पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय पटल पर उभरा नाथद्वारा , 369 फ़ीट विश्वास स्वरुपम प्रतिमा ने बनाई अलग पहचान

नाथद्वारा। तत पदम् संस्थान की ओर से श्रीनाथजी की नगरी नाथद्वारा में निर्मित विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा  ‘‘विश्वास् स्वरूपम” Statue of belief के लोकार्पण के साथ ही नाथद्वारा पर्यटन के अंतरराष्ट्रीय पटल पर उभर जाएगा, जिससे यहां के पर्यटन उद्योग को भी नई गति प्रदान होगी। धार्मिक नगरी में अब विश्व स्तरीय पर्यटन भी विकसित होगा, हरी भरी वादियों को विकसित कर बनाई गई विश्व की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा के भ्रमण को लेकर कुछ ख़ास बातें इस प्रकार हैं।

उदयपुर जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर गणेश टेकरी की पहाड़ी पर स्थित यह प्रतिमा सभी राज्य और जिला मुख्यालयों से जुड़ा हुआ पर्यटन स्थल है।प्रतिमा स्थल पर प्रवेश करते ही पार्किंग में गाड़ी खड़ी कर टिकट ले कर 200 मीटर दूर स्थित पार्क के एंट्री गेट तक पैदल व गोल्फ कार्ट से आ सकेंगे ।

मुख्य प्रवेश द्वार :- पार्किंग स्थल से 200 मीटर की दूरी पर आकर्षक मैन एन्ट्री गेट बनाया गया है। मैन गेट से एन्ट्री करते ही आप स्वयं महसूस करेंगे कि आप किसी खास जगह पर आ गये है। मैन एन्ट्री गेट पर ही आपको संपूर्ण क्षेत्र की सहज जानकारी भी उपलब्ध हो जायेगी। अर्ध चंद्राकर मे बने मैन एंट्री गेट के दोनो ओर भगवान की प्रतिमाये व बीच मे एक शिवलिंग लगाया गया है।

जिप लाईन:- अभी तक श्रीजी की नगरी धार्मिक पर्यटन नगरी के रूप में ही जानी जाती थी, लेकिन अब ‘‘विश्वास् स्वरूपम” में एडवेंचर ट्यूरिज्म को भी उपलब्ध कराने का प्रयास किया गया है। यहां विश्व स्तरीय बेहतरीन जिप लाईन का निर्माण किया गया। जिप लाईन पर्यटकों को रोमांचित कर देगा तथा सैलानी विश्व स्तर की साहसिक गतिविधि का लाभ उठा सकेंगे। जिप लाईन आमतौर पर स्टेनलेस स्टील से बनी होती है तथा इसे ढ़लान पर लगाई जाती है। पर्यटको के लिए यह एक नया अनुभव साबित होगा।

जंगल कैफ़े :– ‘‘विश्वास् स्वरूपम” परिसर मे जंगल कैफ़े भी बनाया गया हैं। इस एरिया मे पर्यटको कों घने जंगल ओर जंगल सफारी का अहसास होगा।

संगम स्थल:- परिसर में एक संगम स्थल भी विकसित किया गया हैं। यहाँ पर्यटक नंदी एवं शिव प्रतिमा के साथ सेल्फी भी ले सकेंगे। यहाँ 5 रास्तो का मिलन होने के कारण भी इसे संगम स्थल कहा जाता हैं।

नंदी:- ‘‘विश्वास् स्वरूपम” में जहां भगवान शिव की प्रतिमा अल्हड़ मुद्रा में नजर आ रही है वही यहां स्थापित 21 फीट की नंदी की प्रतिमा भी मस्त मुद्रा में है। नंदी के तीन पैर जमीन पर तथा एक पैर हवा में इसकी मस्त मुद्रा को बयां करता है। नंदी की इस तरह की प्रतिमा बहुत कम दृश्टिगोचर होती है। नंदी को भगवान शिव के धाम का द्वारपाल भी माना गया है, इसलिए यहां भी नंदी की विशेष मुद्रा को स्थापित किया गया है।

ओपन थियेटर:-ओपन थियेटर को गार्डन थियेटर भी कहे तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी। पंचकोण आकार में विकसित किये गये इस थियेटर की सैंकडो की दर्शक क्षमता है। रात्रि में भी इसका उपयोग होने की स्थिति पर प्रकाश् की समुचित व्यवस्था की गई है।

