राजसमन्द@RajsamandTimes। अणुव्रत विश्व भारती में चल रहे दो दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का समापन शुक्रवार को हुआ। समापन के दौरान गांधीजी की फोटो पर सूत की माला अर्पित कर उपस्थित अतिथियों का मेवाड़ी पगड़ी पहनाकर उपरना ओढा़ कर स्वागत किया गया। गांधी सेवा सदन की छात्राओं द्वारा बापू के प्रिय भजन जय जय राम जय श्री राम दो अक्षर का प्यारा नाम और रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीताराम भजन की प्रस्तुति दी।
समापन समारोह में राजसमन्द अति. जिला कलक्टर रामचरण शर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की विचारधारा गांधी दर्शन को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रही है उनकी शिक्षा को मानती हूं तथा उनका अनुकरण करना चाहिए, सत्य अहिंसा सादगी को अपनाना चाहिए, गांधी दर्शन समिति के माध्यम से जो शिविर हुआ उस के माध्यम से गांधी दर्शन के विचार को जीवन में अपनाएं।
इस अवसर पर अहिंसा विभाग की ओर से शांति व अहिंसा प्रकोष्ठ के संयोजक नारायण सिंह भाटी ने कहा कि गांधी दर्शन पर आधारित विचारों पर चलने का प्रयास करें और आम जनता को भी गांधी विचारधारा अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें और राजस्थान सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में बिजली, गैस सिलेंडर, पेंशन, चिरंजीवी इन सभी योजनाओं का आमजन को पूरा लाभ मिले व मुख्यमंत्री के लोककल्याणकारी उद्देश्य को सफल बनाने में सभी पूरा सहयोग दें।
जिला सह संयोजक बहादुर सिंह चारण ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार की योजनाओं का हर वर्ग को लाभ मिले इस हेतु सभी अपने अपने क्षेत्र में सरकारी योजनाओं को जन जन तक पहुंचाने का प्रयास करें । योजना का लाभ लेने से कोई वंचित ना रहे एवं हर वर्ग को लाभ मिले। अहिंसा विभाग द्वारा गांवों में गांधी दर्शन शिविर का कैंप लगाकर गांधी विचारधारा के लिए लोगों को जागृत करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर चतुर कोठारी ने गांधीवादी विचारधारा के शिविर में इस चेतना से गांधी आपके व्यक्तित्व में उतर रहा है गांधीजी के प्रदर्शनी देखने पर ही पता चलता है कि गांधी दर्शन का खादी के विकास में खूब प्रयास किया है विचार नहीं हो तो आगे नहीं बढ़ते विचारों के माध्यम से ही परिवर्तन होता है सत्य अहिंसा जीवन में अपनाएं गांधी जी के सत्य मार्ग पर चलें गांधीजी के जीवन में सत्य उतर गया वही आगे जाकर हमारे लिए प्रेरणा बन गई। कोठारी ने गांधी जी पर गीत प्रस्तुत किया और सर्व धर्म, अहिंसा वह सत्य के मार्ग पर चलने गांधी विचारधारा की पुस्तकें पढ़ना चाहिए और गांधी विचारों को अपने जीवन में अपनाएं।
प्रख्यात गांधीवादी जीतमल कच्छारा ने कहा है कि गांधी दर्शन पर सरकार ने जो ग्रंथ लिखा है राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी का जीवन भी है और दर्शन भी है काले कानून को हटाने के लिए सत्याग्रह का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि संगठन में शक्ति है गांधी जी ने सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलकर देश को आजादी दिलाई है गांधी जी ने कहा सभी को न्याय मिले और स्वदेशी वस्तुओं को अपनाएं हमारा गांव स्वावलंबी बने और गावों में सभी को रोजगार प्राप्त हो सरकार द्वारा कई उद्योग धंधे चलाए जा रहे हैं।
डीएफओ आलोक गुप्ता ने अपने विचारों की अभिव्यक्ति दी और पृथ्वी पर जितना संसाधन है वह पर्याप्त हैं हमारे संसाधन का दोहन हो रहा है पर्यावरण की रक्षा करना व वन्यजीवों द्वारा किसी तरह की जनहानि व पशुधन हानि नहीं होनी चाहिए आमजन को सरकार द्वारा 5 करोड़ पौधे उपलब्ध कराए जाने का प्रयास किया जा रहा है। गांधी विचारधारा को अपने जीवन में उतारने का प्रयास करें प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखने का प्रयास करें।
गांधी दर्शन समिति के संयोजक उदयपुर से पंकज शर्मा ने कहा हमें गांधी के पद चिन्हों पर चलना चाहिए सरकार द्वारा चलाई जा रही योजना का भी अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास करें सरकार गांधी दर्शन पर कई प्रयास कर रही है।
अहिंसा विभाग के निदेशक मनीष शर्मा ने कहा है कि कोई भूखा ना सोए राजस्थान सरकार का मुख्य उद्देश्य है शांति से ही विकास संभव है अस्पृश्यता निवारण शराबबंदी से परिवार में बड़ी समस्या है। बेरोजगारी की समस्या से निजात दिलाने का प्रयास कर रही है गांधीजी की सोच आज भी प्रासंगित है । शिक्षा को आगे बढ़ाएं ,आरोग्य नियमों का पालन करें, हर भाषा का महत्व है तथा गांधी विचारधारा को नई पीढ़ी को सत्य पर आधारित पाठ पढ़ाएं । सरकार की योजना का हर व्यक्ति को लाभ मिले गांधी दर्शन को जीवन में अपनाएं ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका कोई हल ना हो शांति और अहिंसा कायम रखें गांधी दर्शन को उपखंड वार्ड ग्राम स्तर तक कैंप के माध्यम से आगे नई पीढ़ी को जागृत करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर शिविर में अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरन शर्मा, डीएफओ आलोक गुप्ता, एसडीएम बृजेश गुप्ता, सभापति अशोक टांक, उपसभापति, चुन्नीलाल पंचोली, सह संयोजक उदयपुर सुरेश जोशी, हरीश दशोरा, योगेश उपाध्याय व अन्य अधिकारी, कर्मचारी, गणमान्य उपस्थित थे।