नाथद्वारा। आराध्य प्रभु श्रीनाथजी की हवेली में 24 जुलाई शनिवार आषाढ़ी पूर्णिमा के अवसर पर 27 जिंसों के साथ खर्च भंडार में आषाढी तोली गई जिसका वर्षफल रविवार 25 जुलाई को श्रृंगार दर्शन पश्चात पुनः तोल कर निर्णय अनुसार वर्षफल सुनाया गया ।श्रीनाथजी मंदिर के पंड्या डॉक्टर परेश नागर एवं ख़र्च भंडार के भंडारी फतेह लाल गुर्जर की उपस्थिति में 27 प्रकार के जिंसों जिनमें मूंग, सफेद मक्की,पीली मक्की, बाजरा, ज्वार,सफेद साल, लाल साल,चवला छोटा, चवला मोटा, सफेद तिल्ली, काली तिल्ली,उड़द, मोठ,ग्वार, कपास, जौ,काठा गेहूं, चंद्रेसी गेहूं, चना पीला, चना लाल, सरसों पीली, सरसों लाल,गुड़,नमक, काला गारा(मिट्टी )लाल गारा (मिट्टी )व चारा तौले गए । जिन्हें कपड़े में बांधकर मिट्टी के बर्तन में पैक कर कोठे में जौ के ढेर में सुरक्षित रखा गया व पुनः रविवार 25जुलाई 2021 को श्रृंगार के दर्शन के पश्चात पुनः तौलकर वर्षफल का निर्णय सुनाया गया। इसी प्रकार वर्षा के अनुमान का आधार मिट्टी के चार पिंडो जिनमें भूरा, सफेद, काला व पीला जो आषाढ़, सावन, भादवा व आसोज माह के प्रतीक हैं, इन चारों पिंडों के ऊपर जल से भरे कलश का पूजन कर स्थापित किया जाता है और पिंड द्वारा जल का अवशोषण के आधार पर वर्षा का अनुमान लगाया जाता है जिसके आधार पर वर्षा इस बार समान्य और खंड वृष्टि प्रकार की रहेगी। धान्य उत्पादन इस वर्ष मध्यम रहेगा। वायु का रुख पूर्व – पश्चिम की ओर पुरवाई प्रकार का रहेगा । इस अवसर पर मंदिर के मीडिया प्रभारी गिरीश सांचीहर, ख़र्च भंडार के मुनीम दिनेश , घनश्याम पालीवाल, कमलेश पालीवाल व चंद्र प्रकाश सांचीहर उपस्थित थे।