क्वालिटी सर्कल फोरम ऑफ इंडिया, राजसमंद चैप्टर द्वारा आयोजित सम्मेलन में कंपनी ने 44 स्वर्ण और 6 रजत पुरस्कार जीते
राजसमन्द। वेदांता समूह की कंपनी और भारत में जिंक, सीसा और चांदी के सबसे बड़े और एकमात्र एकीकृत उत्पादक हिंदुस्तान जिंक ने क्वालिटी सर्कल फोरम अवार्ड के 22वें चैप्टर कन्वेंशन में तीन व्यापक श्रेणियों के तहत 50 पुरस्कार जीतकर शानदार जीत हासिल की। सम्मेलन का आयोजन क्वालिटी सर्कल फोरम ऑफ इंडिया, राजसमंद चैप्टर द्वारा किया गया जिसका विषय बेहतर भविष्य के लिए गुणवत्ता अवधारणाओं का पोषण था। संबद्ध अवधारणा, काइजेन और गुणवत्ता सर्कल में हिन्दुस्तान जिं़क ने 44 स्वर्ण और 6 रजत पुरस्कार जीते।
इस वर्ष सम्मेलन में 10 से अधिक उद्योगों की 94 टीमों के 430 प्रतिभागियों ने भागीदारी की। इसमें उद्योगों के महत्वपूर्ण हितधारक थे जिन्होंने उद्योगों, मैन्यूफेक्चरिंग, थर्मल पावर, केमिकल, सेवा क्षेत्र, शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण क्षेत्रों, समाज आदि में शिक्षा, प्रशिक्षण, प्रचार प्रसार और गुणवत्ता अवधारणाओं के कार्यान्वयन के बारे में बातचीत और चर्चा साझा की।
कंपनी की इकाइयों, रामपुरा अगुचा माइन ने एलाइड कॉन्सेप्ट में 3 स्वर्ण पुरस्कार और 1 रजत पदक जीता, दरीबा स्मेल्टिंग कॉम्प्लेक्स ने अलाइड कॉन्सेप्ट के तहत 7 स्वर्ण और 1 रजत पदक जीता, सिंदेसर खुर्द खदान ने काइजन और क्वालिटी सर्कल श्रेणी के तहत 4 स्वर्ण और काइजन, राजपुरा के तहत 1 रजत जीता। दरीबा माइन ने एलाइड कॉन्सेप्ट के तहत 4 गोल्ड जीते, जिंक स्मेल्टर देबारी ने एलाइड कॉन्सेप्ट और क्वालिटी सर्कल में 5 गोल्ड अवार्ड जीते और चंदेरिया ने एलाइड कॉन्सेप्ट के तहत 5 गोल्ड अवार्ड और 1 सिल्वर अवार्ड जीते और जावर माला माइन ने एलाइड के तहत 5 गोल्ड और 1 सिल्वर अवार्ड जीते।
हिंदुस्तान जिंक भविष्य में भी इस उत्कृष्ट प्रदर्शन को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी अपने कर्मचारियों की प्रगति के लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी और निरंतर सुधार की संस्कृति तैयार करेगी। कंपनी के कर्मचारी नई ऊंचाइयों को प्राप्त करने और व्यावसायिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के अपने प्रयासों में असाधारण टीम वर्क और नवाचार के प्रति समर्पित हैं।