राजभोग मेंश्रीजी में “नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की के भाव से मना भव्य “नंद महोत्सव”,
निधि स्वरूप लाले लाल विराजे नंद महोत्सव में स्वर्ण पलने में…
सायं कालीन मनोरथ में श्री जी विराजे मखमल के मोती जड़ित बंगले में लाडले लाल “मचक मचक झूले” मचकी के मनोरथ में…
आराध्य प्रभु श्रीनाथजी की हवेली में अधिक मास में हो रहे मनोरथ में आज अधिक आसोज कृष्ण पक्ष नवमी को राज भोग की झांकी में श्रीजी मैं “नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की” भाव से भव्य नंद महोत्सव के मनोरथ का आयोजन किया गया जिसमें श्री जी के गोद के ठाकुर श्री मदन मोहन लाल जी को स्वर्ण पलने में विराजित कर पलना झूलाया गया भव्य साज-सज्जा जिसमें गोप गोपी दूध-दही की हांडीयें बड़ी अलौकिक प्रतीत हो रही थी इस अवसर पर श्री जी प्रभु को अलौकिक श्रृंगार धराया गया जिसमें वस्त्र सेवा में श्री जी को केसरी पिछोड़ा मलमल को, श्री मस्तक पर केसरी कूल्हे, ठाड़े वस्त्र मेघश्याम, पिछवाई चितराम की नंद महोत्सव पलने के भाव की. आभरण में सब हीरा के वनमाला को श्रृंगार श्रीकर्ण में हीरा के कुंडल, कली कस्तूरी एवं कमल की माला जी धराई गई, श्री मस्तक पर पांच मोर पंख की चंद्रिका की जोड़, वेणुवत्र लहरिया के मीना के, पट केसरी, गोटी मीना की..
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कीर्तन में राग: सारंग, पद- “हेरी है आज नंद राय के आनंद भयो नाचत
गोपी करत कुलाहल मंगल चार ठयों”.
वही श्रीजी के निधि स्वरूप लाडले लाल में निज मंदिर में नंद महोत्सव के भाव से अद्भुत साज-सज्जा के मध्य अलौकिक स्वर्ण पलने में विराजित कर मुखिया जी ने पलना झूला कर लाड लड़ाया
सायंकालीन मनोरथ में श्रीजी प्रभु को मोती जडीत मखमल के बंगले में विराजित कर भव्य मनोरथ का आयोजन किया गया. सायंकालीन मनोरथ में निधि स्वरूप लाडले लाल को लालन के चौक में अद्भुत उपवन की साज-सज्जा के मध्य स्वर्ण किनारी से युक्त मचक मचक झूले के भाव से मचकी के मनोरथ में झूला झुलाया गया जिसकी छटा बड़ी अलौकिक थी!
* अधिक आसोज कृष्ण पक्ष दशमी सोमवार को होने वाले भव्य मनोरथ….
राजभोग की झांकी में श्रीजी प्रभु को अलौकिक फल फूल की मंडली में विराजित किया जाएगा एवं सायं कालीन मनोरथ में श्रीजी प्रभु में मणि कोठे में “छूटत फुहारे आगे” सावन भादो के भाव से भव्य मनोरथ का आयोजन होगा
निधि स्वरूप श्री लाडले लाल को राजभोग में निज मंदिर में फल फूल की मंडली में विराजित कर भव्य मनोरथ मनाया जाएगा एवं सायं कालीन मनोरथ में सावन भादो के भाव से छूटत फुहारे आगे का बगीचे में भव्य मनोरथ का आयोजन होगा.