नाथद्वारा। पूज्यपाद तिलकायत महाराजश्री एवं चि. गो. विशाल बावा सा0 के शुभ आशिर्वाद से पुष्टिमार्गीय वल्लभ सम्प्रदाय की प्रधानपीठ श्रीनाथद्वारा में 19 अगस्त, 2022 को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव एवं 20 अगस्त, 2022 को नन्द महोत्सव मनाया जायेगा।
मन्दिर परिसर में परम्परानुसार जन्माष्टमी के दिन मन्दिर के राजपुरोहित द्वारा प्रातःकाल कृष्णावतार के विवरण के साथ श्रीकृष्ण की जन्मकुण्डली मन्दिर खास में स्थित मणिकोठे से सुनाई जावेगी। श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दूसरे दिन नन्द महोत्सव के अवसर पर सम्पूर्ण मन्दिर में श्रीजी के बड़े मुखियाजी द्वारा नन्द स्वरूप धारण केसर-युक्त दही/छाछ का छिड़काव ग्वाल-बालों के संग मिलकर किया जाता है। इस हेतु मन्दिर मण्डल द्वारा भारी मात्रा में दही/छाछ की व्यवस्था की जाती है। इस दौरान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप को श्रीजी के सन्मुख पलने में झुलाये जायेंगे एवं छठी पूजन की रस्म परम्परानुसार की जाकर मन्दिर के द्वारों पर कुमकुम, दूध-दही के छापे लगाये जायेंगे।
श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की खुशी में रात्रि के 12.00 बजे रिसालाचौक में 21 तोपों की सलामी दी जावेगी तथा मन्दिर मुख्यद्वार पर नक्कारखाने से ढ़ोल, नक्कारे, बिगुल, शहनाई आदि की मधुर ध्वनी से पूरा नाथद्वारा नगर गॅुजायमान होगा।
सुरक्षा की दृष्टि से न्यॅू कोटेज परिसर व श्रीदामोदरधाम में सीसीटीवी केमरे लगे हैं। आगन्तुक वैष्णवों की सुविधार्थ पानी-प्रकाश व स्वच्छता आदि की समुचित व्यवस्थाएं की गई है। आवासगृहों में ठहरने वाले सभी यात्री/वैष्णव के परिचय-पत्र लिये जावेंगे।
स्थानीय विद्यालयों, शैक्षणिक व स्वेच्छिक संस्थाओं आदि के सहयोग से भगवान श्रीकृष्ण के जीवन विशेषकर बालचित्रण से संबंधित विभिन्न लीलाओं की जीवन्त झॉकियों का प्रदर्शन किया जायेगा। इन अद्भुत झॉकियों के साथ घोड़े, नक्कारे, श्रीनाथ बैण्ड, स्थानीय बैण्ड्स, भजन मण्डलियॉ एवं परम्परागत नक्कारा-निशान के साथ सुखपाल में श्रीकृष्ण की बाल स्वरूप की छवि पधराई जाकर विशाल शोभायात्रा का आयोजन किया जावेगा।
शोभायात्रा मार्ग की सफाई एवं प्रकाश-व्यवस्था हेतु नगरपालिका द्वारा विशेष-सफाई कार्य कराया जायेगा। परिक्रमा मार्ग में जनरेटर की व्यवस्था मन्दिर मण्डल द्वारा की जायेगी। मन्दिर मण्डल के विद्युतकर्मी की 24 घंटे मन्दिर परिसर में उपलब्धता रहेगी। समस्त ड्यूटीरत कार्मिकों को परिचय पत्र गले में आवश्यक रूप से लगाना होगा। नगरपालिका के सफाई कर्मियों की विशेष पोशाक होगी, ताकि उन्हें पहचाना जा सके। गांधी पार्क में स्थित सुलभ कॉम्पलेक्स का उपयोग सुनिश्चित किया जावे एवं सफाईकर्मी मौजूद रहेंगे,जहॉ से उन्हें सफाई हेतु आवश्यकतानुसार भेजा जा सके। नगरपालिका का कचरा उठाने वाला वाहन/टेम्पो दर्शन समय के अलावा लगातार चलता रहे, ताकि गंदगी बाजारों में न फैलने पावे। नगरपालिका द्वारा दुकानों के बाहर एवं अन्य आवश्यक स्थलों पर बड़ी ‘बाल्टीनुमा’कचरा-पात्र आवश्यक रूप से रखवाये जावेंगे, ताकि व्यापारी कचरा सड़कों पर नहीं फेंके। साथ ही वहॉ से कचरा रात्रि में ही नियत कचरा-वाहन से भरकर नियत स्थान पर डलवाये जायेंगे ताकि गंदगी नहीं फैलने पावे। सफाई व्यवस्था सुचारू रहे इस हेतु नगरपालिका द्वारा पर्याप्त संख्या में सुपरवाईजरी अधिकारी लगाये जावेंगे। सहायक