पुष्टिमार्ग की प्रधान पीठ प्रभु श्रीनाथजी की हवेली नाथद्वारा से वैदिक पंचांग तिथि के अनुसार विजयादशमी वर्ष 2010 को गोस्वामी चिरंजीवी श्री विशाल बावा साहब द्वारा हस्तलिखित श्री गीता जी के श्लोक “नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सतः।” से प्रारंभ, सामाजिक सरोकार में लोकार्पित राजसमन्द टाइम्स के 15 वें स्थापना दिवस पर आप सभी मार्गदर्शकों, सुधि पाठकों व विज्ञापन दाताओं को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
स्थापना दिवस के अवसर पर श्रीजी बावा के आशीर्वाद स्वरूप प्राप्त युवाचार्य विशाल बावा साहब के आशीर्वचनों की सकारात्मक ऊर्जा से आत्मा हर्षित है। प्रभु कृपा सदैव यूँ ही बनी रहे। माता पिता, गुरुदेव सहित वल्लभकुल को सादर दंडवत प्रणाम 🙏
14 वर्ष की प्रकाशन यात्रा में दिए गए आप सभी के सहयोग हेतु हृदय की गहराईयों से आभार प्रकट करता हूँ ।
विश्वास है कि यह आशीर्वाद,स्नेह और प्रेम सदैव बना रहेगा।
सादर,
कमल मानव
संपादक – राजसमन्द टाइम्स