान खान ने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा विलुप्त हो रही कलाओं के संरक्षण हेतु किए जा रहे प्रयासों के तहत बुधवार 2 अक्टूबर को शिल्पग्राम के बंजारा रंगमंच में विलुप्त कलाओं पर नेशनल फॉक फेस्टिवल (विलुप्त लोक एवं जनजातिय कला महोत्सव) का आयोजन सुबह 11 बजे से किया जा रहा है। इसमें विलुप्त कला तुर्रा कलंगी, कावड़ कला, मोलेला कला, सांझी कला एवं गलालिंग (जोगी गायन) शामिल की गई है। इन कलाओं के बारे में विशेषज्ञ डेमो के साथ जानकारी देंगे। कला जिज्ञासु शिल्पग्राम में आकर कलाकारों के साथ बातचीत कर इस कला के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।
लीथोग्राफी प्रिंट मेकिंग चित्र प्रदर्शनी:-
साथ ही पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर द्वारा बागोर की हवेली में 24 से 30 सितम्बर 2024 तक आयोजित सात दिवसीय लीथोग्राफी कार्यशाला में बनाए गए खूबसूरत चित्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस कला प्रदर्शनी में करीब 20 प्रतिभागियों ने भाग लिया था। इस कार्यशाला के विशेषज्ञ जानी यश राजेश कुमार एवं उत्पल प्रजापति थे। इस कार्यशाला के समापन अवसर पर बुधवार को शिल्पग्राम में सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।