नाथद्वारा। पूज्यपाद तिलकायत महाराजश्री की आज्ञा एवं विशाल बावा के शुभाशीर्वाद से इस वर्ष दीपावली उत्सव 24 अक्टूबर 2022 को मनाया जावेगा। 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण होने के कारण पूज्यपाद तिलकायत महाराजश्री की आज्ञानुसार अन्नकूट की सेवा सूर्यग्रहण पश्चात् 26 अक्टूबर 2022 से प्रारंभ होगी व 1 नवंबर 2022 को गोपाष्टमी व कानजगाई तथा 2 नवंबर 2022 को अन्नकूटोत्सव व गोवर्धनपूजा का उत्सव मनाया जावेगा। अतः गौमाताजी 1 व 2 नवम्बर, 2022 को पधारेंगी। गोपाष्टमी पर्व इस वर्ष 5 नवंबर 2022 को गौशाला में होगा तथा 6 नवंबर 2022 को घसियार में अन्नकूट महोत्सव होगा।
मुख्य निष्पादन अधिकारी जितेन्द्र ओझा ने बताया कि संभावित दर्शनार्थियों की भीड़ के मद्देनजर मन्दिर परिसर एवं बाहर के स्थान, जहाॅ पर यात्री दर्शन की प्रतीक्षा में रहते हैं, वहाॅ पर चोरी, जेबकटी, छेड़खानी आदि की घटनाओं को रोकने के लिये पर्याप्त सुरक्षा-प्रहरी, विशेषकर महिला-काॅन्सटेबल का बन्दोबस्त किया जावेगा व अन्नकूटोत्सव 1 व 2 नवम्बर, 2022 के अवसर पर मन्दिर मार्ग, न्यॅू कोटेज से चौपाटी एवं चौपाटी से गोविन्द चौक तक, परिक्रमा में अस्थाई सीसीटीवी कैमरे दो दिन लगवाये जावेंगे, जिसमें रिकार्डिंग की व्यवस्था होगी। गोवर्द्धनपूजा एवं कान-जगाई के लिये गायों को ले जाने के लिये समुचित बेरिकेडिंग लगाई जावेगी।
मोतीमहल खुर्रा व माणक चौक पर कंट्रोल रूम स्थापित कर प्रीतमपोली, न्यॅू कोटेज एवं नक्कारखाना तक ‘‘माईक सिस्टम’’ लगाया जायेगा व समस्त आवश्यक सूचनाएॅं यथा दर्शन-समय, दर्शन-रूट, आपात सुविधाएं, सावधानियाॅ व अन्य जानकारियों को लगातार उद्घोषित की जाती रहेगी। कंट्रोल रूम दि0 01 नवंबर 2022 को प्रातः 4 बजे से प्रारंभ होगा जो 02 नवंबर 2022 को अन्नकूट उत्सव की समाप्ति पश्चात् तक रहेगा। माणक चौक पर अन्नकूट दर्शन के समय अस्थाई जूता-चप्पल स्टेण्ड एवं मोबाईल स्टेण्ड की व्यवस्था रहेगी।
आपात्-स्थिति (आगजनी) से निपटने के लिये नगरपालिका की एक फायरब्रिगेड रिसाला चौक के बाहर तथा एक फायरब्रिगेड गणगौर घाट स्थित एलपीजी यार्ड के पास सुरक्षार्थ रखी जायेगी। सड़कों पर वांछित पेच-वर्क तत्काल नगरपालिका द्वारा पूर्ण कराया जावेगा।
पार्किंग हेतु मोबेगढ़ परिसर, 120 फीट रोड़ पर व नई हवेली स्कूल के सामने स्थित खाली परिसर का चयन किया गया। यातायात व्यवस्था पूर्वानुसार एक-तरफा होगी। गोविन्द चौक, फाटक दरवाजा, आईकोनिक गेट से आगे वाहनों को नहीं आने दिया जावेगा ताकि रास्ते में चलने वालों को कठिनाई न हो। 120 फीट रोड़ से वाहन नगर में आ सकेंगे।
