लाडली फाउंडेशन की और से शिक्षा और चिकित्सा विभाग के अधिकारीयों और फिल्ड फंक्शनरी की कार्यशाला सम्पन्न
राजसमंद। शिक्षा और स्वास्थ्य दो ऐसे क्षैत्र है जो सीधे व्यक्ति की प्रगति के सूचक है और इस क्षैत्र में अभी कार्य करने की विपुल संभावनायें है। इसलियें गैर सरकारी संगठन और सरकारी विभाग आपस में बेहतर तालमेल से कार्य करें तो अच्छे नतीजे प्राप्त हो सकते है। यह विचार जिला कलेक्टर निलाभ सक्सेना ने लाडली फाउंडेशन की और से जिला मुख्यालय पर आयोजित एक कार्यशाला में व्यक्त कियें।
उन्होंने कहा की कोविड से बचाव के लिये कोविड वैक्सीनेशन की दूसरी और प्रिकॉशन डोज को लेने के लिये समुुदाय को प्रेरीत करना जरूरी है। इसके लियें लाडली फांउडेशन द्वारा समुदाय और स्कूलो में की गई जागरूकता गतिविधियों की सराहना की और कहा की वैक्सीनेशन के साथ अनीमिया मुक्त राजसमंद और बच्चो को डिजीटल लर्निंग की व्यवस्था में लाडली फाउंडेशन सहायता करे तो प्रशासन के साथ ही चिकित्सा और शिक्षा विभाग के अधिकारी कार्मिक मिलकर कुछ बेहतर परिणाम दे सकेंगे और वंचितो तक हम पहुंच सकेंगे।
उन्होंने राज्य सरकार द्वारा अंग्रेजी माध्यम की स्कूलो की चर्चा करते हुए बताया की आज हम सभी को लैंग्वेज लेब की स्थापना के बारे में भी सोचना होगा जिससे अंग्रेजी माध्यम में लगे शिक्षको को बेहतर प्रशिक्षण मिल सके और अंग्रजी माध्यम की स्कूलो से पढ़ने वाले बच्चे स्पोकन ईंग्लिस में महारत हांसिल कर सके।
इससे पहले लाडली फांउडेशन के फाउंडर देवेन्द्र ने जिला कलेक्टर निलाभ सक्सेना, सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा, आरसीएचओ डॉ सुरेश मीणा ,जिला शिक्षा अधिकारी नुतन प्रकाश का पुष्प गुच्छ भंेट कर स्वागत किया और कहा की जिला कलेक्टर के विजन के अनुसार हम सभी बेहतर कार्य कर अच्छे परिणाम देने के लिये तत्पर रहेंगे।
सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने कोविड वैक्सीनेशन की गति को बढ़ाने के लिये नियमित समुदाय में संपर्क को गतिविधियों की नियमितता पर जोर दिया। वहीं आरसीएचओ डॉ सुरेश मीणा ने जिले में कोविड वैक्सीनेशन को लेकर विस्तार से जानकारी दी और बताया की वैक्सीनेशन की दूसरी और प्रीकॉशन डोज के लिये अभी भी बहुत प्रयास किये जाने है, हमारी कोशिश है की कोरोना से किसी को कोई हानि नही हो क्योंकी यह वायरस है और कभी भी रूप बदल कर आ सकता है इसके लिये सभी को जागरूक करना और सर्तक करना जरूरी है। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक नूतन प्रकाश ने शिक्षा विभाग द्वारा इस अभियान में पूरा सहयोग करने के लिये आश्वस्त किया।
लाडली फाउंडेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीमती पंखुड़ी ने राजसमंद में लाडली फाउंडेशन द्वारा किये गये कार्य के अनुभव को सांझा किया। लाडली फाउंडेशन की जिला प्रबंधक विभा व्यास ने यूएसएआईडी, जेएसआई के सहयोग से कोविड वैक्सीनेशन में आमजन एवं बच्चो को जोड़ने के लिये समुदाय और विद्यालय में आयोजित की गई विभिन्न गतिविधियों को लेकर विस्तार से प्रजेंटेशन दिया, और बताया की सीबीएससी से सम्बद्ध विद्यालयो में जिस भी बच्चे ने अपना वैक्सीनेशन पूरा करवा लिया है उनको बायजूस का तीन वर्ष का सबस्क्रीप्सन मुफ्त में लाडली फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध करवाया जा रहा है। वहीं जिस सीबीएससी से सम्बद्ध स्कूल में 12 से 17 उम्रवर्ग के शत प्रतिशत बच्चो ने कोविड वैक्सीनेशन पूरा कर लिया है उनके स्कूल में लाडली फाउंडेशन और बायजूस के द्वारा एक कक्षा को स्मार्ट क्लास में परिवर्तित की जायेगी।
कार्यशाला में शिक्षा और चिकित्सा विभाग के साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ता, मॉडल व चयनित स्कूलो के प्राचार्य और आशा सहयोगिनीयां उपस्थित थी।