राजसमंद। राजसमन्द संसदीय क्षेत्र के पूर्व सांसद हरिओमसिंह राठौड़ का सोमवार को हुए निधन के बाद उनकी पार्थिव देह मंगलवार को उनके पैतृक गांव केलवा स्थित श्मशान घाट पर अग्नि को समर्पित कर पंचतत्व में विलीन हुआ। उनकी पार्थिव शरीर को उनके पुत्र करणवीरसिंह ने हिन्दू विधि-विधान से अंतिम रस्म के बाद अपने पिता की देह को मुखाग्नी दी। राठौड़ का लम्बे समय से बीमारी के बाद सोमवार को निधन हो गया था। घर पर श्रद्धांजलि सभा के बाद पूर्व सांसद के पार्थिव शरीर को मोक्ष धाम के लिए ले जाया गया, इस दौरान इस अंतिम यात्रा में हजारों संख्या में लोग अपने चहेते नेता को अंतिम विदाई देने के लिए उनकी अन्तिम यात्रा में शामिल हुए। पूरा रास्ते जगह-जगह उनके पार्थिव शरीर पर फूलों की बारिश कर श्रद्धासुमन अर्पित किए।
राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया, जोधपुर सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत, चित्तौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी, राजसमंद संसदीय क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद दीया कुमारी, भीलवाड़ा सुभाष बहेडिया, उदयपुर पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, पूर्व मंत्री व राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़, पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी ने पुष्पचक्र अर्पित कर राठौड़ को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके अलावा जिले सहित प्रदेशभर से राठौड़ की पार्थिव देह के अतिम दर्शन में कई बड़े नेता व जनप्रतिनिधी राठौड़ को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गहलोत ने भी राठौड़ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि राजसमंद के पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता हरिओमसिंह राठौड़ के निधन पर मेरी गहरी संवेदनाएं। ईश्वर से प्रार्थना है वे शोकसंतप्त परिजनों को इस बेहद दुखद घड़ी में सम्बल दे एवं दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें। गौरतलब है कि खराब स्वास्थ्य के चलते हरिओमसिंह राठौड़ ने लोकसभा चुनाव लडऩे से इनकार कर दिया था। इसके बाद भाजपा ने जयपुर पूर्व राजघराना सदस्य दिया कुमारी को टिकट देकर मैदान में उतारा था। दिया कुमारी ने कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर को चुनाव में पराजित कर दिया। राठौड़ के निधन से पार्टी में शोक की लहर छा गई है। वहीं प्रदेश के नेताओं ने भी हरिओमसिंह राठौड़ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
हजारों लोगों ने नम आंखों से राठौड़ को किया विदा
इस दौरान हजारों की संख्या में पहुंचे लोगों ने नम आंखों से राठौड़ को विदा किया। मंगलवार सुबह से ही राठौड़ को श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा, प्रदेशभर से राजनैतीक दलों के कई बड़े नेता पूर्व सांसद को श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचे। जिनमें राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, प्रतिपक्ष नेता गुलाबचंद कटारिया, जोधपुर सांसद व पूर्व केन्द्रीय मंत्री गजेंद्रसिंह शेखावत, चित्तौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी, राजसमंद दिया कुमारी, भीलवाड़ा सुभाष बहेडिया, उदयपुर पूर्व सांसद रघुवीर मीणा, पूर्व मंत्री व राजसमंद विधायक किरण माहेश्वरी, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़, पूर्व मंत्री श्रीचंद कृपलानी, मावली विधायक धर्मनारायण जोशी, वल्लभनगर विधायक गजेंद्रसिंह शक्तावत, ब्यावर विधायक सुरेशसिंह