कलश यात्रा के साथ हुआ मचिंद के दो दिवसीय महाराणा प्रताप जयंती मेले का आगाज

खमनोर। वीर शिरोमणि प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप 482 वी जयंती 2 जून को हल्दीघाटी में भव्यता के साथ मनाई जाएगी। इसी क्रम में शक्ति एवं भक्ति की भूमि मचिंद के दो दिवसीय आदिवासी मेले का आगाज मंगलवार को हुआ। मचिंद ग्राम पंचायत से मेला प्रांगण तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में प्रतीकात्मक रूप से आदिवासी युवाओं द्वारा महाराणा प्रताप व उनके सहयोगी राणा पूंजा आदि का भेष धारण कर भाग लिया गया एवं ग्रामीण महिलाओं द्वारा कलश यात्रा का निकाली गई।

मेले का शुभारंभ मुख्य अतिथि समाजसेवी देवकीनंदन गुर्जर सहित पर समारोह अध्यक्ष खमनोर पंचायत समिति प्रधान भेरूलाल वीरवाल, विशिष्ट अतिथि उप प्रधान वैभवराज सिंह चौहान, जिला परिषद सदस्य कुक सिंह ,पूर्व उप प्रधान भंवर सिंह, पंचायत समिति सदस्य मांगीलाल पालीवाल, पूर्व जिलापरिषद सदस्य धर्मनारायण जोशी, विकास अधिकारी नीता पारीक, मचिंद सरपंच अम्बा,थानाधिकारी नवल किशोर,दीपक सेन,पंकज सोनी, गणेश भील,श्रवणदास, नाथद्वारा ब्लॉक कांग्रेस उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह गौरवा, नगर पालिका नाथद्वारा पार्षद शीतल पालीवाल, समाजसेवी मनीष गुर्जर, ओ बी सी प्रकोष्ठ नगर अध्यक्ष कमल कुमावत, युवा नेता नीतेश जोशी, अन्य गणमान्य अतिथियों द्वारा महाराणा प्रताप व राणा पूंजा की छवि के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पाजंलि अर्पित करते हुए विधिवत झंडारोहण कर किया गया। विकास अधिकारी नीता पारीक द्वारा इस महत्वपूर्ण मेले के शुभारंभ की घोषणा की गई। सरपंच अम्बा कुमारी द्वारा स्वागत उदबोधन दिया गया।


समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि देवकीनंदन गुर्जर ने उपस्थित जनसमूह को महाराणा प्रताप के आदर्श जीवन को आत्मसात कर वर्तमान में उसे अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के हालात कुछ खास ठीक न होकर धर्म के नाम पर राजनीति को बढ़ावा दिया जाना लोकतांत्रिक मूल्यों पर खतरा बना हुआ है। इसकी रक्षा हेतु महाराणा प्रताप से प्रेरणा लेकर सर्वधर्म समभाव की भावना से आगे आकर एकजुटता दिखानी होगी।
समारोह को प्रधान भेरूलाल, उप प्रधान वैभवराज , पंचायत समिति सदस्य सहित अन्य अतिथियों ने भी संबोधित किया। हल्दीघाटी पर्यटन समिति संस्थापक कमल मानव ने अपने संबोधन में विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक डॉ सीपी जोशी द्वारा किये गए अथक प्रयासों से मचिंद के जीर्णशीर्ण महलों के संरक्षण हेतु करोड़ों रुपए की स्वीकृति पर राजस्थान सरकार एवं जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री अर्जुन सिंह बामणिया का आभार जताया व नाथद्वारा विधानसभा के ग्रामीण पर्यटन विकास के क्षेत्र में इसे ऐतिहासिक कार्य बताया।


मेला प्रभारी सत्यनारायण बैरवा ने बताया कि मेले शुभारंभ में प्रथम दिवस वॉलीबॉल प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें कुल 8 टीमों ने भाग लिया। कराई आशापुरा बी व कराई आशापुरा सी टीम ने फाइनल में अपनी जगह बनाई व मुकाबला 1 जून को होगा। ऊंची कूद प्रतियोगिता में गणेश लाल कराई ने प्रथम स्थान , दिनेश नोगामा ने द्वितीय एवं पुरीलाल व जगदीश ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

लंबी कूद में प्रकाश सलोदा प्रथम, नारायण लाल भाणा द्वितीय एवं लक्ष्मण लाल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। खेलकूद प्रतियोगिता का संचालन रैफरी राकेश मेनारिया द्वारा किया गया। रात्रिकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों में विशेष प्रस्तुतियां दी जाएगी। समारोह के दौरान आयोजित स्नेह भोज में बड़ी संख्या में आदिवासी समुदाय उपस्थित रहा। इस दौरान अतिथियों द्वारा नाथद्वारा ओबीसी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष कमल कुमावत का जन्मदिन भी मंच पर केक काटा कर मनाया गया।

समारोह के आरम्भ में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा सभी अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी व उपरना ओढ़ाकर स्वागत सत्कार किया गया। कार्यक्रम का संचालन गिरधारीलाल शर्मा ने किया। मेला व्यवस्था में ग्राम विकास अधिकारियों , पंचायत सहायक परस माली,स्थानीय जनप्रतिनिधियों सहित राजस्थान पुलिस के जवानों का विशेष सहयोग रहा।

उल्लेखनीय होगा कि आदिवासियों की सेना के सरदार राणा पूंजा को समर्पित मचिंद मेले की शुरुआत करीब चार दशक पूर्व तत्कालीन प्रधान लाला राम गुर्जर द्वारा की गई थी एवं मचिंद मेले के समापन पश्चात यहाँ से आदिवासियों द्वारा रज कलश को हल्दीघाटी ले जाकर मुख्य महाराणा प्रताप जयंती की शुरुआत करने की परंपरा रही है। मेले का समापन 1 जून को विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी के मुख्य आतिथ्य में सायंकाल पुरुस्कार वितरण के साथ होगा।