उदयपुर। भारत सरकार के विदेश मंत्रालय द्वारा डायलॉग ऑन महाराणा प्रताप विषयक दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन होटल रमाडा उदयपुर में किया गया।
रॉयल हाउस ऑफ़ शिवरती डॉ अजात शत्रु सिंह ने बताया कि नाथद्वारा विधायक एवं राजा रामचंद्र जी के वंशज महाराज कुमार विश्वराज सिंह जी मेवाड़ ने भारत सरकार , विदेश मंत्रालय के दो दिवसीय संगोष्ठी डायलॉग ऑन महाराणा प्रताप में उद्बोधन में कहा कि मेरे पिताजी महाराणा प्रताप वंशज 76 वी पीढ़ी के है।
विश्वराज ने बताया कि राजा रामचंद्र जी के लव से सुमित से बप्पा रावल से रावल रतन सिंह से सिसोदा वंश के राणा हम्मीर,महाराणा कुम्भा, सांगा,प्रताप, राज सिंह , फतह सिंह, भूपाल सिंह,भगवत सिंह जी ने मेवाड़ के सनातन , धर्म , शौर्य,संस्कृति,पर्यटन ,संगीत को बचाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
विश्वराज सिंह मेवाड़ ने इस दो दिवसीय संगोष्ठी में अपने उद्बोधन में सभी शिक्षाविदों से आग्रह किया कि कोई भी नए आयाम इस दृष्टि से आए तो उसे जनता के बीच उजागर करना चाहिए। विश्वराज सिंह ने यह भी बताया कि मेवाड़ राजवंश कि संस्कृति सभी धर्मो , समाजों को साथ लेकर चलने की हमेशा से रही है, यह अनवरत जारी रहेगी।