हरिहर सेतु:- शिव प्रतिमा के सामने कृतिम तालाब बनाया गया हैं ओर इस तालाब के ऊपर हरिहर सेतुः बनाया गया है।

म्यूजिकल फाउंटेन:- क्षेत्र में 15000  वर्ग फीट एरियें में म्यूजिकल फाउंटेन भी विकसित किया गया है। इसके नजदीक ही स्टेडियम नुमा सीढ़ीयों का निर्माण भी किया गया है ताकि पर्यटक आराम से बैठकर म्यूजिकल फाउंटेन का आंनद ले सके।

VR गेम जोन:- विश्व स्तरीय सुविधाओं के लिए यहां वर्चुअल रियलिटी गेम जोन बनाकर मनोरंजन के क्षेत्र में नया आयाम स्थापित करने का प्रयास किया गया।

गेम जोन:- यहाँ पर्यटक विभिन्न प्रकार के खेलो का आनंद ले सकेंगे।

फूड कोर्ट:- घूमने फिरने के दौरान लगी आपकी तृष्णा को शांत करने के लिए सर्वसुविधायुक्त बेहतरीन फूड कोर्ट में भी विकसित किया गया है। यहां आपकों खान पान सम्बन्धित चटपटे व्यंजन, मिठाई सहित सभी वस्तु फ्रेश् उपलब्ध होगी।

गो कार्टिग:- कोर्टिंग एक छोटी, खुली व चार पहिये के वाहनों के ओपन व्हील मोटर स्पोर्ट्स का एक संस्करण भी यहां स्थापित किया गया जो छोटे सर्किट पर दौडाई जायेगी। “विश्वास स्वरूपम” परिसर मे 20 हज़ार sqare feet का कार्टिंग ट्रैक बनाया गया हैं।

बंजी जंपिंग:- विश्व स्तरीय सुरक्षा उपकरणों से सुसज्जित कृत्रिम रूप से देश् का सबसे ऊंचा बंजी जंपींग टावर यहां स्थापित किया गया है। टाॅवर बेस्ड इस जंपिंग की ऊंचाई 185 फ़ीट  है। इसमें प्रयुक्त होने वाले रस्से भी विशेष तौर पर अमेरीका से मंगवायें गये है। पर्यटकों की सुरक्षा का पूरा ख्याल रखा जायेगा तथा समय समय पर सुरक्षा मापदण्डों को जांचा व परखा भी जायेगा। यहाँ 10 मीटर का ग्लास वॉक भी बनाया गया हैं।

शिव प्रतिमा:– ‘‘विश्वास् स्वरूपम” में विश्व की सबसे ऊंची 369 फीट की शिव प्रतिमा स्थापित की गई है। इस प्रतिमा मे भगवान शिव अल्हड़ मुद्रा में विराजित है और यह प्रतिमा 20 किलोमीटर दूर से ही नजर आने लग जाती है। आरसीसी से निर्मित यह प्रतिमा 250 किलोमीटर प्रति घण्टा की रफ्तार से चलने वाली हवाओं को झेलने में सक्षम है।

व्यूइंग गैलरी:– रोमांच को बरकरार रखने के लिए विश्व की सबसे ऊंची इस शिव प्रतिमा में व्यूइंग गैलरी भी बनाई गई है।  270 से 280 फीट ऊंचाई पर इस व्यूइंग गैलरी से आप यहां आप अरावली पहाड़ियों के आस पास के नजारे का आनंद ले सकेंगे। यहां सीढ़ीयां भी ग्लास की ही बनाई गई है। व्यूइंग गैलरी में जाने के लिए पर्यटक लिफ्ट तथा सीढ़ियों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

नाथद्वारा सज रहा दुल्हन की तरह


पूरे नाथद्वारा नगर की हर गली चौराहों को रंग बिरंगी फ़रियो और सजावटी टेंटों से सजाया जा रहा है पूरे नगर में लाइटिंग की जा रही है जिससे महोत्सव के दौरान नाथद्वारा जगमगाता रहेगा, सोमवार को संत कृपा सनातन संस्थान के ट्रस्टी मदन पालीवाल ने महोत्सव से जुड़ी तैयारियों का जायजा लिया उन्होंने कथा स्थल, भोजन शाला, पार्किंग स्थल पर जाकर तैयारियां देखी और आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किये।