रावत, जैतारण विधायक अविनाश गहलोत, विधायक भुपेन्द्रसिंह, पूर्व विधायक राजसमंद बंशीलाल खटीक, भीम पूर्व विधायक हरिसिंह रावत, गणेशसिंह परमार, पुष्पेन्द्रसिंह, पूर्व जिला प्रमुख नारायणसिंह भाटी, पीसीसी सदस्य हरिसिंह राठौड़, भाजपा प्रदेश महामंत्री सतीश पूनिया, विरमदेव सिंह, पूर्व मंत्री शिवदानसिंह चौहान, महेशप्रताप सिंह चौहान, उदयपुर भाजपा जिला अध्यक्ष रविन्द्र श्रीमाली, प्रमोद सामार, राजसमंद नप सभापति सुरेश पालीवाल, उदयपुर चन्द्रसिंह कोठारी, राजसमंद जिला प्रमुख प्रवेशकुमार सालवी, भाजपा जिलाध्यक्ष विरेन्द्र पुराहित, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष नंदलाल सिंघवी, भवंरलाल शर्मा, प्रतापसिंह मेहता, पूर्व प्रधान गुणसागर कर्णावट, भानू पालीवाल, शांतिलाल कोठारी, कांग्रेस नेता कल्याणसिंह राव, पूर्व पालिकाध्यक्ष अशोक रांका, दिनेश पालीवाल, महेश पालीवाल, तनसुख बोहरा, नरेन्द्र बोहरा, महेन्द्र कोठारी, मांगीलाल टांक, नानालाल सार्दूल, मुकेश भार्गव, देवीलाल सिंधल, रेखा सिंधल, उपप्रधान भरत पालीवाल, पूर्व उपप्रधान सुरेश जोशी, दिनेश बड़ाला, गौरवसिंह राठौड़, रामनारायण पालीवाल, आमेट चेयरमैन नर्बदादेवी बागवान, नाथद्वारा लालजी मीणा, अरविंद कंवर, अनोपसिंह फलासिया, भरत बागवान, समाजसेवी कुंदनसिंह सोलंकी सहित कई जनप्रतिनिधी, समाजसेवी, मार्बल व्यवसाई, मार्बल व्यवसाई संगठनों के प्रतिनिधी, विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी, गणमान्य नागरिकों सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने पुष्पचक्र एवं फूलमालाएं अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
पूर्व सांसद हरिओमसिंह राठौड़ एक सच्चे राष्ट्रभक्त व आदर्श नागरिक थे।
राठौड़ के व्यक्तित्व के कारण उनके प्रतिद्वंदी भी उनके मुरीद थे
पूर्व सांसद राठौड़ का व्यक्तित्व बहुत विशाल था, राठौड़ के व्यक्तित्व के कारण उनके प्रतिद्वंदी भी उनके मुरीद रहा करते थे। चार दशक की राजनीति में राठौड़ की छवि मिलनसार साफ छवि रही है। राठौड़ की राजनीतिक शुरुआत छात्र नेता के रूप में शुरू हुई, जिसके बाद से ही ये ये धीरे-धीरे भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार हो गए। इसके कारण हरिओमसिंह राठौड़ भाजपा संगठन में कई बड़े पद पर आसीन रहे और संगठन की सेवा की। हरिओमसिंह राठौड़ ने 2014 में भाजपा ने राठौड़ को राजसमंद लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारा और राठौड़ ने अपने संगठन को समझते हुए भारी मतों से कांग्रेस के गोपालसिंह शेखावत को हराकर राजसमंद सीट पर भाजपा का परचम फहराया था
राठौड़ का निधन सार्वजनिक जीवन की बहुत बड़ी क्षति
पूर्व सांसद हरिओमसिंह राठौडु का निधन सार्वजनिक जीवन की बहुत बड़ी क्षति है जिसकी निकट भविष्य में भरपाई कठिन होगी। महाराणा राजसिंह शोध एवं स्मृति संस्थान के महासचिव दिनेश श्रीमाली ने स्व. राठौड़ को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि जिले के साहित्य, संस्कृति और इतिहास उन्नयन में उनकी भूमिका सदैव याद रखी जाएगी। जिले के प्रथम जिला प्रमुख के रूप में उन्होंने सभी राजनीतिक दलो के समन्वय की बेहतर परम्परा कायम की जो स्तुत्य है ।
भाजपा ने अंश्रु पूर्ण नेत्रों से राठौड़ को अंतिम विदाई दी
