राजसमन्द । बाड़मेर के वरिष्ठ पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित पर पुलिस द्वारा अविधिक कार्यवाही करते हुए षड्यंत्रपूर्वक गिरफ्तार करने के विरोध में राज्यपाल एवं गृहमंत्री के नाम जिला कलक्टर श्याम लाल गुर्जर को मंगलवार शाम आई एफ डब्ल्यू जे प्रदेश की राजसमन्द इकाई के पदाधिकारियों ने ज्ञापन सौंपा।
जिलाध्यक्ष कमल किशोर पालीवाल ने बताया कि पत्रकार दुर्गसिंह निष्पक्ष और ईमानदार पत्रकार हैं, उनको राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार करके झूठे मामले में फंसाया गया है । उनकी तुरंत रिहाई की जाए वरना पूरे जिले सहित प्रदेश के पत्रकार आंदोलन करने पर विवश हो सकते है ।
ज्ञापन में बताया कि पत्रकार राजपुरोहित की गिरफ्तारी एससी एसटी एक्ट के अंतर्गत बाड़मेर पुलिस द्वारा अविधिक कार्यवाही कूटरचित षड्यंत्र के अंतर्गत स्थानीय नेताओं के इशारे पर की गई है। न्यायालय से गिरफ्तारी वारंट प्राप्त कर व्हाट्स ऐप के माध्यम से राजस्थान पुलिस को भेजी गई। इस पर राजस्थान पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पत्रकार दुर्गसिंह राजपुरोहित को मिलने के बहाने से कार्यालय में बुलाकर गिरफ्तार कर बिहार पुलिस को सौंपने के लिए रवाना किया गया। जिस राकेश पासवान के नाम से मामला दर्ज किया गया है उसने बिहार के पत्रकारों को बताया कि ना तो वो दुर्गसिंह को जानता है और ना ही वो कभी बाड़मेर गया। उसने बताया की उससे खाली कागज कागज पर किसी योजना में लाभ दिलाने की बात कहकर मेयर द्वारा हस्ताक्षर करवाए गए। ज्ञापन में मांग की है कि पत्रकार दुर्गसिंह को तत्काल प्रभाव से रिहाकर राहत दिलाई जाए। बाड़मेर पुलिस ने जिस त्वरित गति से दुर्गसिंह राजपुरोहित को अंजाम दिया उसकी गहन जांच कराई जाए और यह गिरफ्तारी किसके इशारे पर कराई गई उसके नाम का खुलासा किया जाए।वहीं पुलिस द्वारा बिना बिहार पुलिस के आए दुर्गसिंह को पटना बिहार ले जाने पर होने वाले राजकोष के दुरुपयोग की राशि संबंधित पुलिस अधिकारी से वसूल किया जाये।
ज्ञापन देने के अवसर पर जिला महासचिव तरुण जोशी, उपाध्यक्ष अजित उपाध्याय, संयुक्त सचिव सुरेश भाट, गौतम शर्मा,आनंद श्रोत्रिय, राजसमन्द उपखंड अध्यक्ष आशीष चौधरी,नाथद्वारा उपखंड अध्यक्ष गोविंद त्रिपाठी,उपखंड महासचिव तरुण दवे,सुरेश बागोरा आदि मौजूद रहे।