खमनोर। विश्वव्यापी कोरोना महामारी शहरों के साथ-साथ ग्रामीण इलाकों में तेजी से फैल रही है व संक्रमितों की मौत के बढ़ते आंकड़े चिंता का विषय बन रहा है।ऐसे हालात में भी खमनोर ब्लॉक चिकित्सालय में नियुक्त चिकित्सकों को अन्यत्र लगाने से कस्बे में रोष पनप रहा है।
खमनोर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में लगे डॉक्टर को अन्य जगह लगाने व कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए आज सोमवार को विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल,ब्रह्मशक्ति नवयुवक मण्डल के कार्यकर्ताओं व पंचायत समिति सदस्य ने ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी को डॉक्टरों को पुनः मूल स्थान पर तीन दिन में लगाने के लिए ज्ञापन दिया व मांग पूरी नहीं होने पर जन विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।
खमनोर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर रिकॉर्ड में 11 चिकित्सकों की नियुक्ति होकर भी वर्तमान में सिर्फ तीन चिकित्सक कार्यरत हैं । जानकारी के अनुसार कुछ ने ड्यूटी जॉइन नहीं कि तो कुछ उच्च अध्ययन के लिए मेडिकल कॉलेज में है व शेष रहे चिकित्सा अधिकारियों द्वारा अन्यत्र सेवाएं दे रहे है। ओपीडी के अलावा इमरजेंसी और कोविड वार्ड होने के बावजूद ब्लॉक का चिकित्सालय सिर्फ तीन चिकित्सकों के भरोसे चल रहा है। चिकित्सकों की अनुपस्थिति में यहां के हालात चुनौतीपूर्ण है। वर्तमान में खमनोर ब्लॉक में कोरोना संक्रमण मामले में प्रतिदिन बढ़ोतरी हो रही है।
ज्ञापन देेने के दौरान पंचायत समिति सदस्य तनसुख सोनी, विश्व हिंदू परिषद जिला संयोजक गोपाल पूरी गोस्वामी, खमनोर प्रखंड संयोजक देवी लाल सोनी, ब्रह्मशक्ति नवयुवक मंडल अध्यक्ष दीपक पालीवाल, बजरंग दल के अध्यक्ष राकेश पालीवाल सहित अन्य मौजूद रहे।
गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा अध्यक्ष एवं नाथद्वारा विधायक डॉ. सी.पी. जोशी के प्रयासों से 50 बेड की घोषणा हो चुकी है व आवश्यक संसाधन भी उपलब्ध भी कराए गए है। ऐसे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से खमनोर ब्लॉक मुख्यालय पर चिकित्सा के माकूल संसाधन होकर भी प्रबंधन कमजोर है। समय पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने से खमनोर ब्लॉक के ग्रामीणों को ईलाज के लिए नाथद्वारा, राजसमन्द या उदयपुर तक जाना पड़ता है।