जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आयोजित

योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से ही होगी विकसित भारत की परिकल्पना साकार :सांसद महिमा कुमारी मेवाड़

अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को करें योजनाओं से लाभान्वित :विधायक दीप्ति माहेश्वरी

राजसमंद टाइम्स। सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ की अध्यक्षता में सोमवार को जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई। बैठक में राजसमंद विधायक श्रीमती दीप्ति माहेश्वरी भी उपस्थित रहीं। जिला कलक्टर श्री बालमुकुंद असावा के निर्देशन में जिला परिषद सीईओ श्री बृजमोहन बैरवा ने बैठक का संचालन करते हुए प्रगति से अवगत कराया।

बैठक में सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ ने कहा कि जिले में सार्वजनिक शौचालयों की स्थिति को सुधारने पर काम होना चाहिए, शौचालयों में स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए। जब बाहर से पर्यटक आते हैं तो खराब सार्वजनिक शौचालयों से प्रतिकूल प्रभाव जाता है। उन्होंने जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान कहा कि यह माननीय प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके माध्यम से हर ग्रामीण घर तक नल से जल पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है, जल जीवन मिशन के कई काम पेंडिंग है जो शीघ्र से शीघ्र पूरा करें। अगर हमें रोज सुबह उठ कर कुओं से पानी लाना पड़े, तो कैसा महसूस होगा, एक आम ग्रामीण महिला को वही महसूस होता है उसका दर्द समझें। अधिकारी बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील रह कर कार्य करें।

सांसद श्रीमती महिमा कुमारी मेवाड़ ने कहा कि विकसित भारत की परिकल्पना तब ही साकार हो सकती है जब सभी योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन हो। उन्होंने पीएम सूर्य घर योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ हेमंत बिंदल से जिले में जिला चिकित्सालयों, सीएचसी, पीएचसी, उप स्वास्थ्य केंद्रों तक की सुविधाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि चिकित्सक मरीजों के प्रति संवेदनशील रहें, मरीजों को अस्पतालों में आत्मविश्वास की अनुभूति हो, साथ ही सभी योजनाओं की जानकारी हो। मिड डे मिल और आंगनवाड़ी पोशाहर की समीक्षा करते हुए संसद ने गुणवत्ता पर विशेष जोर दिया और कहा कि रेगुलर खाद्यान्न की जांच करें, गुणवत्ता में कोताही नहीं होनी चाहिए।

राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी ने भी बैठक में सभी विभागों से विकास संबंधी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि समस्त योजनाओं में अंतिम छोर तक बैठे व्यक्ति को लाभान्वित करें जिससे कि सरकार की योजनाएं सफल हो सकें। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार हर वर्ग के प्रति पूरी संवेदनशीलता से कार्य कर रही है, अधिकारी समन्वित रूप से प्रयास करते हुए योजनाओं को धरातल तक पहुंचाएं। बैठक में भीम प्रधान वीरम सिंह ने अपने क्षेत्र में चिकित्सा, पेयजल, सड़क संबंधित शिकायतें रखी जिस पर सांसद ने संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में दीनदयाल अंत्योदय योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी और ग्रामीण), स्वच्छ भारत मिशन, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना, राजीविका, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, राष्ट्रीय सामाजिक सहायता कार्यक्रम, राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम (एनआरडीडब्ल्यूपी), प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (पीएमकेएसवाई), एकीकृत वाटरशेड प्रबंधन कार्यक्रम, डिजिटल भारत भू अभिलेख आधुनिकीकरण कार्यक्रम, दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना (डीडीयूजीजेवाई), प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, सर्व शिक्षा अभियान आदि की समीक्षा की गई।

 

ऐसे ही समेकित बाल विकास योजना, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, मिड डे मील स्कीम, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, डिजिटल इंडिया पब्लिक इंटरनेट एक्सेस प्रोग्राम – प्रत्येक ग्राम पंचायत में सामान्य सेवा केंद्र, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना एवं प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, संरचना संबंधी कार्यक्रम (टेलीकॉम, रेलवे, हाईवे, वॉटरवेज, माइंस), प्रधानमंत्री खनिज कल्याण योजना, समेकित विद्युत विकास योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना – परंपरागत कृषि विकास योजना, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, ई-राष्ट्रीय कृषि बाजार, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, त्वरित सिंचाई लाभ कार्यक्रम, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, सुगम्य भारत अभियान की समीक्षा पर सांसद और विधायक ने सभी योजनाओं में शत प्रतिशत लक्ष्य अर्जित करने के निर्देश दिए।