राजसमंद। हिन्दूस्तान जिंक द्वारा बायफ के सहयोग से संचालित समाधान परियोजना के तहत् राजपुरा दरीबा एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के तहत किसानों को आधुनिक कृषि व तकनिकी के साथ साथ कृषि प्रसंस्करण की योजना से उन्हे लाभ मिलेगा एवं आय में वृद्धि होने से विकास होगा। हिंदुस्तान जिंक द्वारा की गई यह पहल अनुकरणीय है।
यह बात कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाइस चांसलर एमपीयूएटी डॉ नरेंद्र सिंह राठौर ने राजपुरा दरीबा में कृषि सेवा केंद्र के शुभारंभ के अवसर पर कहीं । यह अनूठा कार्यक्रम है जिसके माध्यम से 5 कृषि विकास केन्द्र स्थापित किए गए हैं। इससे किसान लाभार्थियों को कृषि सेवा केन्द्र का लाभ मिलेगा। इस केन्द्र से जुडे किसान हिस्सेदारों को उनकी मांग के अनुरूप एफपीओ के माध्यम से फसल के बीज, उर्वरक, कीटनाशक आदि उचित दर पर उपलब्ध होगें। इसी तरह एफपीओ दरीबा के अतिरिक्त जावर, देबारी, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और भीलवाड़ा में स्थापित किए गए हैं। हिंदुस्तान जिंक के बायफ समाधान परियोजना के अंतर्गत राजपुरा दरीबा एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के तहत अब तक 50 किसान हित समूह में कुल 910 सदस्य जुड़ चुके हैं जिसमें से 352 महिला सदस्य जुड़ी हुई हैं। हिंदुस्तान जिंक की समाधान परियोजना के तहत यह कार्यक्रम कुल 32 गांव में चलाया जा रहा है।
इस अवसर पर कार्यक्रम में विशिष्ठ अतिथि जिला परिषद सीईओ उत्साह चौधरी, रेलमगरा प्रधान आदित्य प्रताप सिंह चैहान, हिंदुस्तान जिंक की सीएसआर हेड अनुपम निधि, आरडीसी लोकेशन सीएसआर हेड अभय गौतम तथा बायफ समाधान चीफ प्रोग्राम मैनेजर सुरेंद्र वर्डिया सहित बायफ के अधिकारी, समाधान टीम तथा राजपुरा पंचायत सरपंच महोदय हीरालाल गाडरी उपस्थित रहे।