राजसमन्द। सांसद दीयाकुमारी ने नाथद्वारा, राजसमन्द, कुम्भलगढ़ और भीम विधान सभा का दौरा कर चिकित्सालयों का मौका मुआयना कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
प्रातः 11:45 बजे जिला प्रशासन और हिंदुस्तान जिंक के सौजन्य से दरीबा में तैयार हो रहे कोविड़ केयर सेंटर का निरीक्षण करते हुए सांसद दीयाकुमारी ने कहा कि आम जनता को सुविधाओं के साथ पुख्ता इलाज सम्भव हो इसका प्रबंधन आवश्यक है। दोपहर 12:30 बजे नाथद्वारा विधानसभा की रेलमगरा के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंच कर सांसद दीयाकुमारी ने ऑक्सीजन कंस्ट्रेक्टर भेंट किया। उपस्थित कार्यकर्ताओं ने सांसद से रेडियोलॉजिस्ट और सोनोग्राफी मशीन की मांग की।
भाजपा के सेवा ही संगठन कार्यक्रम के तहत राजसमंद विधानसभा क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पिपली अहिरान का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं के संदर्भ में चिकित्साकर्मियों से संवाद किया। केंद्र में मरीजों की सुविधा हेतु एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी सुपुर्द किया।
1.30 बजे भाणा ग्राम पंचायत में स्टेडियम के लिए स्वीकृत भूमि का मौका मुआयना किया। सांसद ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग से स्टेडियम तक सीधे संपर्क के लिए मार्ग बनना चाहिए ताकि आसानी से पहुंच बन सके। ट्रेक और अन्य खेल सुविधाओं के लिये जल्दी ही केंद्र सरकार से बजट स्वीकृत कराया जाएगा। स्टेडियम निरीक्षण के बाद सांसद दीयाकुमारी आरके चिकित्सालय पहुंच जिला कलक्टर और प्रमुख चिकित्सा अधिकारी के साथ बैठक कर कोविड़ की स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
सांसद कार्यालय में दी पूर्व सांसद राठौड़ को पुष्पांजलि-
राजसमन्द कलेक्ट्री स्थित सांसद कार्यालय पहुंची सांसद दीयाकुमारी ने पूर्व सांसद हरिओम सिंह राठौड़ की दूसरी पुण्यतिथि पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके द्वारा कि किये गए पुण्य कार्यों को याद किया।
इस अवसर पर कुम्भलगढ़ विधायक सुरेन्द्र सिंह राठौड़, जिलाध्यक्ष वीरेंद्र पुरोहित, विधायक दीप्ति माहेश्वरी, जिला प्रमुख रतनी देवी जाट, कर्णवीर सिंह राठौड़, उपाध्यक्ष गोपाल कृष्ण पालीवाल, मीडिया संयोजक मधुप्रकाश लड्ढा, जिला महामंत्री सुनील जोशी, नन्दलाल सिंघवी, पूर्व विधायक बंशीलाल खटीक, मानसिंह बारहठ, अशोक रांका, दिनेश बड़ोला, नारहरिदेव सिंह, रामलाल जाट, निरंजन गर्ग, मण्डल अध्यक्ष चतर सिंह राजावत, दिग्विजय सिंह भाटी, कैलाश चौधरी, बोथलाल जाट, जवाहर जाट, पार्षद हिम्मत कुमावत, दीपक शर्मा, मनोज गट्टा, भेरूलाल कच्छारा, भूपेंद्र चोरडिया आदि कार्यकर्ता साथ थे।