तीन दिवसीय महाराणा प्रताप जयंती मेले का हल्दीघाटी में हुआ भव्य शुभारंभ
खमनोर। विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी ने कहा कि महाराणा प्रताप के आदर्शों पर चलकर हम जीवन में आगे बढ सकते है उन्होंने कहा कि उनके त्याग बलिदान व मातृभूमि के प्रति प्रेम ,समर्पण से देश मजबूत और सुरक्षित रहेगा।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी आज गुरूवार को पंचायत समिति खमनोर की हल्दी घाटी शाहीबाग में आयोजित महाराणा प्रताप की जयन्ती के उपलक्ष्य में तीन दिवसीय समारोह 2 से 4 जून के प्रथम दिवस के शुभांरभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि महाराणा प्रताप का जीवन महान था और उनके जीवन से हम बहुत कुछ सीख सकते है जैसे कि उनका कुशल नेतृत्व था वह हम सीख सकते है। ये कुशल नेतृत्व हमे लोकतंत्र में भी आगे ले जा सकता है यदि कुशल नेतृत्व के गुण हो तो जनप्रतिनिधि अपने अपने क्षेत्र में सबको साथ लेकर आगे बढ सकता है और सबको साथ लेकर चल सकता है।
इससे पहले कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन किया गया और विधिवत रूप से तीन दिवसीय जयन्ती समारोह की मुख्य अतिथि ने उदघाटन की घोषणा की । मेला शुभारंभ के अवसर पर आये हुये अतिथियों का परंपरागत तरीके से मेवाड़ी पगड़ी व उपरना ओढ़ा कर स्वागत किया गया । समारोह में समाजसेवी देवकीनंदन गुर्जर,प्रधान भेरूलाल वीरवाल, उप प्रधान वैभवराज सिंह चौहान,जय हल्दीघाटी नवयुवक मंडल अध्यक्ष चेतन पंवार, हल्दीघाटी पर्यटन समिति संस्थापक कमल मानव सहित अन्य वक्ताओं ने भी सम्बोधित किया ।
समारोह के दौरान उदयपुर से आये साहित्यकार लक्ष्मण सिंह कर्णावट द्वारा लिखित ‘झांकी राजसमन्द की’ पुस्तक का विमोचन विधानसभा अध्यक्ष डॉ जोशी, डॉ अजातशत्रु सहित अन्य मंचासीन अतिथियों द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में प्रधान भेरूलाल वीरवाल, उप प्रधान वैभवराज, उपखंड अधिकारी अभिषेक गोयल, पुलिस उपाधीक्षक छगन पुरोहित,तहसीलदार सुरेश मेहता, देलवाडा प्रधान कश्नी गमेती , समाजसेवी देवकीनन्दन गुर्जर , जिला परिषद सदस्य कुक सिंह , पूर्व प्रधान पुरुषोत्तम माली,पूर्व उप प्रधान भंवर सिंह,विकास अधिकारी नीता पारीक, मेला प्रभारी जगदीश जटिया सहित अन्य विभागीय पदाधिकारी और आमजन मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन संदीप मांडोत एवं गिरधारी लाल शर्मा द्वारा किया गया।
मेला आरम्भ होने से पूर्व प्रातः आठ बजे प्रधान भेरूलाल वीरवाल, विकास अधिकारी नीता पारीक,पंचायत समिति सदस्य तनसुख सोनी, खमनोर ग्राम विकास अधिकारी बाल मुकुंद माली,मेला प्रभारी जगदीश जटिया, मचिंद पंचायत सहायक परस माली, हल्दीघाटी पर्यटन समिति अध्यक्ष राकेश पालीवाल , जय हल्दीघाटी नवयुवक मंडल अध्यक्ष चेतन पंवार , व्यापार मंडल अध्यक्ष रामचंद्र पालीवाल सहित अन्य युवाओं द्वारा पंचायत समिति परिसर में लगी प्रताप प्रतिमा , महाराणा प्रताप स्मारक, चेतक समाधि, दर्रे के पास स्थित हकीम खान की मजार,रक्ततलाई स्थित झाला मान, ग्वालियर नरेश सहित अन्य शहीद स्मारकों पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई।
जय हल्दीघाटी नवयुवक मंडल के तत्वावधान में महाराणा प्रताप एवं उनके सहयोगियों की वेशभूषा में अश्वारूढ़ होकर मुख्य युद्धस्थल रक्ततलाई से मेला प्रांगण तक भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा में आमजन द्वारा बड़ी संख्या में भागीदारी निभाई गई। मचिंद से आये राजकलश द्वारा पुरातन परंपरा का निर्वहन आदिवासी समाज द्वारा किया गया। मेले में चेतक की स्मृति में अश्व नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया।
मचीन्द महाराणा प्रताप जयन्ती दो दिवसीय मेले का पुरूस्कार वितरण समारोह के साथ हुआ समापन , विधानसभा अध्यक्ष डॉ सी पी जोशी ने की शिरकत
विधानसभा अध्यक्ष डा सी पी जोशी ने बुधवार को देर शाम जिले में खमनोर के मचीन्द में दो दिवसीय महाराण प्रताप जयन्ती के अवसर पर मचीन्द में दो दिवसीय मेला व पुरूस्कार वितरण एवं समापन समारोह में शिरकत की और पुरूस्कार वितरण किये।
उन्होंने इस अवसर पर महाराणा प्रताप के त्याग और बलिदान को याद करते हुये उनके पदचिन्हों पर चलने पर बल दिया । उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने देश के लिये त्याग की और रक्षा की उसको देखते हुये हमे उनके जैसे महापुरूषों से प्रेरणा लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि मचींद का विकास होगा और क्षेत्र के लिये हमने बारह करोड रूपये की स्वीकृति करवायी है जिसमें से कार्य करवाये जा रहे है ।
इस अवसर पर मंचासीन अतिथियो द्वारा उनका स्वागत किया गया और स्थानीय पंचायत के प्रतिनिधियों ने अपना उदबोधन दिया । इस अवसर पर अतिथियों ने विजेताओं को पुरुस्कार वितरण किया । कार्यक्रम में प्रधान भेरूलाल वीरवाल, उप प्रधान वैभवराज, पूर्व प्रधान पुरुषोत्तम माली , मचिंद सरपंच अम्बा कुमारी, उपसरपंच दीपक सोनी, उपखंड अधिकारी अभिषेक गोयल, उप अधीक्षक छगन राजपुरोहित, तहसीलदार सुरेश मेहता, विकास अधिकारी नीता पारीक, थानाधिकारी नवलकिशोर व बडी संख्या में ग्रामीण खिलाडी आदि मौजूद रहे।