राजसमंद । आगामी 10 जुलाई को ईदुलजुहा पर्व को ध्यान में रखते हुये भीम देवगढ कस्बे में संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट एवं महानिरीक्षक रेंज उदयपुर प्रफुल्ल कुमार द्वारा शांति समिति एवं मौजुद लोगों से संवाद कायम किया गया। बैठक के दौरान नीलाभ सक्सेना जिला कलेक्टर राजसंमद एवं सुधीर चौधरी पुलिस अधीक्षक राजसंमद भी उपस्थित थे।
बैठक के दौरान संभागीय आयुक्त उदयपुर द्वारा भीम कस्बे वासियों से अपील की कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नही देंवे तथा सोशल मीडिया पर अपराधियों को हीरो नहीं बनावें। साथ ही अमन चैन बना रहे इस हेतु पुलिस प्रशासन का सहयोग करे। उदयपुर की घटना के दोनों अभियुक्त रियाज एवं गोस मोहम्मद का भीम कस्बे से कोई संबध नहीं है और ना ही भीम कस्बे के निवासी है ओर ना ही उनका भाई भीम मस्जिद मे मौलाना है।
युवाओं से आव्हान
आईजीपी प्रफुल्ल कुमार ने मगरावासियों से आग्रह किया कि युवा वर्ग को अपराध की ओर बढने से रोकने हेतु जागरूक किया जाना आवश्यक है। सोशल मीडिया पर चलने वाली बिच्छु गैंग, कोबरा गैंग, महाकाल गैंग इत्यादि के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जावेगी। उक्त गैंगों के विरूद्ध लगातार सघन अभियान चलाया जावेगा। युवाओं से शराब की प्रवृत्ति को त्यागने तथा अपराधियों का महिमा मंडन नहीं करने का आग्रह किया गया। उन्होंने यह भी आगाह किया की यदि युवा वर्ग के विरूद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज होता है तो पुलिस वैरिफिकेशन में अपराध का अंकन होने पर वह रोजगार से वंचित होगा। सोशल मिडिया तथा फैसबुक, इस्टाग्राम, वाट्सएप पर अपराधियो का अनुसरण नही करे उनके द्वारा की जाने वाली अपमानजनक भडकाउ पोस्टो को शेयर ना करे ताकि अनावश्यक मुकदमेबाजी से बचा जा सके।
पुलिस द्वारा चलाया जावेगा किरायेदार सत्यापन व गैंगो के विरूद्ध अभियान
भीम पुलिस कस्बा भीम के वासियो की अपील पर पुलिस द्वारा भीम मे रहने वाले बाहर के किरायेदारो का डोर टु डोर सर्वे कर पुलिस सत्यापन किया जावेगा तथा सदिग्धो के विरूद्ध सख्त कार्यवाही अमल मे लावी जावेगी।
संभागीय आयुक्त द्वारा अफवाहों की जांच
कानूनी प्रक्रिया के तहत गिरफ्तार अभियुक्तों से घटनास्थल तस्दीक की कार्यवाही की गई। इस कार्यवाही को सोशल मिडिया पर अफवाहों के रूप मे प्रचारित किया गया कि उक्त अभियुक्तों को समुदाय विशेष के समक्ष ले जाया जाकर माफी मंगवायी गई। इस संबध मे आईजीपी व संभागीय आयुक्त द्वारा उक्त घटना के विडियो फुटेज देखे गये तथा फुटेज मे उपस्थित लोगें से वार्ता की गई तथा मिडियाकर्मी/पत्रकारो से वार्ता कर इस प्रकार की अफवाहों के बारे मे सत्यापन किया गया मगर अभियुक्तगणों से समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल के सामने लोगों के समक्ष ले जाकर किसी प्रकार की माफी नही मंगवायी जाना पाया गया। तथ्यों के आधार पर प्रशासन उक्त अफवाह का पूर्णतया खण्डन करता है। जिन लोगों द्वारा इस तरह की झुठी अफवाहे सोशल मिडिया पर फैलायी जाती है तो उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जावेगी। साथ ही बैठक मे मौजुद लोगों के समक्ष झुठी खबरों पर ध्यान नहीं देने की अपील की गई।
आईजीपी व संभागीय आयुक्त ने आमजन से आग्रह किया की भीम कस्बे का पारस्परिक सौहार्द जो एक मिसाल है जो पुनः स्थापित किया जावे तथा ईद का त्यौहार दोनों समुदाय मिल-जुलकर मनावे। आपसी भाईचारा कायम रखने हेतु प्रत्येक पंचायत स्तर पर 5-5 व्यक्तियों की कमेठी का उपखण्ड अधिकारी महोदय द्वारा गठन किया जा चुका है। उक्त कमेठी किसी प्रकार की अफवाहों को फैलाने से रोकने तथा आमजन मे विश्वास कायम करने का कार्य करेगी।
भीम कस्बे के सर्व वर्ग के लोगों ने भीम पुलिस द्वारा उदयपुर की घटना में अभियुक्तों की गिरफ्तारी की प्रशंसा की गई।
सामाजिक समरसता से मनाए त्यौहार – जिला कलेक्टर
जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना ने ईद के त्यौहार पर सभी जिले वासियों से अपील की है कि सामाजिक समरसता को बनाए रखें और शांति और प्रेम के साथ त्यौहार मनाए । उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बकरीद पर शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुल 33 कार्यपालक मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई है । आमजन में सामाजिक समरसता की भावना को कायम रखने के लिए जिले के सभी सात उपखंड एवं 11 तहसीलों सहित सभी बड़े कस्बों में शांति समितियों की बैठक का आयोजन कर आपसी प्रेम बनाए रखने का संदेश प्रचारित किया गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि त्यौहार के दिन शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में 3 पुलिस कंपनियों को तैनात किया गया है तथा 6 मोबाइल पार्टियों का गठन कर संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है। इसी प्रकार जिले के बाहर से दो अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक तथा 3 पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारियों की नियुक्ति भी की गई है । इन सभी पुलिस बलों द्वारा सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी जा रही है और जिला पुलिस अधीक्षक ने आमजन से भी अपील की है कि किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान नहीं दें और किसी भी संदिग्ध मैसेज को फॉरवर्ड करने से बचें |