राजसमंद। जिले में शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के तहत आमजन में जागरूकता एवं ऑन स्पॉट खाद्य पदार्थाे की जांच एवं परिणामों को बताने के लिये मोबाईल फूड टेस्टींग वैन को जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त अंजली राजौरीया, नगर पालिका के सभापति अशोक टांक ने हरी झंडी दिखा कर रवाना किया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर रामचरण शर्मा, सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा, उपखंड अधिकरी दिनेश राय सापेला, मनीष जोशी उपस्थित थे।
इस अवसर पर सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने मोबाईल फूड टेस्टींग वैन की कार्यप्रणाली को लेकर विस्तार से जानकारी दी तथा बताया इसका मुख्य उदे्श्य आमजन में शुद्ध खानपान को लेकर जागरूकता पैदा करना है। मोबाईल टेस्टींग वैन द्वारा ऑनस्पॉट परिणाम बताये जाते है कोई भी व्यक्ति अपने घर में उपयोग कर रहे खाद्य सामग्री जैसे दुध अथवा दूध से बने पदार्थ एवं मसालों की जांच करवा सकता है।
उन्होंने बताया की वैन में दो एनालिस्ट आशीष त्रिवेदी एवं नरेन्द्र पाटीदार है जो जांच कर परिणाम बताएंगे तथा घर में किस तरह सामान्य जांच कर खाद्य पदार्थो में मिलावट को जाना जा सकता है इसके बारे में आमजन को विस्तार से बताएंगे। उन्होंने बताया की इसका वैन का मुख्यालय उदयपुर है समय – समय पर रूट चार्ट के अनुसार यह जिले में आती रहेगी तथा आमजन को शुद्ध खानपान के लिये जागरूक करेगी।
जिला कलेक्टर ने ली जिला स्तरीय प्रबन्ध एवं संचालन समिति की बैठक
जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना की अध्यक्षता में शुद्ध के लिये युद्ध अभियान की जिला स्तरीय प्रबन्ध एवं संचालन समिति की बैठक का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट में हुआ। जिसमें जिला कलेक्टर ने आगामी त्यौहारों के मध्येनजर उपभोक्ताओं को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के उदे्श्य से सघन अभियान संचालित करने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि विशेष अभियान के दौरान दूध, मावा, पनीर , मिठाइयां, खाद्य तेल और घी के नियमानुसार सैंपल लिये जाए।
शुद्ध के लिये युद्ध अभियान मुखबिर योजना
सीएमएचओ डॉ प्रकाश चन्द्र शर्मा ने बताया की मिलावट की गोपनीय रूप से सूचना प्राप्त करने के लिये राज्य सरकार द्वारा मुखबिर योजना शुरू की गई है। जिसके तहत ऐसे स्थान जहां पर मिलावटी खाद्य सामग्री का निर्माण हो रहा है की सूचना कोई भी व्यक्ति टोल फ्री नम्बर 181 अथवा सक्षम प्राधिकारी, सीएमएचओ, उपखंड अधिकारी, बीसीएमओ, खाद्य सुरक्षा अधिकारी को पत्र, ईमेल, सीडी, डीवीडी, पैन ड्राईव,एसएमएस और व्हाट्सएप आदि के माध्यम से दे सकता है। मुखबिर की पहचान गोपनीय रहेगी। मुखबिर की सूचना पर सैम्पल के खाद्य लैब में अनसेफ पाये जाने की स्थिती में 51 हजार की राशि जिसमें से 25 हजार लैब की रिपोर्ट पर तथा चालान पेश होने पर शेष 26 हजार रूपये मुखबिर को दी जायेगी। सूचना के आधार पर लिये गये सैम्पल के खाद्य लेब से अनसेफ के अतिरिक्त अमानक पाये जाने की स्थिती में 5 हजार की एकमुश्त राशि मुखबिर को देय होगी।
बैठक में उपखंड अधिकारी दिनेश राय सापेला, सीएमएचओ, कार्यकारी आयुक्त नगर परिषद एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।