राजसमंद जिले में मानसून के मेहरबान बने रहने से लगातार तीन दिनों तक अच्छी बारिश हुई है। गोमती नदी चलने से राजसमन्द झील के भरने की अच्छी संभावना है। बनास नदी में पानी की लगातार अच्छी आवक होने से बाघेरी का नाका बांध 16 अगस्त शुक्रवार रात्रि 9 बजकर 50 मिनिट पर छलक गया। 226 गाँवों में पेयजल का स्त्रोत 32 फीट गेज के साथ 311 एमसीएफटी भराव क्षमता वाले बाघेरी पर करीब डेढ़ फीट की चादर चलने से नाथद्वारा शहर की जीवन रेखा नंदसमंद बांध के भरने की उम्मीद जाग गई है।
शुक्रवार दोपहर जिला कलक्टर अरविंद कुमार पोसवाल सहित बाघेरी नाक योजना के अधिशाषी अधिकारी श्योजीराम वर्मा ने बाघेरी के नाके का निरीक्षण कर रात तक भर जाने की संभावना जताई थी। सुबह से ही यहाँ पर्यटकों का जमावड़ा लगा हुआ है। प्रशासनिक स्तर पर सुरक्षा के माकूल प्रबंध किए गए है। बाघेरी का नाका एक पर्यटक स्थल के रूप में विख्यात होने से बाहरी पर्यटकों की आवाजाही से ग्रामीण क्षेत्रवासियों में हर्ष की लहर है।