उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की रैली को दिखाई हरी झंडी

राजसमंद। हर घर तिरंगा अभियान के तहत आयोजित रैली।

तिरंगा रैली में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री डॉ. बैरवा

राजसमंद@Rajsamand Times। उप मुख्यमंत्री डॉ. प्रेम चंद बैरवा ने शनिवार को ‘हर घर तिरंगा’ अभियान के अंतर्गत आयोजित तिरंगा रैली को कलेक्ट्रेट से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह रैली कलेक्ट्रेट से शुरू होकर 100 फीट रोड, सिविल लाइंस होते हुए गांधी सेवा सदन तक निकाली गई जिसमें डॉ. बैरवा स्वयं भी शामिल हुए। साथ में इस दौरान विधायक दीप्ति किरण माहेश्वरी, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, प्रधान अरविन्द सिंह राठौड़ सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी भी शामिल हुए। रैल में स्काउट गाइड, आंगनवाड़ी, नरेगा श्रमिक, छात्र-छात्राएं, अध्यापक, एनसीसी कैडेट्स, राजकीय कार्मिक आदि की सहभागिता रही।

रैली का उद्देश्य आमजन में राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान और गर्व की भावना को बढ़ावा देना था। इस अवसर पर डॉ. बैरवा ने कहा कि तिरंगा हमारे देश की एकता, अखंडता, और विविधता का प्रतीक है, और हर भारतीय का कर्तव्य है कि वह इस सम्मान को बनाए रखे। उन्होंने सभी नागरिकों से अपील की कि वे अपने-अपने घरों पर तिरंगा फहराकर इस अभियान का समर्थन करें और राष्ट्रभक्ति का परिचय दें। रैली में विभिन्न सामाजिक संगठनों, स्कूली बच्चों, और आमजन ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। लोगों ने तिरंगे के साथ नारे लगाते हुए देशभक्ति का प्रदर्शन किया। डॉ.. बैरवा ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हर घर तिरंगा अभियान राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है और इसमें हर नागरिक की सहभागिता महत्वपूर्ण है। गांधी सेवा सदन पर रैली का समापन हुआ जहां उप मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों से हर घर तिरंगा लहराने का आह्वान किया।

रैली के दौरान सुरक्षा के इंतजाम किए गए और आयोजन शांतिपूर्ण और व्यवस्थित ढंग से संपन्न हुआ। इस अवसर पर कई गणमान्य व्यक्तियों और अधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और तिरंगे के प्रति अपने सम्मान को प्रकट किया। ‘हर घर तिरंगा’ आज़ादी का अमृत महोत्सव के तत्वावधान में एक अभियान है जिसका उद्देश्य लोगों को तिरंगा फहराने के लिए प्रोत्साहित करना है। यह राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का भी प्रतीक है। इस पहल के पीछे का विचार आमजन में देशभक्ति की भावना को प्रोत्साहित करना और भारतीय राष्ट्रीय ध्वज के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना है।