श्रीमद् वल्लभ चल चिकित्सालय 24 अक्टूबर 2022 प्रातः 4 बजे से रात्रि 10 बजे तक व 1 नवम्बर, 2022 को मंगला पूर्व से 2 नवम्बर, रात्रि 1.30 बजे तक खुला रहेगा जिसमें कार्मिक ड्यूटी अनुसार उपस्थित रहेंगे। चिकित्साधिकारी दर्शन-समय में आवश्यक रूपसे चिकित्सालय में उपस्थित रहेंगे। खण्ड मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा गठित टीम में से एक लक्ष्मी निवास धर्मशाला के अन्दर परिसर में एवं दूसरी मोतीमहल खुर्रा पर नियंत्रण केन्द्र पर उपलब्ध रहेगी।
मन्दिर मण्डल की एम्बूलेन्स मोटर विभाग में, नगर चिकित्सालय की एम्बूलेस न्यॅू कोटेज में तथा खमनोर से आनेे वाली एम्बूलेन्स माणक चौक पर चिकित्सा स्टाफ सहित उपलब्ध रहेगी। खमनोर से आने वाली एम्बूलेन्स एवं नगर चिकित्सालय की एम्बूलेन्स 24 अक्टूबर 22 को प्रातः 4 बजे से रात्रि तक एवं 1नवंबर 2022 को प्रातः 4 बजे से 02.11.22 को रात्रि में अन्नकूट उत्सव समापन तक उपलब्ध रहेगी।
दर्शन व्यवस्था
दीपावली को मंगला, श्रृंगार, राजभोग, उत्थापन, भोग-आरती, शयन (हटड़ी) के दर्शन होंगे, जिसमें महिलाओं व पुरूषों का प्रवेश चौपाटी से लक्ष्मी निवास धर्मशाला होते हुऐ रहेगा व सभी की निकासी मोतीमहल से रहेगी। 25 अक्टूबर 2022 को शंखनाद, मंगला, श्रृंगार, राजभोग, उत्थापन के शंखनाद, भोग-आरती के दर्शन होंगे एवं ग्रहण के दर्शन साॅय 04.35 से 06.29 तक रहेंगे।
गोपाष्टमी/कानजगाई 01 नवंबर 2022 को मंगला के दर्शन 4.45 से 1 घंटे तक, श्रृंगार के दर्शन 7.30 से आधा घंटे तक, राजभोग-चावल की सेवा प्रातः 11.15 से एक घंटे तक, गौ-पूजन(कान-जगाई) साॅय 5 बजे से एक घंटे तक होगी। 02 नवंबर 2022 को मंगला के दर्शन प्रातः 5.30 बजे से लगभग 1 घंटे तक होंगे। इसके पश्चात् अन्नकूट के दर्शन रात्रि 9 बजे खुलेंगे जो लगभग ढाई घंटे तक चलेंगे। लूट के दर्शन, भोग सरने के पश्चात्, रात्रि 11 बजे से लगभग डेढ़ घंटे तक रहेंगे। गोपाष्टमी/कानजगाई पर दर्शन के लिये महिला व पुरूष लक्ष्मी निवास धर्मशाला से प्रवेश करेंगे एवं निकासी मोतीमहल से होगी। अन्नकूट पर रात्रि के दर्शन में महिला का प्रवेश लक्ष्मी निवास से एवं पुरूषों का प्रवेश सेठो के पायसा से होते हुऐ मदनमोहनजी मन्दिर के सामने से गुजरते हुऐ लक्ष्मी निवास से होगा व सभी की निकासी मोतीमहल से होगी।
अन्नकूट के दिन आदिवासी भाईयों की आवाजाही हेतु लाल दरवाजा से नक्कारखाना चौक, वनमाली परिसर का क्षेत्र रहेगा।
