एक शाम बच्चों के नाम” कार्यक्रम आयोजित
नाथद्वारा @RajsamandTimes। युगप्रधान आचार्य महाश्रमण के आज्ञानुवर्ती शासन श्री मुनि रविंद्र कुमार एवं मुनि अतुल कुमार के सानिध्य एवं सकल जैन समाज के तत्वावधान में भगवान महावीर जन्म कल्याणक दिवस पर एक शाम बच्चों के नाम का आयोजन तेरापंथ भवन में हुआ। सकल जैन समाज के अध्यक्ष ईश्वर सामोता एवं मंत्री सौरभ लोढ़ा ने स्वागत वक्तव्य दिया।
मुनि अतुल कुमार ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा मानसिक बीमारी बनता जा रहा है बेवजह बार-बार मोबाइल देखना। मोबाइल और इंटरनेट के जाल में गुम होती जा रही है बाल्यावस्था और युवावस्था। आज के समय में मोबाइल फ़ोन रोटी, कपड़ा और मकान जितना ज़रूरी हो गया है। कई लोगों का कामकाज ही मोबाइल फोन पर चलता है। इस दौर में सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी मोबाइल की लत का शिकार हो रहे हैं। घंटों तक मोबाइल फोन इस्तेमाल करने से मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। मोबाइल जीवन में अब शायद सांस लेने जितना ज़रूरी हो गया है। जिसके बिना कोई जी नहीं सकते। स्मार्टफोन और सोशल मीडिया की वजह से पति-पत्नी के बीच विवाद बढ़ रहे हैं। पुलिस और कोर्ट कचहरी तक मामले पहुंच रहे हैं। आज स्मार्टफोन और सोशल मीडिया का जमाना है, लेकिन इसकी लत पति पत्नी के मधुर संबंधों के बीच दरार का कारण भी बन रही है। और उनके रिश्ते टूटने की नौबत तक आ रहे हैं ।
सोशल मीडिया के कारण काफी लोगों का दांपत्य जीवन खराब भी हो चुका है। वैसे देखा जाए तो दांपत्य जीवन में समस्याएं सैकड़ों सालों से चली आ रही हैं लेकिन अब इसमें एक और नया नाम जुड़ गया है- “मोबाइल फोन”।जी हां, मोबाइल फोन पति-पत्नी के बीच खड़ी नई दीवार है। बात पार्टनर से कर रहे हैं लेकिन नजरें फोन पर टिकी हैं। पार्टनर कुछ बोल रहा है लेकिन आप फोन पर गेम खेल रहे हैं। सामने बैठे व्यक्ति से कोई कनेक्शन नहीं और मीलों दूर बैठे किसी इंसान से फोन पर चैटिंग चल रही है।
मुनि रविंद्र कुमार ने मंगल पाठ सुनाया। मंगलाचरण सकल जैन समाज की प्रशिक्षिकाओं द्वारा सुमधुर गीत से किया गया। श्री हिमाचल जैन संस्कार पाठशाला, श्रमण संघ, तेरापंथ धर्मसंघ ज्ञानशाला की तरफ़ से नन्हे मुन्ने बच्चों एवं कन्या मंडल ने आकर्षक, मनमोहक एवं ज्ञानवर्धक प्रस्तुतियां दी। आभार सौरभ लोढ़ा (मंत्री, सकल जैन समाज) ने व्यक्त किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन मुनि अतुल कुमार ने किया। कार्यक्रम में काफी अच्छी संख्या में सकल जैन समाज उपस्थित रहा।