दो वर्षीय बालिका हेतु बाल कल्याण समिति अध्यक्ष ने किया रक्तदान

नाथद्वारा ब्लड बैंक में रक्तदाता के लिए विशेष सुविधा व जांच व्यवस्था


नाथद्वारा।कोविड महामारी के बाद अन लॉक काल में गर्भवती माता, प्रसूता व बच्चो में विशेष कर हीमोग्लोबिन की मात्रा कम आने के कई मामले चिकित्सालयो में आ रहे है तथा कुछ कुपोषण के भी मामले आये है व अन्य कई बीमारियों के लक्ष्ण आने से चिकित्सको के द्वारा नाथद्वारा व जिला मुख्यालय के चिकित्सालय में इलाज किया जा रहा है । ऐसा ही एक मामला नाथद्वारा चिकित्सालय में आया जब ब्लड बैंक के योगेश जोशी के द्वारा नाथद्वारा चिकित्सालय के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ बाबूलाल जाट को 24 माह की पूनम गमेती को सीवियर एनीमिया से पीड़ित होकर 5 ग्राम हीमोग्लोबिन होने पर ए प्लस एक यूनिट रक्त की आवश्यकता की जानकारी मिली । योगेश जोशी के द्वारा सोशियल मीडिया में उक्त जानकारी शेयर की ।
डॉ जाट के माध्यम से 24 माह की बालिका को रक्त की आवश्यकता की खबर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कोमल पालीवाल को मिलने पर प्रातः 10 बजे ही चिकित्सालय में पहुच कर नन्ही बालिका के लिए रक्तदान किया । इस दौरान डॉ बाबूलाल जाट (एम डी एनस्थीसिया व क्रिटीकल केयर), डॉ दीक्षा रावल (एम डी ट्रांस्फयूशन मेडिसिन), अनिल शर्मा, योगेश जोशी, दीपक माली उपस्थित रहे । डॉ जाट ने बताया कि गर्भवती, नवप्रसूता तथा बच्चो को अपने भोजन में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, लिक्विड हेल्दी भोजन लेना चाहिए व बच्चों को 6 माह तक माँ का दुग्ध ही दे जिससे बच्चो की रोग प्रतिरोधक क्षमता बड़े व स्वस्थ रहे । बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने बताया कि कोरोना काल मे सामाजिक संस्थाओं के द्वारा रक्तदान शिविर नही लगने से सोशियल मीडिया से जानकारी मिलने पर रक्तदाता पहुच रहे है ऐसे में ब्लड बैंक में रिप्लेसमेंट ब्लड डोनेशन ही हो रहा है जरूरत रक्तदान शिविर की है जिससे जरूरतमंद को मुश्किल परिस्थितियों में रक्त उपलब्ध हो सके । डॉ जाट ने बताया कि रक्तदाता के सहयोग से ही चिकित्सालय में बहुत से इलाज संभव है तथा नाथद्वारा चिकित्सालय में रक्तदाता के लिए रेस्ट रूम, गुलकोस प्रोटीन के साथ टी मिल्क की व्यवस्था है तथा रक्तदाता को प्रमाण पत्र दिया जाता है व रक्त की जांच भी होती है व आगामी दिवस में रक्तदाता को रक्तदान के पश्चात जांच की रिपोर्ट मिल सके यह प्रयास किये जा रहे है ।