राजसमन्द@RajsamandTimes। पुलिस अधीक्षक जिला राजसमंद श्री सुधीर जोशी ने जानकारी देकर बताया कि बढ़ते साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए प्रदेश पुलिस की ओर से चलाई जा रही साइबर क्राइम फ्री राजस्थान अभियान के तहत ने राजसमंद जिले के 17 थानों एवं पुलिस लाईन व पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पदस्थापित कुल 400 अधिकारीयों एवं कर्मचारियों को दिनांक 10 अप्रैल से 19 अप्रैल तक साइबर क्राइम प्रशिक्षण आयोजन किया गया । साइबर एक्सपर्ट श्री मानस त्रिवेदी द्वारा पुलिस कर्मियों को साइबर क्राइम से बचने व जांच करने के तरीके बताए गए। साइबर एक्सपर्ट श्री मानस त्रिवेदी ने वर्तमान साइबर अपराध को कम किया जाए इस विषय पर विस्तार से जानकारी दी सोशल मिडिया पर फेक आईडी से बचाव, बैंक फ्रॉड कॉल से बचाव, ओटीपी शेयर नही करने आदि बचाव के तरीके बताए। श्री मानस त्रिवेदी का कहना है कि वर्तमान में फेसबुक पर फर्जी एकाउंट बनाकर ब्लैकमेल करना या लोगो की हमदर्दी हासिल करने का प्रयास करना, सोशल मीडिया दोस्त बनकर पूरा बैंक खाता खाली कर देना, ओटीपी साझा कर बैंक खातों से पैसे निकाल लेना इस तरह के अपराध और ऐसे अपराधियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में बहुत जरूरी हो गया है कि हम इंटरनेट का सही इस्तेमाल करे, असली नकली का फर्क समझे, सोशल मीडिया पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने में सावधानी बरतें।
जागरूकता ही बचाव :- साइबर अपराध से बचने के लिए एक मात्र रास्ता है सतर्कता या जागरूकता । वित्तीय धोखाधड़ी में पेटीएम फ्रॉड ई कॉमर्स धोखाधड़ी, सीम स्वैपिंग और कार्ड क्लोनिंग बढ़ी है। वही महिला और बच्चों के खिलाफ साइबर बुलिंग, छेड़छाड़, पहचान चुरा लेना जैसे मामले बढ़े है। जरूरत से ज्यादा सूचनाएं शेयर करने से नुकसान हो सकता है फेसबुक पर ज्यादा जानकारीयां सांझा करना ठीक नही किसी भी फोन कॉल और आये हुए मैसज पर यूँही भरोसा ना करे और लालच में ना आये।
साइबर अपराध होने पर त्वरित कार्यवाही के सिखायें गुर :- श्री मानस त्रिवेदी ने पुलिस थानों पर पदस्थापित अधिकारीयों / कर्मचारीयों को साईबर ठगी से पीड़ित व्यक्ति थाने पर आने के उपरान्त परिवादी क्या-क्या रिकार्ड प्राप्त करना है एवं तत्पश्चात साईबर पुलिस पोर्टल पर साईबर ठगी की रिपोर्ट का पंजिकरण करवाया जाकर ठगी गई राशि को त्वरित ब्लॉक करवाने के सम्बंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। इससे साईबर ठगी से पिड़ित व्यक्तियों को त्वरित राहत प्रदान होगी।
आमजन से अपील
• सोशल साइट्स के अकाउंट का पासवर्ड समय-समय पर बदलें।
• अपने अकाउंट पर टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल कर ले।
• अनजान नम्बर पर भरोसा ना करें, जब आपसे जानकारी पूछ रहा हो।
• प्राइवेसी सेटिंग चेंज करें, अपनी पोस्ट को ओनली फॉर फ्रेंड कर दें।
• रजिस्टर मोबाइल नंबर और इ-मेल आइडी को ओनली फॉर मी करें।
• फ्रेंड लिस्ट को ओनली फॉर मी कर दें। एकाउंट का पासवर्ड बदलते रहें।
• मोबाइल नम्बर और मेल आइडी एकाउंट से कनेक्ट रखें।