राजसमन्द।अपर जिला एंव सेशन न्यायाधीश (सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण) मनीष कुमार वैष्णव ने 22 सितंबर को दोपहर 12.30 पर राजकीय किशोर एवं बाल संप्रेषण गृह का निरीक्षण कर गृह में निरूद्ध बालकों को निरंतर अध्ययन करने व अनुशासित दिनचर्या में रहने की सीख दी।
अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, मनीष कुमार वैष्णव, (सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, राजसमंद) ने बताया कि गृह में कुल 16 बालक आवासरत पाये गये, जिनमें से सुरक्षित गृह में 08, सम्प्रेषण गृह में 05 व विशेष गृह में 03 बालक निरूद्ध हैं।
वक्त निरीक्षण गृह में निरूद्ध बालकों को शिक्षिका श्रीमती अनिता कुमारी द्वारा अध्ययन करवाया जा रहा था शिक्षिका ने बालकों द्वारा पढ़ाई करने में रूचि दिखाना बताया। श्री वैष्णव ने गृह की सफाई व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए। गृह में स्नानघर व शौचालय उपलब्ध हैं दिनांक 19.0.9.2023 को डाॅक्टर रोहित कटारिया व लाल चंद बैरवा द्वारा बालकों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया सभी बालक स्वस्थ पाये गये।
गृह में बालकों की सुरक्षा हेतु अग्निशमन यंत्र उपलब्ध है, स्वस्थ पेयजल हेतु आरओ लगा हुआ है, गर्मी से सुरक्षा हेतु कूलर की व्यवस्था है। बालकों द्वारा प्रातःकालीन भोजन में दाल, चावल व चपाती तथा नाश्ते में दूध व उपमा दिया जाना बताया। बालकों द्वारा वार्ता करने पर सभी बालकों ने अपने प्रकरण में अधिवक्ता नियुक्त होना बताया व उनके मामलों में अधिवक्ता द्वारा पैरवी किया जाना बताया। वक्त निरीक्षण श्री विकास विजयवर्गीय, छात्रावास अधीक्षक उपस्थित मिले।