अभियन्ता, विद्युत विभाग को निर्देशित किया गया कि उक्त दो दिन विद्युत सप्लाई अनवरत बनी रही, ऐसी व्यवस्था करावें। बाजारों में गायें/पशु विचरण न करने पावें व वहॉ पर गोबर व कीचड़ न हो, ऐसी व्यवस्था नगरपालिका द्वारा की जावेगी। वैष्णवों की आवक अभी से बढ़ गई है, अतः न्यॅू कोटेज से प्रीतमपोली तक रोड़ के दोनों तरफ खड़े होने वाले ठेलों, खोमचे वालों आदि को हटाये जावेंगे। दि0 14 से 21.8.2022 को रात्रि11 से प्रातः 4 बजे के मध्य विशेष सफाई व्यवस्था नगरपालिका द्वारा लगातार करवाई जावेगी। आवारा पशु एवं सूअरों का प्रवेश दर्शन एवं शोभायात्रा मार्ग में न हो, इसकी समुचित व्यवस्था नगरपालिका द्वारा की जावेगी एवं नगरपालिका द्वारा पकड़े गये आवारा पशुओं को 4-5 दिन काईन हाउस से नहीं छोड़ा जावेगा। विभिन्न सूचनाओं की जानकारी हेतु फ्लेक्स तैयार कराये जाकर चौपाटी, 120 फीट पार्किंग, बड़ोदा बैंक, बस स्टेण्ड, फौज स्कूल के पास, केशव कॉम्पलेक्स आदि स्थानों पर तथा माणक चौक व मोतीमहल/खुर्रा पर अस्थाई कंट्रोल रूम बनाया जावेगा। माणक चौक स्थित कंट्रोल रूम पर जूता-चप्पल स्टेण्ड व मोबाईल स्टेण्ड भी बनाया जावेगा व जूता-चप्पल स्टेण्ड पर दो मजदूर एवं एक सुरक्षाकर्मी लगाये जावेंगे।
शोभायात्रा मार्ग में जहॉ कहीं गड्ढे हो रहे हैं अथवा झॉकियों के छोटे वाहनों को निकलने में दिक्कत प्रतित हो, वहां पेच-वर्क नगरपालिका द्वारा तत्काल करवाया जावेगा। माणक चौक एवं मोतीमहल/चौपाटी खुर्रा के नीचे कॉर्नर में कंट्रोल रूम बनाये जावेंगे वहॉ पर पानी, कुर्सी-टेबल,माईक सैट की व्यवस्था होगी। टेक्सी स्टेण्ड, सब्जी मण्डी, गोविन्द चौक, लालबाजार एवं महादेवजी की घाटी से दो-पहिया वाहन प्रवेश नहीं हो, ऐसी व्यवस्था की जावेगी।
शोभायात्रा रिसाला चौक से प्रार ंभ होकर गॉधी रोड़, देहलीबाजार, गुर्जरपुरा, बड़ा बाजार,मन्दिर परिक्रमा, प्रीतमपोली, नया बाजार एवं चोपाटी से होकर रिसालाचौक में विसर्जित होगी।
जन्माष्टमी एवं नन्द महोत्सव के दिन दर्शन हेत ु महिलाओं एवं पुरूषों का प्रवेश लक्ष्मी निवास धर्मशाला के वहॉ बने दो पृथक-पृथक दरवाजों से ही होगा व निकासी मोतीमहल से रहेगी।
मन्दिर परिसर में जगह-जगह पर पानी के केम्पर रखे हैं। किन्तु दर्शनों के समय, मन्दिर में, आपातकाल में वैष्णवों को उपलब्ध कराने हेतु पानी की बोतल उपलब्ध रहेगी।
दर्शनार्थी मोतीमहल से प्रवेश नहीं करें, इसकी माकूल व्यवस्था की जा रही है एवं दर्शन कर मन्दिर परिसर से बाहर निकलने वाले लगातार बाहर की तरफ चलते रहे, ऐसी व्यवस्था की जावेगी। लक्ष्मी निवास धर्मशाला के बाहर पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाने का निर्णय लिया गया ताकि वहॉ भीड़ व भगदड़ न होने पावे। नाथूवास की तरफ से आने वाले वाहनों को नगर में प्रवेश नहीं देकर 120 फीट रोड़ पर पार्किंग की तरफ भेजा जावेगा। बस स्टेण्ड से आने वाले वाहनों को बेण्ड लाईन पार्किंग में पार्क कराया जावेगा। मोडर्न स्कूल में दो पहिया वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी। शोभायात्रा के समय, शोभायात्रा के मार्ग में दो पहिया वाहनों को पुलिस प्रशासन द्वारा रोका जावेगा।
नगरपालिका द्वारा आईकोनिक गेट पर अस्थाई चॅुगी नाका स्थापित किया जाकर यातायात को नियंत्रित कराया जावेगा, जिसमें राजसमन्द की ओर से आने वाले वाहनों को 120 फीट रोड़ की तरफ भेजकर पार्क कराने की व्यवस्था की जायेगी।
