राजसमन्द।राजसमन्द डिस्ट्रीक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट की गवर्निग काउसिंल की ग्यारहवीं बैठक शनिवार को जिला कलक्टर अरविन्द कुमार पोसवाल की अध्यक्षता में जिला कलक्टरी कार्यालय में आयोजित हुयी ।
बैठक में जिला कलक्टर पोसवाल ने फण्ड और विकास कार्या को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा की उन्होंने बैठक में कहा कि ट्रस्ट फण्ड से स्वीकृत समस्त कार्यों की गुणवत्ता जांच के लिये विभागीय तृतीय पक्ष मूल्यांकन एवं तकनीकी विशेषज्ञ तृतीय पक्ष मूल्यांकन अनिवार्य रूप से किया जावेगा। इसके अतिरिक्त जिला राजसमन्द में ट्रस्ट फण्ड से करवाये जाने वाले समस्त कार्यों की निगरानी के लिये जिला कलक्टर कार्यालय में निगरानी प्रकोष्ठ की स्थापना की जावेगी। जिसमें की तकनीकी विशेषज्ञों के रूप में अधिशाषी अभियन्ता स्तर के अधिकारी नियुक्त किये जायेंगे।
इस अवसर पर बैठक में सहायक खनिज अभियन्ता एहतेशाम सिद्दीकी ने बताया कि कि डीएमएफटी फण्ड में आज दिनांक तक 1217.18 करोड़ रूपये की आय हुई तथा विभिन्न विकास कार्यों पर 326.64 करोड़,रूपये कोरोना महामारी में बचाव एवं उपचार हेतु 4 करोड़ रू तथा अन्य विविध मदां सहित कुल 336.32 करोड़ का व्यय किया जा चुका है। साथ ही राज्य सरकार के निर्देशानुसार 345.85 करोड़ रूपये राज्य खनिज निधि कोष में हस्तान्तरित किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि ट्रस्ट की गवर्निंग काउन्सिल द्वारा गत दो बैठकों में अनुमोदित 1057 कार्यों के विरूद्ध 961 कार्यों (राशि रू. 458.66 करोडरूप्ये ़) की वित्तीय स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है। चर्चा के दौरान गवर्निंग काउन्सिल के जनप्रतिनिधि सदस्यों ने समग्र शिक्षा अभियान एवं चिकित्सा विभाग के द्वारा करवाये जाने वाले विकास कार्यों की प्रगति पर कठोर निर्देश दिये गये कि वित्तीय स्वीकृत कार्यों का भौतिक रूप से शीघ्रातिशीघ्र क्रियान्वयन किया जाकर कार्यों का लोकापर्ण किया जाये जिससे कि शिक्षा एवं चिकित्सा क्षेत्र में विकास के लिये डीएमएफटी फण्ड का समयबद्ध उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। साथ ही इस अवसर पर काउन्सिल द्वारा गत दो बैठकों में अनुमोदित 1057 विकास कार्यों (लागत राशि रू. 512.86 करोड रू़) की वित्तीय स्वीकृति जारी किये जाने एवं वित्तीय स्वीकृत कार्यों की वर्तमान भौतिक स्थिति पर विभागवार चर्चा की गई।
इस अवसर पर सार्वजनिक निर्माण विभाग एवं जन स्वास्थ्य अभियान्त्रिकी विभाग को कार्यकारी एजेन्सी नियुक्त कर ट्रस्ट द्वारा वित्तीय स्वीकृत कार्यों की प्रगति पर बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधि सदस्यों द्वारा संतोष व्यक्त किया गया। बैठक में समस्त विभागों को डीएमएफटी फण्ड से आवंटित कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने के निर्देश सम्बन्धित विभागों को दिये गये ।
बैठक में विभिन्न जनप्रतिनिधियों से जिला राजसमन्द में शिक्षा क्षेत्र सुधार, चिकित्सा व्यवस्था सुधार, पेयजल व्यवस्था सुधार, ढांचागत व्यवस्था सुधार एवं पर्यावरण विकास से सम्बन्धित लगभग 1500 विकास कार्यों के नवीन प्रस्ताव प्राप्त हुए जिन पर कार्य की उपयोगिता, लागत इत्यादि मापदण्डों के आधार पर एवं उपलब्ध फण्ड के अनुसार कार्यों को अनुमोदित किये जाने का निर्णय लिया गया।
बैठक में जिले के जनप्रतिनिधिगणों में राजसमन्द सांसद दीया कुमारी एवं जिले के प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना वर्चुअली सम्मिलित रहे वहीं भीम विधायक सुदर्शन िंसह रावत, कुम्भलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़ एवं राजसमन्द विधायक दीप्ती माहेश्वरी बैठक में उपस्थित रहे। इस अवसर पर साथ ही ट्रस्ट के मनोनित ट्रस्टी लक्ष्मण सिंह रावत (वर्चुअली), देवकीनन्दन गुर्जर, नारायण सिंह भाटी, हरिसिंह राठौड़, गणेश सिंह परमार, कैलाश मेवाड़ा एवं ट्रस्ट की प्रभारी अधिकारी निमिषा गुप्ता, सदस्य सचिव राजेश हाड़ा के साथ गवर्निंग काउन्सिल के अन्य सदस्य ट्रस्टी एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।