राजसमंद। विगत दो माह से उदयपुर के वरिष्ठ पत्रकारों को पुलिस अधिकारी द्वारा किए जा रहे मानसिक उत्पीड़न एवं झूठे मुकदमों में फसाने के संबंध में 30 जून 2021को आई एफ डब्ल्यू जे की प्रदेश कार्यकारिणी के निर्णय व प्रदेश अध्यक्ष उपेन्द्र सिंह राठौड़ के निर्देश पर राजसमंद जिले के पत्रकार संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री के नाम अतिरिक्त जिला कलेक्टर कुशल कुमार कोठारी एवं पुलिस महानिदेशक राजस्थान के नाम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में बताया गया कि उदयपुर शहर के एक व्हाट्सएप ग्रुप में प्रदेश के एक सबसे बड़े अखबार में मुख्य पृष्ठ पर छपे लेख कमाई को लेकर कुछ पुलिस अधिकारियों द्वारा अखबार के वरिष्ठ संपादक को व पुलिस विभाग के ही आला अधिकारियों के लिए भी अभद्र भाषा का प्रयोग किया जा रहा था। ग्रुप में मौजूद वरिष्ठ महिला पत्रकार गीता सुनील पिल्लई ( टाइम्स ऑफ इंडिया) ने जब पुलिस उपाधीक्षक जितेंद्र आँचलिया को ग्रुप में अन्य महिला सदस्यों का हवाला देकर संयम व शालीनता बरतने के लिए कहा तो पुलिस अधिकारी द्वारा अपनी गलती नहीं मानने पर की गई शिकायत को अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना कर अगले ही दिन से लगातार महिला पत्रकार गीता सुनील पिल्लई और उनकी बात का समर्थन करने वाले वरिष्ठ पत्रकार भूपेंद्र सिंह चुंडावत पर भी विभिन्न प्रकार के दबाव एवं धमकी दिलाई । इन सबसे भी जब पत्रकार नहीं डरे तो उदयपुर के हिरण मगरी थाने में कुछ पुलिस अधिकारियों से मिलीभगत कर अपने भाई यशवंत आँचलिया के साथ मिलकर दोनों पत्रकारों के विरुद्ध षड्यंत्र रच कर गिरफ्तारी वाली धारा में एक झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया व उसके बाद से ही लगातार मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है। पत्रकारों ने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
आई एफ डब्ल्यू जे की प्रदेश कार्यकारिणी के बैठक पश्चात जारी निर्देशानुसार आई एफ डब्ल्यू जे राजसमंद जिला अध्यक्ष कमल किशोर पालीवाल, राजसमंद पत्रकार परिषद अध्यक्ष ललित चोरडिया एवं श्रमजीवी पत्रकार संघ जिला अध्यक्ष मुबारक शुक्रिया संरक्षक के सानिध्य में ज्ञापन दिया गया । ज्ञापन देने के दौरान जिला महासचिव तरूण जोशी,संयुक्त सचिव सुरेशचंद्र भाट, अलकेश सनाढय,रेलमंगरा उपखंड अध्यक्ष दिलीप वैष्णव,प्रहलाद गोठवाल, उदयगोपाल बडारिया, कुंभलगढ़ उपखंड अध्यक्ष शंभू पुरी गोस्वामी,अशोक सोनी मुकेश पालीवाल, सुरेश बागोरा, दरियाव सिंह आदि उपस्थित थे।