संस्कृति को बचाने हेतु बच्चों में संस्कारों का संरक्षण करे अभिभावक – बृजभूषण बापू
नाथद्वारा@राजसमन्द टाइम्स। शहर के भंडारी वाटिका में श्रीजी भागवत कथा आयोजन समिति की ओर से आयोजित शिव महापुराण कथा का रविवार को शुभारंभ हुआ । शुभारंभ से पहले आयोजन समिति की ओर से शोभायात्रा निकाली गई, जो की नई रोड स्थित माधव होटल शिव मंदिर से प्रारंभ हुई एवं भंडारी वाटिका में पहुंची , शोभा यात्रा में बैंड बाजों की सुमधुर भक्ति धुनों के मध्य कथा व्यास महामंडलेश्वर बृजभूषण बापू के साथ आयोजन समिति के सदस्य गण व बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी महिला पुरुष सम्मिलित हुए ।
शोभायात्रा के समापन के उपरांत पोथीजी की विधि विधान से स्थापना की गई एवं कथा का शुभारंभ हुआ ,कथा के शुभारंभ में स्थानीय भागवताआचार्य गोपाल शास्त्री की ओर से कथा व्यास का सम्मान माल्यार्पण आदि किया गया, कथा के प्रथम दिन की कथा में कथा व्यास बृजभूषण ने बताया की अपने विचारों से शिव महापुराण क्यों करना चाहिए, इंसान को कभी भी अहम नहीं रखना चाहिए ,शिव महापुराण श्रवण करने से मन की समस्या का हल होता है, उन्होंने बताया कि हमें हमारे जीवन में भगवान के प्रति श्रद्धा एवं भक्ति रखनी चाहिए ,शिव महापुराण श्रावण मास में श्रवण करने से जो पुण्य प्राप्त होता है वह सबसे बड़ा पुण्य है, उन्होंने ओम नमः शिवाय मंत्र के महत्व के बारे में बताया । कथा के समापन पर आयोजन समिति की ओर से पूजन व आरती की गई जिसमें सभी जन सम्मिलित हुए।
सोमवार को शिवमहापुराण कथा के दूसरे दिन कथा व्यास बृजभूषण बापू ने शिव जी के वाहन नंदी के प्राकट्य एवं शिव भक्ति महत्व को समझाया। कथा के दौरान बापू ने कहा कि वर्तमान में जरूरत हमें हमारे बच्चों में सही संस्कार देने की है , तभी हमारी संस्कृति बचेगी, जिसका पहला कर्तव्य माता-पिता का है। कथा के दौरान स्थानीय फूलमाली समाज प्रतिनिधियों ने बृजभूषण बापू का सम्मान किया। कथा सुनने बड़ी संख्या में धर्मप्रेमी जनता उपस्थित रही।