विश्व स्वास्थ्य दिवस पर विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन

नाथद्वारा। माननीय सदस्य सचिव राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण राजसमन्द गिरीश कुमार शर्मा के निर्देशानुसार ‘‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’’ के अवसर पर श्रीजी नर्सिंग इंस्टीट्यूट, नाथद्वारा में अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति नाथद्वारा श्री लक्ष्मीकांत वैष्णव, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, नाथद्वारा की अध्यक्षता में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।

उक्त शिविर में अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश, नाथद्वारा श्री लक्ष्मीकांत वैष्णव ने शिविर में उपस्थित विद्यार्थियों को ‘‘विश्व स्वास्थ्य दिवस’’ पर स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न कानूनी पहलूओं की जानकारी देते हुए बताया कि वर्तमान में कोविड-19 की दूसरी लहर आ रही है एवं कोविड-19 पुनः बढ़ रहा है। सभी मास्क का उपयोग करे, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। अपने शरीर को न केवल बाहर से बल्कि अन्दर से भी स्वस्थ रखे। इसके लिए मनुष्य को व्यायाम और आसन को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए। ईश्वर के द्वारा हमें यह अमूल्य जीवन प्राप्त हुआ है, इसे सहेज कर रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति आपको कोई गलत बात कह देता है तो उस पर प्रतिक्रिया नहीं करे, उन्होंने कहा कि ‘नो रिएक्शन इज ग्रेट रिएक्शन’। उन्होंने बताया कि हम जब तक नहीं चाहते तब तक कोई भी व्यक्ति हमें मानसिक रूप से दुःखी नहीं कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने बाल विवाह के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कम उम्र में लड़कियों का विवाह करने पर उसके स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। कम उम्र में विवाह करने पर बालिकाओं का न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक विकास भी अवरूद्ध हो जाता है।


इस अवसर पर माननीय राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्दशन में बाल विवाह निषेध अभियान ‘‘बाल विवाह को कहे ना’’ का संचालन कर बाल विवाह रोकथाम हेतु आमजन को जागरूक किया जा रहा है जिसके तहत न्यायिक कर्मचारी सत्य प्रकाश त्रिपाठी द्वारा नाल्सा से प्राप्त एक संक्षिप्त चलचित्र (विडीयो) ‘‘मर्द की दाद(तारीफ)’’ को भी प्रोजेक्ट के द्वारा दिखाया गया, जिसके अनुसार ‘‘असली मर्द की दाद, बेटी का विवाह 18 वर्ष के बाद’’ बताया गया।
उक्त शिविर में न्यायिक अधिकारी के अतिरिक्त विद्यालय के अन्य स्टाॅफ, कर्मचारी एवं अध्ययनरत बालक- बालिकाएं उपस्थित रहे जिन्होंने संस्थान की ओर से न्यायिक अधिकारी का आभार व्यक्त किया और उन्हें विश्वास दिलाया की वे उनके द्वारा बताई बातों से खुद एवं अन्य को भी लाभान्वित करेंगे।