प्रेक्षा वाहिनी द्वारा “सब सुखी हो,सब निरोग हो” कार्यशाला आयोजित
राजसमन्द@राजसमन्द टाइम्स।आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार के सानिध्य एवं प्रेक्षा वाहिनी के तत्वावधान में सब सुखी हों ,सब निरोग हों कार्यशाला का आयोजन केलवा में हुआ ।
मुनि अतुल कुमार ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा दुनिया का सबसे खूबसूरत सॉफ्टवेयर आपका दिल और दिमाग है। अच्छा दिल और अच्छी सोच सब लोगों के पास नहीं होती।वह जिनके पास होती है वह लोग दिल के बहुत खूबसूरत होते हैं। खूबसूरती वही है, जैसे आप हो वैसे ही दिखो और वैसा ही व्यवहार करो। इसीलिए अपने दिल-दिमाग को खूबसूरत बनाएं। जब दिल-दिमाग साफ होगा तो उसकी चमक आपके चेहरे पर भी होगी। आप जैसे हैं वैसे ही रहें बनावटीपन से दूर रहकर खूबसूरत रहा जा सकता है।किसी भी चीज़ को काबू करने के लिए क्या ज़रूरी है ? उसको समझाना। और जिसको आप समझते ही नहीं, उसको काबू करने का कोई तरीका नहीं। जिसको आप समझ गए, अब उसको काबू करना बड़ा सरल। तो जानना ही सब कुछ है। क्या आप स्वस्थ रहना चाहते हो? अगर हां, तो कुछ भी काबू करने की कोई ज़रूरत ही नहीं होगी। हमें केवल अपने विचारों भावनाओं और कार्यों के प्रति अधिक जागरूकता विकसित करनी है।तो आइए, चलिए समझते हैं। विचार… दिमाग करता है। भावनाएं… दिल से होती हैं। कार्य..शरीर से होते हैं।… यह.. तीन हमारी चेतना से होने वाली महत्वपूर्ण कार्य विधि है। दिमाग… चालाकी में निपुण है।…दिल भोला भाला है।.. शरीर… कार्यों को करने के लिए शरीर को अनुशासन की ज़रूरत है। दिमाग को.. यह सीखाना चाहिए कि… किसी के नुकसान में हमारा फायदा नहीं हो सकता। हमारे फायदे के साथ दूसरों का भी फायदा हो। यह जागरूकता विकसित करने के लिए ज़रूरी है। दिल… दिल को यह सीखना चाहिए कि…. किसी के साथ व्यवहार सोच समझ कर करना चाहिए…. हमारे नुकसान में दूसरों का फायदा हो…. इससे दिल टूटता है और रिश्ते बिगड़ते हैं। कार्य…सही वक्त पर…सही काम करने की आदत। महत्वपूर्ण काम को टालना नहीं चाहिए। वक्त की कीमत करनी चाहिए। मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। मंगलाचरण प्रेक्षा वाहिनी टीम ने प्रेक्षाध्यान गीत से किया। प्रेक्षा वाहिनी संवाहक देवीलाल कोठारी ने त्रिपदी वंदना करवाई। सह-संवाहक दिनेश कोठारी ने आभार ज्ञापित एवं नौं मंगल भावना प्रयोग करवाए। कार्यशाला में अच्छी संख्या में लोग उपस्थित रहे।