उदयपुर। जैव विविधता से समृद्ध लेकसिटी उदयपुर की आबोहवा अब वन्यजीवों को भी रास आ रही है, इसका ताजा उदाहरण है शहर में सज्जनगढ़ की तलहटी में स्थित बायोलोजिकल पार्क जहां पर पहली बार इंडियन वुल्फ (भारतीय भेडि़या) ने 5 बच्चों को जन्म दिया है, जो पूर्णतया स्वस्थ हैं।
सज्जनगढ़ बायोलोजिकल पार्क के प्रभारी और उप वन संरक्षक (वन्यजीव) डॉ. अजीत ऊंचोई ने बताया कि बायो पार्क में चैन्नई के अरीगना अन्ना जुलोजिकल पार्क 22 फरवरी, 2021 को भारतीय भेडि़ये का एक जोड़ा लाया गया था। इसमें नर की आयु 2 वर्ष 6 माह एवं मादा की आयु 3 वर्ष 2 माह थी जिसे बायो पार्क के डिस्प्ले एरिया में रखा गया था। मेटींग कराने के उपरांत उदयपुर के इतिहास में पहली बार इस भारतीय भेडि़ये ने 5 बच्चों को जन्म दिया है जो कि पूर्णतया स्वस्थ अवस्था में हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले गुलाबबाग चिडि़याघर में भी कभी भी भारतीय भेडि़ये ने वंशवृद्धि नहीं की थी। बायो पार्क की आबोहवा रास आने पर भेडि़ये द्वारा की गई वंशवृद्धि से बायो पार्क परिवार में खुशी की लहर है।
सुरक्षा के लिए की पुख्ता व्यवस्थाएं:
डॉ. ऊंचोई ने बताया कि नवजात बच्चों की सुरक्षा हेतु वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी, हेड केयर टेकर एवं स्टाफ को लगाया गया है। बायोपार्क के डॉ. हंसराज ने बताया है कि भेडि़ये के बच्चों के लिये अलग से एन्क्लोजर एवं पिंजरों की व्यवस्था की गई है एवं एक सेपरेट स्मॉल हाउस भी तैयार किया गया है जिसमें वह पूर्ण रूप से सुरक्षित रह सके और महत्वपूर्ण रूप से ध्यान देकर इनके स्वास्थ्य का पूरी तरह से ध्यान रखा जा रहा है। बड़े होने के उपरांत सभी बच्चों को एक साथ पर्यटकों हेतु देखने के लिए डिस्प्ले एरिया में रिलीज किया जायेगा जिन्हें देखकर पर्यटक रोमांचित होंगे एवं झुण्ड में भेडि़या एवं उनके बच्चों को देखकर आनंदित होंगे।