राजसमंद। जिले में कोरोना रोकथाम में जहां आशा एएएनएम डॉक्टर्स एवं नर्सिंग स्टॉफ, वार्ड बॉय से लेकर सफाई कर्मियो तक ने अपनी-अपनी जगह कोरोना से दो-दो हाथ कर रहे है, वहीं कुछ ऐसे योद्धा भी है जो परदे के पिछे रह कर कोरोना को शिकस्त देने में पूरी शिद्त के साथ जुटे है।
हम बात कर रहे है आरटीपीसीआर लेब में दिन रात दो-दो पारीयों में काम कर कोरोना जांच रिपॉर्ट बताने वाले कार्मिको की। जिनके अथक परिश्रम के कारण लोगों को सही समय पर जांच रिपोर्ट मिल रही है तथा पॉजिटीव मरीजों को सही समय पर आवश्यक दवाईयां एवं उपचार शुरू करना संभव हो पा रहा है। जिले से पिछले वर्ष जहां कोरोना सेम्पल जांच के लिए आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर भिजवाने पड़ते थे वही इस बार विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी के प्रयासो के कारण आरटीपीसीआर जांच लेब की स्थापना उपजिला चिकित्सालय नाथद्वारा में हुई है। जिसके कारण जिले भर के विभिन्न चिकित्सा संस्थानो पर लिए जाने वाले कोरोना सेम्पल उपजिला चिकित्सालय नाथद्वारा स्थित आरटीपीसीआर जांच लेब में जांच के लिए भिजवाये जाते है।
पिछले सप्ताह तक जहां प्रतिदिन 3 हजार से अधिक सेम्पल प्रतिदिन यहां पहुंच रहे थे, जो अभी वर्तमान में 1500 से 2 हजार के बीच आ रहे है। सभी की नम्बरींग करने स्क्रुटनिंग करने जांच करने तथा सूचीयां तैयार करने, पोर्टल पर इन्द्राज करने तथा सम्बन्धित फ्रंट लाईन वर्कर तक पहुंचाने का कार्य लेब के कार्मिको द्वारा पूरे समर्पण के साथ किया जा रहा है। एक ही दिन में 2-2 पारियों में कर रहे कामलेब प्रभारी माईक्रो बायोलोजिस्ट डॉ पवन अवस्थी के नेतृत्व में संविदा पर कार्यरत सीनियर लेब टेक्नीशियन प्रियंका राव, राजश्री पालीवाल, अश्वनी, अनिता जाट, लेब टेक्नीशियन दूर्गाशंकर, जगदीश, पुष्कर, सचिन, प्रवीन, अक्षय, संदीप, श्रवण, लेब सहायक गगन, आशाराम, भंवरलाल परमानेन्ट लेब टेक्नीशियन रमेश, जब्बरसिंह, गोपाल व सुरेश बिना किसी अवकाश के दिन रात लगकर कोरोना सेम्पल की जांच कर सूचियां तैयार कर सम्बन्धित तक भिजवा रहे है।
कार्मिको ने बताया की जिले के विभिन्न क्षेत्रों से अधिक मात्रा में आए हुए सेम्पल की पेन्डेंसी को खत्म करने के लिए कई बार दो पारीयो में कभी सुबह 8 से लेकर रात्रि 8 तक तथा दिन में 2 बजे से लगाकर सुबह 4 बजे तक काम किया है। जिससे लोगो को सही समय पर रिपोर्ट मिल सके। वर्तमान में 48 घण्टे के भीतर-भीतर कोरोना जांच की रिपोर्ट दी जा रही है। हम सभी आभारी है ऐसे कोरोना योद्धाओं के जिनके कारण इस कोरोना महामारी से लडऩे में सक्षम हो पा रहे है तथा कोरोना से होने वाली मौतों को रोक पा रहे है।