मन्दिर परिसर में मण्डल कार्मिकों की विभिन्न स्थानों पर तैनाती की जावेगी, यथा नक्कारखाना गेट पर, लक्ष्मी निवास गेट पर, रेम्प पर, प्रीतमपोली गेट पर, मनोरथी गेट पर, समाधान के बाहर, कमलचैक में, रतनचैक में, लालन बगीचा में, मोतीमहल निकासी गेट आदि पर। इसमें महिला कार्मिकों को भी शामिल किया जावेगा।
गोपाष्ठमी क्रम 05 नवंबर2022 पर नाथूवास गौशाला में गौमाताजी एवं साॅडों का प्रदर्शन होता है जहाॅ पर बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित रहते हैं। वहाॅ पर पुलिस जाब्ता लगाया जावेगा। नगरपालिका से फायरब्रिगेड तथा मन्दिर मण्डल चिकित्सालय से एक चिकित्सा टीम मय दवा के दोपहर 3 बजे से रात्रि 9 बजे तक उपलब्ध रहे, ऐसी व्यवस्था की जावेगी। मन्दिर मण्डल की एम्बूलेन्स भी मय टीम व दवा के उपलब्ध रहेगी।
दीपावली दिनांक 24.10.2022
क्रम – दर्शन – दर्शन खुले रहने का समय (संभावित)
1 मंगला प्रातः 04.45 से लगभग 1.00 घंटे तक
2 श्रृंगार प्रातः 08.00 से लगभग आधा घंटे तक
3 राजभोग प्रातः 11.15 से लगभग 1.00 घंटे तक
4 उत्थापन साॅय 04.00 से 20 लगभग मिनिट
5 भोग-आरती साॅय 05.15 से लगभग 1 घंटा
6 शयन (हटड़ी दर्शन) साॅय 07.00 से लगभग 45 मिनिट
7 लक्ष्मीपूजन (श्रीकृष्ण भण्डार में) रात्रि 08.30 से लगभग 1.30 घंटे तक
दिनांक 25.10.2022
क्रम – दर्शन – दर्शन खुले रहने का समय (संभावित)
1 शंखनाद प्रातः 04.15 बजे
2 मंगला प्रातः 05.00 बजे
3 श्रृंगार प्रातः 07.00 बजे
4 राजभोग प्रातः 10.00 बजे
5 उत्थापन के शंखनाद साॅय 02.00 बजे
6 भोग-आरती साॅय 03.00 बजे
7 ग्रहण के दर्शन साॅय 04.35 से 06.29 तक
गोपाष्टमी/कानजगाई दिनांक 01.11.2022
क्रम – दर्शन – दर्शन खुले रहने का समय (संभावित)
1 मंगला प्रातः 04.45 से लगभग 1.00 घंटे तक
2 श्रृंगार प्रातः 07.30 से लगभग आधा घंटे तक
3 राजभोग-चावल की सेवा प्रातः 11.15 से लगभग 1.00 घंटे तक
4 गौ-पूजन (कान-जगाई) (श्रीलालन सूरजपोल पधारेंगे, गौमाताजी गोवर्धनपूजा चैक में पधारेंगी) साॅय 05.00 से लगभग 1.00 घंटे तक
अन्नकूट दिनांक 02.11.2022
क्रम- दर्शन -दर्शन खुले रहने का समय (संभावित)
1 मंगला प्रातः 05.30 से लगभग 1.00 घंटे तक
2 श्रीविट्ठलनाथजी श्रीजी में पधारेंगे दोपहर 02.00 बजे लगभग
3 गोवर्द्धनपूजा (श्रीलालन सूरजपोल पधारेंगे, गौमाताजी गोवर्धन पूजा चैक में पधारेंगी) दोपहर 04.30 से लगभग 1.00 घंटे तक
4 अन्नकूट के दर्शन रात्रि 09.00 से लगभग 2.30 घंटे तक
5 लूट के दर्शन (भोग सरने के पश्चात्) रात्रि 11.00 से लगभग 1.30 घंटे तक
सेवा-पूजा परम्परा एवं विधि-विधान पर आधारित है, अतः समय में आंशिक परिवर्तन तिलकायत महाराजश्री की आज्ञा से संभव है।