प्रेजेंटेशन, क्वालिटी और प्राइस पर ध्यान देकर लक्षित ग्राहकों तक पहुंचाएं उत्पादों को : कलक्टर

कलक्टर की अध्यक्षता में राजीविका की समीक्षा बैठक आयोजित

राजीविका एसएचजी की महिलाओं द्वारा तैयार गुलकंद, गुलाब शरबत, साबुन अचार, मसाले, नमकीन सहित कई उत्पादों का कलक्टर के समक्ष दिया प्रस्तुतिकरण

राजसमंद । जिला कलक्टर बालमुकुन्द असावा की अध्यक्षता में राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद् (राजीविका) की समीक्षा बैठक।

राजसमन्द @RajsamandTimes। जिला कलक्टर बालमुकुंद असावा की अध्यक्षता में राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) की समीक्षा बैठक का आयोजन सोमवार दोपहर जिला कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया जिसमें जिला परियोजना प्रबंधक डॉ सुमन अजमेरा, ब्लॉक परियोजना प्रबंधक एवं आर्टीजन आदि ने भाग लिया। बैठक में समूह की महिलाओं द्वारा जिला कलक्टर स्वागत किया गया।

डीपीएम अजमेरा ने राजीविका की प्रगति से कलक्टर को अवगत कराया और जिले में महिला आर्टीजन द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों के बारे में बताया। इस दौरान अलग-अलग महिलाओं ने उनके द्वारा तैयार विभिन्न प्रकार के उत्पाद कलक्टर को दिखाकर उसकी विस्तृत जानकारी दी। जब कलक्टर ने ये उत्पाद देखा तो उन्होंने कहा कि जिले में एसएचजी ग्रुप्स काफी अच्छे उत्पाद बना रहे हैं, अगर आमजन को इन्ही ठीक से जानकारी हो तो निश्चित रूप से बिक्री बढ़ेगी और एसएचजी महिलाओं को प्रोत्साहन मिल सकेगा।

उन्होंने कहा कि इसके लिए जिला प्रशासन अपना पूर्ण सहयोग तो प्रदान करेगा ही, साथ ही अब औद्योगिक संस्थाओं, आमजन आदि तक इन उत्पादों को पहुंचाने हेतु प्रभावी तौर पर कार्य किया जाएगा। बैठक में कलक्टर ने सभी ब्लॉक परियोजना प्रबंधकों एवं स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से बात कर विभिन्न गतिविधियों की जानकारी ली। यह विशिष्ट अवसर था जिसमें कलक्टर ने महिला आर्टिजन से सीधे संवाद कर रहे थे और उनके द्वारा उत्पादों पर चर्चा कर रहे थे। हर उत्पाद निर्माता महिला ने कलक्टर को खुद अपने प्रोडक्ट के बारे में विस्तार से समझाया।  कलक्टर ने एसएचजी महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों की आगामी दीपावली को अधिकाधिक बिक्री सुनिश्चित कराने हेतु सभी बीपीएम को सहयोग प्रदान करने हेतु निर्देश दिए।
ये उत्पाद रखे कलक्टर के समक्ष

जिला कलक्टर ने राजीविका समूह की महिलाओं द्वारा निर्मित विभिन्न रोज प्रोडक्ट जैसे गुलाब जल, गुलकंद, गुलाब शरबत, मीनाकारी के उत्पाद, टेराकोटा के उत्पाद, अन्य उत्पाद जैसे सेनेटरी नेपकीन, जूट बैग, पेपर बैग, फाईल कवर, फिनॉयल, साबुन, एप्लिक वर्क, अचार, मसाले, वर्मीकम्पोस्ट, नमकीन आदि को जब देखा तो उन्होंने खूब सराहना की। उन्होंने कहा कि इन उत्पादों को जन जन तक पहुंचाने के लिए प्रभावी कार्ययोजना बनाने की जरूरत है। उत्पादों की मार्केट प्राइज से तुलना करने हेतु निर्देशित किया।राजीविका के उत्पाद काफी अच्छे, आमजन तक पहुंचे यह अधिक जरूरी


कलक्टर ने कहा कि जिले में राजीविका स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं बहुत अच्छे उत्पाद बना रही है, लेकिन ये उत्पाद आमलोगों तक पहुंचे इसके लिए उत्पाद के प्रेजेंटेशन, क्वालिटी और कीमत को बाजार में उपलब्ध अन्य उत्पादों की तुलना में लाना होगा जिससे आमजन इन्हें खरीदें। हर उत्पाद का एक लक्षित ग्राहक वर्ग होता है, उत्पादों को उनके लक्षित वर्ग तक पहुंचाने के लिए पुख्ता प्रयास करने होंगे जिसमें वे हर संभव सहयोग प्रदान करेंगे।उत्पादवार लक्षित ग्राहक वर्ग तक पहुंचे

कलक्टर ने जिले में शीघ्र एक विशाल राजीविका क्रेडिट कैंप, उत्पाद प्रदर्शनी, दीपावली मेला आयोजित करने के निर्देश दिए जहां न सिर्फ स्वयं सहायता समूहों को ऋण वितरण हो सके बल्कि उनके उत्पादों का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार और बिक्री भी सुनिश्चित हो। इसको लेकर उन्होंने राजीविका से जुड़े सभी अधिकारियों को अभी से जुट जाने का आह्वान किया। कलक्टर ने कहा कि इस कार्य को करने के लिए संबंधित विभागों के साथ सम्पर्क करना और उत्पादवार लक्षित ग्राहक का चयन किया जाए जिससे उस उत्पाद की डिमाण्ड प्राप्त की जा सके और साथ ही बड़ी कम्पनियां, होटल एसोसिएशन, मार्बल एसोसिएशन, हॉलसेलर आदि से सम्पर्क करके उत्पादों को मार्केट उपलब्ध करवाया जाए।