राजसमंद के पूर्व सांसद हरिओम सिंह जी राठौड़ के निधन पर भाजपा जिला राजसमंद ने गहरा दु:ख व्यक्त करते हुए उनके निधन को भाजपा राजसमंद के लिए अपूरणीय क्षति बताया। भाजपा जिला मीडिया प्रमुख प्रमोद गौड़ ने बताया कि आज उनकी अंतिम यात्रा से पूर्व केलवा स्थित उनके निवास पर उनके अंतिम दर्शन करने एवं पुष्पांजलि अर्पित करने का कार्यक्रम रखा गया था। जिसमें जिला एवं प्रदेश स्तर के भाजपा नेता, पार्टी पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं कार्यकर्ताओं ने अपने प्रिय नेता के अंतिम दर्शन कर अंश्रु पूर्ण नेत्रों से पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें विदा किया।
राठौड़ के निधन पर शोक व्यक्त
पूर्व सांसद हरिओम सिंह राठौड़ के निधन पर भाजपा पूर्व जिला महामंत्री श्रीकृष्ण पालीवाल, युवा मोर्चा पूर्व अध्यक्ष नर्बदाशंकर पालीवाल, पूर्व उपप्रधान सुरेश जोशी, जवाहर जाट, पंस सदस्य भगवतीप्रसाद पालीवाल, सम्पतनाथ सिंह चौहान, पसुन्द सरपंच देवकिशन सरगरा, उपसरपंच गोविंद प्रजापत, बामन टूंकडा उपसरपंच लहरीलाल दवे, हितेश दवे धायला सरपंच जया-जगदीश प्रजापत, देवीलाल प्रजापत, प्रेमसिंह राठौड़, कमलेश सुथार, सुन्दरचा उप सरपंच भगवानलाल कुमावत आदि ग्रामीणअंचल के कार्यकर्ताओं ने शोक व्यक्त किया।
राठौड़ का जीवन परिचय
पिता स्वं. फतेहसिंह राठौड़
माता स्वं. गोविंद कंवर
जन्म तिथि – 9 अगस्त 1957
स्वर्गवास 27 मई 2019
शिक्षा – बी.कॉम
विवाह – 23 नवम्बर 1980
व्यवसाय – कृषि एवं मार्बल व्यवसाय
राठौड़ ने विद्यार्थी काल से शुरू की राजनीति
पूर्व सासंद हरिओसिंह राठौड़ ने विद्यार्थी काल से ही अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत की। वे एबीवीपी के सक्रिय सदस्य रहे, बीएन कॉलेज उदयपुर से छात्रसंघ का चुनाव लड़े और अध्यक्ष बने, 1980 में एबीवीपी से सुखाडिय़ा विश्व विद्यालय उदयपुर से अध्यक्ष चुने गए। संघ व भाजपा के लिए कार्य करते रहे और 1995 में उन्होंने भाजपा से जिला परिषद सदस्य का चुनाव लड़ा और राजसमंद जिले के प्रथम जिला प्रमुख बने। यहां से पार्टी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में अच्छी छवि बनाई और भाजपा नेता पूर्व गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया के सबसे विश्वास पात्र बने रहे। 2 बार भाजपा जिलाध्यक्ष, भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री, भाजपा प्रदेश अनुशासन समिति सदस्य रहे। 2014 में राजसमंद संसदीय क्षेत्र से सासंद चुने गए। राठौड़ पर्यावरण विकास संस्थान के सरंक्षक सहित कई सामाजिक संस्थाओं और संगठन में पदाधिकारी रहे थे।
चिकित्सा मंत्री ने पूर्व सांसद के निधन पर जताई संवेदना
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने पूर्व सांसद हरिओमसिंह राठौड़ के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने राठौड़ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहां की स्व राठौड़ ने सच्चे जनप्रतिनिधि के तौर पर समाज में अपनी पहचान बनाई थी। उन्होंने ईश्वर से स्वर्गीय राठौड़ के परिजनों को दुख की इस घड़ी में यह आघात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
विहिप ने सांसद राठौड़ को पुष्पांजलि अर्पित की
विश्व हिन्दू परिषद सामाजिक समरसता दल ने मंगलवार को पूर्व सांसद हरिओमसिंह के निधन पर दु:ख प्रकट करते हुए केलवा उनके गृह निवास पर पहुंच पुष्पांजलि अर्पित की। जिला समाजिक समरसता प्रमुख भगवतीलाल पालीवाल ने बताया कि पूर्व सांसद हरिओमसिंह राठौड़ का सामाजिक व राजनीतिक जीवन आमजन के लिए प्रेरणास्पद रहेगा। उनके जीवनकाल में उन्होंने बिना किसी राजनीतिक भेदभाव व जात-पात से ऊपर उठकर समाज में सामाजिक समरसता बनाने के लिए सफल प्रयास किए। सांसद के निधन से जिले के साथ सम्पूर्ण मेंवाड़ में अपूर्णिय क्षति हुई है। इस अवसर पर विहिप कई कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित थे।