परम्परानुसार जन्माष्टमी के दिन रात्रि में 12.00 बजे श्रीकृष्ण जन्म पर 21 तोपो की सलामी दी जावेगी। रिसाला चौक में परम्परानुसार तोपे दागने के समय डबल बेरिकेडिंग कराई जावेगी ताकि किसी प्रकार के हादसे का अंदेशा नहीं रहे। जन्माष्टमी के दिन पंचामृत स्नान के दर्शन हेतु प्रातः 3 बजे से भीड़ इकट्ठा हो जाती है, अतः वहॉ पर पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाया जावेगा। इसी प्रकार रिसाला चौक में रात्रि 11 से 12 बजे तक भारी भीड़ रहेगी अतः वहॉ भी पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाया जावेगा। नाथद्वारा नगरपालिका की बड़ी फायरब्रिगेड रिसाला चौक के सामने की तरफ, मन्दिर मण्डल कार्यालय के बाहर एवं छोटी फायरब्रिगेड बड़ा बाजार की तरफ उपलब्ध रहेगी। राजसमन्द/ रेलमगरा से आने वाली फायरब्रिगेड हायर सेकण्डरी स्कूल, फौज के बाहर खड़ी रहेगी।
मन्दिर मण्डल का चिकित्सालय दोनों दिन 24 घंटे दिन-रात खुला रहेगा। मन्दिर मण्डल की एम्बूलेंस मोतीमहल में रहेगी। राजकीय चिकित्सालय की एक एम्बूलेन्स पूर्ण साजो-सामान व चालक सहित, राजकीय चिकित्सालय में तैयार रहेगी, इस हेतु प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिये गये। खमनोर से आने वाली चिकित्सा टीम दवा सहित जन्माष्टमी को प्रातः 3 बजे से रात्रि 12 बजे तक एवं नन्द महोत्सव को प्रातः 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक राउण्ड-द-क्लॉक माणक चौक स्थित कन्टोंल रूम पर मय चालक व प्राथमिक चिकित्सा सुविधा के उपस्थित रहेगी। साथ ही आपात व्यवस्था हेतु न्यॅू कोटेज परिसर पर राजकीय चिकित्सालय, नाथद्वारा की एक एम्बूलेंस मय चालक/दवा के उपलब्ध रहेगी। मन्दिर चिकित्सालय में उपलब्ध ऑक्सिजन सिलेण्डर/कन्सन्टेंटर मोतीमहल एवं चिकित्सालय में उपलब्ध रखे जावेंगे। मन्दिर परिसर,नक्कारखाना, मोतीमहल चौक एवं धोली पट्टिया पर स्टेचर की व्यवस्था मन्दिर मण्डल के चिकित्सा अधिकारी द्वारा की जावेगी। मोतीमहल में स्टेचर सहित व्हीलचेयर की व्यवस्था सुनिश्चित की जावेगी। वाटर-सेम्पलिंग जलदाय विभाग से करवायी जावेगी एवं नन्द महोत्सव के दिन 12 बजे अतिरिक्त पानी की सप्लाई की जावेगी।
जिला कलक्टर के आदेशानुसार फूड सेम्पलिंग के लिये फूड-इन्सपेक्टर को निर्देशित किया गया है। दो दिन ड्रोन कैमरे की व्यवस्था कर निगरानी रखी जावेगी तथा दोनों दिन दो पहिया वाहनों का प्रवेश व ठहराव मन्दिर मार्ग पर नहीं होगा। दो पहिया वाहन को लाल बाजार, इमली बाजार, बड़ा बाजार, गोविन्द चौक तथा बैंक ऑफ बड़ोदा एवं महोदवजी की घाटी के वहॉ रोका जावेगा।
जन्माष्टमी एवं नन्द महोत्सव पर दर्शन समय 19 अगस्त 2022 श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर दर्शन मंगला पंचामृत प्रातः 04.45 बजे से लगभग दो घंटा तक,श्रृंगार प्रातः 09.30 बजे से लगभग एक घंटा तक,राजभोग दोपहर 12.30 बजे से लगभग डेढ़ घंटा तक,भोग-आरती रात्रि 07.30 बजे से लगभग एक घंटा तक,जागरण रात्रि 08.30 बजे से लगभग तीन घंटा तक होंगे।
20 अगस्त 2022 नन्द उत्सव पर दर्शन केसर युक्त दही/छाछ छिड़काव प्रातः 07.30 से 11.00 तक,मंगला एवं श्रृंगार अपरान्ह 12.15 बजे से लगभग आधा घंटा तक,राजभोग सॉय 02.15 बजे से लगभग एक घंटा तक,उत्थापन रात्रि 07.00 बजे से लगभग आधा घंटा तक,भोग-आरती रात्रि 08.00 बजे से लगभग एक घंटा तक,सेवा-पूजा परम्परा एवं विधि-विधान से होने के कारण किसी भी दर्शन के समय में परिवर्तन संभव है।