“अंतर्मन की शक्ति को बढ़ाएं” कार्यशाला का आयोजन
राजसमन्द /केलवा (राजसमन्द टाइम्स )। भिक्षु विहार में युग प्रधान आचार्य श्री महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार के सानिध्य एवं तेरापंथ महिला मंडल के तत्वावधान में अंतर्मन की शक्ति को बढ़ाएं कार्यशाला का आयोजन हुआ।
मुनि अतुल कुमार ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा डिस्चार्ज मोबाइल और डिस्चार्ज मन किसी काम का नहीं होता है।अपने मन का ध्यान रखना हमारी सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है। सुबह-सुबह खुद को परमात्मा की याद से चार्ज करें। आत्मा बैटरी के समान है जिसे सुबह-सुबह चार्ज करना ज़रूरी है। सारे दिन में हम कुछ दूसरा सुनकर, पढ़कर, देखकर इसे भर देते हैं। जिससे ये डिस्चार्ज हो जाती है, लेकिन चार्ज करने के लिए हम कुछ नहीं करते हैं। चार्ज मोबाइल और डिस्चार्ज मोबाइल में क्या अंतर है? डिस्चार्ज मोबाइल किसी काम का ही नहीं है। आपके मोबाइल में फोन भी है, कैमरा भी है,ई-मेल भी है,फेसबुक भी है, एसएमएस भी है, सब कुछ है लेकिन बैटरी ही नहीं है तो सब कुछ होते हुए भी उसका सदुपयोग नहीं हो पा रहा है। लेकिन उसी मोबाइल को आधा घंटा चार्ज करने से फोन भी मिला, ईमेल भी मिला,मैसेज भी मिले, फोटो भी मिले, वीडियो कैमरा भी मिला और वो भी सिर्फ आधा घंटा चार्ज करने से। इसी तरह आत्मा एक ही है। लेकिन रिश्ते कितने हैं, जिम्मेदारियां कितनी हैं और रोज-रोज की रिस्पांसिबिलिटी कितनी हैं। अगर हम अपने अंतर्मन को चार्ज करने को आधा घंटा भी नहीं निकलाते तो हमारे हर रिश्ते में,हर रोल में,हर जिम्मेदारी में हम रिएक्ट करते हुए चलते हैं। उस दौरान आदमी को पता ही नहीं चलता है कि वो गुस्सा कर रहा है। दूसरा रो रहा है और उसे पता ही नहीं है। क्योंकि उस दौरान आप डिस्चार्ज स्थिति में चल रहे होते हैं।आज से एक छोटी-सी आदत बना लीजिए की सुबह उठते ही सबसे पहले फोन की तरफ नहीं देखेंगे। यह एक बहुत गहरी आदत है, जिसका मन की स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ता है। आज मन अच्छा क्यों नहीं सोच पा रहा क्योंकि मन कमज़ोर है, आत्मा कमज़ोर हो गई है। आधे घंटे के लिए मन के अंदर ऐसी बातें भरें जिनके अंदर दिव्यता हो, पवित्रता हो। मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। महिला मंडल अध्यक्ष नीरू कोठारी एवं संगीता कोठारी ने विचार रखे।
मंगलाचरण उपाध्यक्ष रत्ना कोठारी, मंत्री भावना बोहरा, स्नेहा कोठारी, रेखा कोठारी एवं प्रीति कोठारी ने संकल्प गीत से किया।संचालन नीरू कोठारी ने किया।