सभी अधिकारीयों व कार्मिकों को डिजिटल प्लेटफाॅर्म पर कार्य करना होगा – डाॅ प्रकाश चन्द्र शर्मा संयुक्त निदेशक जोन उदयपुर


राजसमंद@राजसमन्द टाइम्स। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों एवं कार्मिको को डिजिटल प्लेटफार्म पर कार्य करना जरूरी हो गया है। जिससे समय पर रिपोर्टिंग, समीक्षा एवं मुल्यांकन किया जा सके। यह निर्देश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संभागीय संयुक्त निदेशक डाॅ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित समीक्षा बैठक में दिये।
उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों के नियंत्रण से लेकर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य एवं अन्य सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमो की समीक्षा राज्य स्तर से डिजिटल प्लेटफाॅर्म मोबाईल ऐप एवं विभिन्न विभागीय पोर्टल पर उपलब्ध रिपोर्टिंग एवं डेटा के आधार पर की जा रही है। इसलिये किये गये कार्यो का शत प्रतिशत इन्द्राज करवाना एवं नियमित सैक्टर, ब्लाॅक व जिला स्तर पर समीक्षा कर सम्बन्धित स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारी को सूचित कर बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा की आगामी दो माह तक मौसमी बीमारियों को लेकर सर्तकता बरते तथा लगातार गुणवत्तापूर्ण एन्टीलार्वा गतिविधियों के साथ ही बीमारी से पाॅजिटिव पाये गये केस की स्थिति में तुरंत आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा में नवीन स्वीकृत चिकित्सा संस्थानो के लिये आवश्यक भुमि का पट्टा उपलब्ध करवाने तथा आयुष्मान कार्ड का शत प्रतिशत वितरण एवं ईकेवाईसी करने के लिये निर्देशित किया।

इससे पूर्व विभाग के संभागीय संयुक्त निदेशक डाॅ प्रकाश चन्द्र शर्मा का सीएमएचओ डाॅ हेमन्त कुमार बिन्दल, आरसीएचओ डाॅ सुरेश मीणा, डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डाॅ नरेन्द्र यादव, जिला औषधी भण्डार के प्रभारी अधिकारी डाॅ अनिल जैन, जिला क्षय रोग अधिकारी डाॅ रामनिवास जाट, डिप्टी सीएमएचओ हेल्थ नवीन जांगिड़ सहित सभी चिकित्सा अधिकारीयों ने मेवाड़ी पगड़ी, उपरणा, पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह देकर स्वागत किया।
सीएमएचओ डाॅ हेमन्त कुमार बिन्दल ने मौसमी बीमारियों के नियंत्रण को लेकर जिला स्तर से की गई कार्यवाही के बारे में बताते हुए कहा कि डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया एवं स्क्रबटाईफस को लेकर सभी सम्बन्धित विभाग के साथ बेहतर समन्वय के साथ कार्य किया जा रहा है। उन्होंने किसी भी क्षेत्र में पाॅजिटिव केस के मिलने पर नियमानुसार 50 घरो का सर्वे के साथ ही पायरेथ्रम स्प्रे एवं फोगिंग के लिये सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देशित किया। साथ ही सभी ब्लाॅक एवं सैक्टर में स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की बैठको का आयोजन कर मौसमी बीमारियों पर बेहतर नियंत्रण के लिये कार्य करने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर 24×7 कंट्रोल रूम संचालित है जहां कोई भी व्यक्ति 02952 – 221716 नम्बर डायल कर मौसमी बीमरियों के नियंत्रण में आ रही समस्या और जानकारी के लिये संपर्क कर सकता है। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारीयों से मौसमी बीमारियों को लेकर सम्बन्धित दवाईयो की शत प्रतिशत उपलब्धता एवं जांचो की गुणवत्तापूर्ण तरीके से उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिये निर्देशित किया।
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ सुरेश मीणा ने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से सम्बन्धित कार्यक्रमो प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व जांच, गर्भवती महिलाओं का समय पर रजिस्टेªशन, टीकाकरण को लेकर विस्तार से ब्लाॅक एवं सेक्टर वार समीक्षा की तथा अपेक्षित सुधार के लिये सम्बन्धित बीसीएमओ एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारी को निर्देशित किया। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारीयों से पोर्टल पर की जा रही रिपोर्टिंग को देखने तथा नियमित समीक्षा के लिये निर्देशित किया।
बैठक में डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डाॅ नरेन्द्र यादव ने परिवार कल्याण कार्यक्रम, निःशुल्क दवा एवं जांच योजना की समीक्षा जिला नोडल अधिकारी डाॅ अनिल जैन ने, जिला क्षय रोग अधिकारी ने टीबी मुक्त गांव को लेकर विस्तार से समीक्षा की तथा प्रगति के लिये आवश्यक सुझाव एवं दिशा निर्देश दिये।
बैठक में सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी एनएचएम आशीष दाधीच, जिला नोडल अधिकारी मोनिटरिंग एवोल्यूशन विनित दवे उपस्थित थे।